पुणे एयरपोर्ट पर बैगपैक में बम का खतरा! प्लेन रोके गए, मची भगदड़

पुणे एयरपोर्ट पर बैगपैक में बम? वाकई या सिर्फ धौंसजनी?

सुबह-सुबह पुणे एयरपोर्ट पर ऐसी हड़कंप मची कि लगा जैसे कोई एक्शन मूवी चल रही हो। क्या हुआ था असल में? एक निजी एयरलाइन के customer care वालों को किसी ने email भेजकर दावा कर दिया कि एयरपोर्ट पर नीले बैगपैक में बम रखा है। अब ये email किसने भेजा – कोई मसखरा या फिर कोई गंभीर खतरा? जब तक पता चलता, एयरपोर्ट वालों ने तो ‘बेहतर सुरक्षित रहें’ वाली पॉलिसी अपनाते हुए पूरा ऑपरेशन रोक दिया। फ्लाइट्स कैंसल, यात्री परेशान – माजरा कुछ ऐसा रहा। लेकिन 5 घंटे की धूप खिलाने के बाद पता चला…ये तो झूठी अलार्म थी!

ये सिलसिला कब तक चलेगा?

असल में देखा जाए तो पुणे तो बस एक उदाहरण है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु – हर बड़े एयरपोर्ट पर ये बम-वम का ड्रामा हो चुका है। 99% मामलों में तो पता चलता है कि कोई मजाकिया टाइप करने वाला है। पर सवाल ये है कि क्या हम हर बार ऐसे ही पूरे एयरपोर्ट को ठप कर दें? एक तरफ सुरक्षा तो दूसरी तरफ यात्रियों की मुसीबत। ईमानदारी से कहूं तो ये बैलेंसिंग एक्ट बहुत मुश्किल है।

वो तनाव भरे पल: जब सब कुछ रुक गया

सुबह 10:30 बजे का वो email तो जैसे पूरे सिस्टम के लिए बिजली गिराने वाला साबित हुआ। CISF वालों ने तुरंत पूरा टर्मिनल सील कर दिया। यात्रियों को बाहर निकाला गया – बिना कोई स्पष्ट जानकारी दिए। कल्पना कीजिए आप अपनी फ्लाइट पकड़ने भाग रहे हैं और अचानक आपको बाहर धकेल दिया जाए! 4 फ्लाइट्स को तो रास्ते में ही दूसरे एयरपोर्ट पर भेज दिया गया। BDDS टीम ने पूरे एरिया को चाइना की तरह छान मारा…पर मिला कुछ नहीं। सच कहूं तो security वालों का तरीका थोड़ा…अस्त-व्यस्त लगा।

जिम्मेदार लोग क्या कह रहे हैं?

एयरपोर्ट डायरेक्टर साहब तो अपनी ही रट लगाए हुए हैं – “हमने प्रोटोकॉल फॉलो किया”। पर असली मजा तो यात्रियों के रिएक्शन में है। एक यात्री ने तो बड़ा सटीक कहा – “अरे भई, अगर खतरा हो भी तो कम से कम हमें सही जानकारी तो दो!” साइबर एक्सपर्ट्स की राय? ये सब करने वाले या तो attention seekers होते हैं या फिर…नहीं, ज्यादातर तो बस attention seekers ही होते हैं। पुलिस वाले FIR दर्ज करने में व्यस्त हैं – IPC 505 और IT एक्ट की धमकी देकर। पर सच पूछो तो ऐसे मामलों में पकड़े जाते कितने लोग हैं?

आगे की राह: टेक्नोलॉजी या जागरूकता?

