PM मोदी की बड़ी चाल! चीन की हर साजिश को करेंगे फेल – ‘याद है वो पल…’ वायरल स्पीच
अरे भाई, क्या बात है! PM मोदी फिर से एक बड़े मूव की तैयारी में हैं। जल्द ही वो एक ऐसी विदेश यात्रा पर निकलने वाले हैं जिसके बारे में दिल्ली के गलियारों से लेकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया तक चर्चा हो रही है। पांच देश – ब्राजील, घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना और नामिबिया – एक साथ! अब सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ एक रूटीन विजिट है या फिर चीन को लेकर कोई बड़ा मैसेज छुपा है? क्योंकि हम सब जानते हैं कि पिछले कुछ सालों से चीन ने अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में अपना जाल कितने मजबूती से बिछाया है। और है ना मजेदार बात – इसी बीच मोदी जी का एक पुराना भाषण वायरल हो रहा है जहां उन्होंने चीन को सीधे-सीधे चुनौती दी थी। साफ मैसेज – अब भारत किसी के दबाव में नहीं झुकेगा!
चीन की बढ़ती सक्रियता और भारत की प्रतिक्रिया
देखिए न, चीन ने तो जैसे पूरी दुनिया को अपने BRI (Belt and Road Initiative) के जाल में फंसाने की ठान ली है। अफ्रीका हो या लैटिन अमेरिका, हर जगह उनके इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स। लेकिन सच पूछो तो ये सिर्फ सड़कें बनाने वाली बात नहीं है न? असल में तो ये उनकी राजनीतिक पकड़ बढ़ाने की स्ट्रैटेजी है। और भारत? हमने भी “Next Steps in Strategic Partnership” जैसे फैंसी नाम वाली पॉलिसी के साथ जवाब दिया। अब मोदी जी की ये यात्रा तो जैसे चीन को सीधा संदेश है – “भाई, अब गेम बदल गया है!”
यात्रा का एजेंडा और संभावित प्रभाव
15 से 22 जून तक चलने वाली इस यात्रा में क्या-क्या होगा? सुनिए – आर्थिक समझौते, सुरक्षा डील्स, और हाँ, हमारी प्यारी “Digital India” जैसी परियोजनाओं को प्रमोट करना। मजा तो तब आएगा जब हमारी “Freedom Corridor” योजना चीन के BRI को टक्कर देगी। कनेक्टिविटी बढ़ेगी, ट्रेड बढ़ेगा। पर सबसे बड़ी बात? भारत की सॉफ्ट पावर का डंका बजेगा। और चीन को पता चलेगा कि अब हम भी ग्लोबल प्लेयर बनने आए हैं!
राजनीतिक और कूटनीतिक प्रतिक्रियाएं
अब जाहिर है, सबकी अपनी-अपनी राय है। विपक्ष वाले तो हर चीज में सवाल उठाएंगे ही – “ये सब चीन को चुनौती देने के लिए तो नहीं?” वहीं MEA (विदेश मंत्रालय) का कहना है कि ये तो हमारी बहुपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने का कदम है। एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं? वो मानते हैं कि ये सॉफ्ट पावर गेम है – इकोनॉमिक कोऑपरेशन और कल्चरल एक्सचेंज का कॉम्बिनेशन। पर सच्चाई? वो तो वक्त ही बताएगा।
भविष्य की रणनीति और चुनौतियां
इस यात्रा के बाद क्या होगा? नए डील्स साइन होंगे, भारत की ग्लोबल पोजिशन मजबूत होगी। लेकिन…हमेशा एक लेकिन तो होता ही है न? चीन तो बैठा ही है अपनी नजरें गड़ाए। वो भी अपनी डिप्लोमेसी की रफ्तार बढ़ा सकता है। अगर ये यात्रा सफल रही तो? फिर तो भारत चीन के लिए सच्ची टक्कर बन जाएगा। नई विदेश नीति का अध्याय लिखा जाएगा। और सबसे बड़ी बात – चीन को याद दिला दिया जाएगा कि अब उसकी कोई भी साजिश भारत के सामने नहीं चलने वाली!
