उपराष्ट्रपति पद की रेस: क्या रामनाथ ठाकुर बनेंगे NDA का ट्रम्प कार्ड?
अरे भई, राजनीति का ये खेल देखिए! उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद तो दिल्ली की सियासी गलियारों में हलचल मची हुई है। और अब इस पूरे मामले में एक नया मोड़ आया है – केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर का BJP प्रेसिडेंट JP नड्डा से मिलना। सच कहूं तो ये कोई सामान्य मीटिंग नहीं लग रही, है न?
अब थोड़ा बैकग्राउंड समझ लेते हैं। रामनाथ ठाकुर सिर्फ किसी और मंत्री नहीं हैं – ये बिहार के दिग्गज नेता कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं। और जनता दल (यूनाइटेड) से जुड़े होने के नाते इनकी राजनीतिक हैसियत तो है ही। सूत्रों की मानें तो NDA अपने गठबंधन पार्टनर JDU को खुश करने के लिए उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना सकता है। अब ये चाल चलेगी या नहीं, वो तो वक्त बताएगा।
एक तरफ तो ठाकुर साहब की साफ-सुथरी इमेज है, दूसरी तरफ इनका पिछड़े वर्गों के लिए काम करने का रिकॉर्ड। मतलब साफ है – सोशल जस्टिस का कार्ड खेलने के लिए परफेक्ट कैंडिडेट! पर सवाल ये है कि क्या BJP अपने दम पर कोई और नाम आगे करेगी, या गठबंधन धर्म निभाते हुए JDU को ये तोहफा देगी?
हालांकि BJP वाले कह रहे हैं कि ये तो बस रूटीन मीटिंग थी, लेकिन… कौन माने? विपक्ष तो मानने वाला नहीं। RJD जैसे दल तो बिना मौका गंवाए BJP पर ‘पिछड़ा वोट बैंक’ खेलने का आरोप लगा ही चुके हैं। और सच्चाई? शायद 2025 के बिहार चुनाव को ध्यान में रखकर ये स्ट्रेटजी हो। क्या पता!
अब स्थिति ये है कि:
- BJP का कहना है – “अभी तो बातचीत जारी है, कोई फाइनल डिसीजन नहीं हुआ”
- JDU वाले मुस्कुरा रहे हैं – “हमारे नेता योग्य तो हैं…”
- विपक्ष गरज रहा है – तेजस्वी यादव तो सीधे इसे ‘पॉलिटिकल ड्रामा’ बता रहे हैं
तो अब क्या? अगले कुछ दिनों में NDA की मीटिंग होगी, और शायद तभी क्लियर पिक्चर सामने आए। अगर ठाकुर साहब का नाम आगे आता है, तो बिहार में NDA को फायदा मिल सकता है। पर विपक्ष भी तो बैठा नहीं है – ये मुद्दा और गरमाएगा, इसमें कोई शक नहीं।
अंत में बस इतना – अभी तक सब कुछ अटकलों का खेल है। पर एक बात तय है: ये सिर्फ उपराष्ट्रपति पद की रेस नहीं, बल्कि 2025 के बिहार चुनाव की तैयारी भी है। और हमारे नेता? वो तो हमेशा की तरह चालें चलने में माहिर हैं। देखते हैं, इस बार पासा किसके पक्ष में पलटता है!
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com