अब क्या होगा? हमेशा की तरह SIT बनाई गई है, CCTV बढ़ाने की बात हो रही है। पर असली सवाल तो ये है कि ऐसे fake threats को कैसे रोका जाए? क्या हमें एक ऐसा सिस्टम चाहिए जो ऐसे emails को फिल्टर कर सके? या फिर जनता को समझाना चाहिए कि ऐसी मजाक करने वालों को कितनी बड़ी सजा हो सकती है? मेरी निजी राय? दोनों चीजें जरूरी हैं। एक तरफ तो टेक्नोलॉजी अपग्रेड हो, दूसरी तरफ लोगों को पता हो कि ऐसी हरकतें सिर्फ मजाक नहीं हैं।

अंत में बस इतना – सुरक्षा जरूरी है, पर क्या हर बार पूरे सिस्टम को ठप करना इसका एकमात्र उपाय है? शायद नहीं। हो सकता है हमें थोड़ा स्मार्ट तरीका ढूंढना पड़े। वैसे भी, आजकल तो AI का जमाना है ना? शायद कुछ innovative सोचने का वक्त आ गया है।

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पुणे एयरपोर्ट पर आज जो हुआ, सुनकर मेरी भी रूह काँप गई! बैगपैक में बम की अफवाह… सोचो अगर यह सच होता तो? लेकिन देखा जाए तो हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी तेजी से काम किया और पूरे मामले को कंट्रोल कर लिया। वैसे ये पल हमें दो बातें सिखा गया – पहली, किसी भी अफवाह पर तुरंत भड़कना नहीं चाहिए (क्योंकि 90% मामलों में ये फेक न्यूज़ ही होती है), और दूसरी… सुरक्षा के मामले में थोड़ा extra cautious होने में कोई हर्ज नहीं!

असल में, ऐसे वक्त में सबसे ज्यादा जरूरी है patience रखना। Official सूत्रों से जानकारी मिलने तक wait करो… social media पर viral हो रही हर चीज़ पर यकीन करना ठीक वैसा ही है जैसे बिना हेलमेट के बाइक चलाना। खतरनाक!

एक बात और – हम भारतीयों को थोड़ा calm रहने की आदत डालनी होगी। क्योंकि panic फैलाने से स्थिति बेहतर नहीं होती… बल्कि और बिगड़ती है। तो अगली बार ऐसा कुछ सुनें तो? गहरी सांस लो, और authorities के निर्देशों का पालन करो। Simple!

P.S.: मैंने खुद कई बार देखा है – ऐसे moments में सबसे ज्यादा confusion social media की वजह से होता है। तो थोड़ा smart बनो, और verified sources पर भरोसा करो।

पुणे एयरपोर्ट बम खतरा – जानें सब कुछ, बिना डरे (FAQ)

1. सच क्या है? क्या पुणे एयरपोर्ट पर वाकई बम का खतरा था?

देखिए, बात ये है कि एक suspicious बैगपैक मिला था जिस पर शक हो रहा था। मतलब, ऐसा नहीं कि कोई धमाका हुआ हो, लेकिन सुरक्षा वालों ने तुरंत पूरा protocol फॉलो किया। Flights रोकी गईं, एयरपोर्ट अलर्ट पर चला गया – और ये सही भी था। सुरक्षा के मामले में better safe than sorry वाली बात, है न?

2. भईया, इस सबका यात्रियों पर क्या असर पड़ा?

अरे, क्या बताऊं! कुछ देर के लिए तो पूरा एयरपोर्ट ही उलट-पुलट हो गया। कुछ flights तो delay हुईं, कुछ cancel भी। लोगों को बाहर निकाला गया – वो दृश्य थोड़ा डरावना जरूर रहा होगा। पर सोचिए, अगर सच में कुछ होता तो? इसलिए ये सब precautions जरूरी थे।

3. अब क्या हाल है? क्या सब कुछ normal है?

हां, अब पूरी तरह कंट्रोल में है स्थिति। बैगपैक को बम डिस्पोजल टीम ने जांचा और all clear दे दिया। Flights फिर से शुरू हो चुकी हैं, लेकिन… एक बात! Security अब पहले से कहीं ज्यादा tight है। आपको extra checking से गुजरना पड़ सकता है – पर ये अच्छी बात है, है न?

4. हम जैसे आम यात्रियों के लिए क्या सीख है?

सुनिए, दो बातें याद रखें:
– कभी भी अपना सामान अकेला न छोड़ें। 5 मिनट के लिए भी नहीं!
– कुछ भी अजीब लगे तो तुरंत बताएं। वो कहते हैं न – “See Something, Say Something”।

एक personal बात बताऊं? मैं खुद हमेशा अपने बैग पर नजर रखता हूं। आजकल के हालात में थोड़ी सतर्कता बुरी नहीं, आप भी मानेंगे न?

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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