तो दोस्तों, निष्कर्ष क्या निकालें? ये यात्रा भारत की विदेश नीति में गेम-चेंजर साबित हो सकती है। चीन को मैसेज तो मिल ही रहा है, साथ ही भारत ग्लोबल स्टेज पर अपनी धाक जमाने वाला है। अब देखना ये है कि ये चाल कितनी चलती है!
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अरे भाई, PM मोदी का यह वायरल भाषण तो सच में कुछ अलग ही लेवल का है! सुनते ही दिल में एक जोश आ जाता है। सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ चीन को जवाब देने भर की बात है? नहीं यार, असल में तो यह भारत की नई सोच को दिखाता है – जो अब किसी के सामने घुटने नहीं टेकने वाला।
वो लाइन्स याद हैं आपको? “कोई पैर छूता है, कोई गले मिलता है…” अरे, ये सिर्फ शब्द नहीं हैं भाई, ये तो एक पूरी फिलॉसफी है! जैसे कि बताना चाह रहे हैं कि हमारा तरीका अलग है, लेकिन हम कमजोर नहीं। और सच कहूं तो, इसने पूरे देश को एक साथ जोड़ दिया।
मजे की बात यह है कि यह सिर्फ भाषण नहीं, एक मैसेज है। चीन को भी और हम भारतीयों को भी। गर्व होता है ऐसे पलों पर, है न? जब दुनिया को पता चलता है कि New India अब बदल चुका है। सच कहूं तो… एकदम ज़बरदस्त!
PM मोदी का China को लेकर तगड़ा बयान – जानिए सारे सवालों के जवाब
1. भईया, PM मोदी ने China को लेकर आखिर क्या कह दिया?
देखिए न, PM मोदी ने अपनी उस viral speech में बिल्कुल साफ़ शब्दों में कहा – China चाहे जितनी चाल चले, India अब पीछे हटने वाला नहीं। “याद है वो पल…” वाला उनका वो लाइन तो सच में दिल को छू गया। असल में, पूरी speech में एक ही message था – अब हम कमज़ोर नहीं, बल्कि पहले से कहीं ज़्यादा मज़बूत हैं।
2. यार, ये speech कहाँ और कब हुई थी?
अरे, हाल ही में एक public rally का मंच था वो। जहाँ PM ने border के मुद्दे से लेकर China के साथ हमारे रिश्तों तक – सब पर खुलकर बात की। और सच कहूँ तो, उनके शब्दों का असर ऐसा रहा कि पूरा video social media पर आग की तरह फैल गया। Twitter, Facebook – हर जगह लोग इसी की चर्चा कर रहे हैं।
3. समझ नहीं आया, इसमें मुख्य बात क्या थी?
एकदम सीधी बात! मोदी जी ने साफ़-साफ़ कह दिया कि अब China की कोई भी चाल काम नहीं आएगी। पहले के examples देकर दिखाया कि कैसे India लगातार strong होता जा रहा है। एक तरफ तो ये एक warning थी, लेकिन दूसरी तरफ देशवासियों के लिए confidence booster भी। सच कहूँ तो, speech का हर शब्द गर्व से भर देने वाला था।
4. लेकिन यार, क्या इससे China के साथ रिश्ते और खराब नहीं होंगे?
देखिए, experts की राय अलग-अलग है। कोई कहता है कि ये strong message था, तो कोई मानता है कि diplomatic language में ही सब कुछ कहा गया। मेरी नज़र में? India बस अपनी position clear कर रहा है – हम शांति चाहते हैं, लेकिन compromise नहीं। और हाँ, dialogue का दरवाज़ा हमेशा खुला रखना… ये भी हमारी ही ताकत है न!
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com