रांची का वह सनसनीखेज केस: जब अपनों ने ही एक नेत्रहीन बच्ची के साथ किया वहशी सुलूक
कभी-कभी खबरें ऐसी होती हैं जो पढ़ते हुए आपका दिल दहल जाता है। रांची से आई यह खबर उन्हीं में से एक है – एक 14 साल की नेत्रहीन बच्ची जिसे उसके अपने ही… उसके पिता, भाइयों और माँ ने चार साल तक यौन शोषण का शिकार बनाया। सच कहूँ तो, ये शब्द लिखते हुए भी मन भारी हो जाता है। परिवार ने न सिर्फ उसके साथ बलात्कार किया, बल्कि जब वह गर्भवती हुई तो जबरन गर्भपात करवाकर सच्चाई को दबाने की कोशिश की। मामला तब खुला जब इस बहादुर बच्ची ने एक भरोसेमंद रिश्तेदार को अपना दर्द बताया।
अब सोचिए न, जन्म से ही दृष्टिहीन इस बच्ची की मासूमियत और असहायता पर किस तरह कुठाराघात किया गया होगा? शुरुआत पिता ने की – चार साल पहले पहली बार। फिर तो ये एक रूटीन-सा बन गया। भाइयों ने भी इस अमानवीय कृत्य में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। और सबसे डरावनी बात? माँ ने न सिर्फ आँखें मूँद लीं, बल्कि बाद में खुद भी इस अमानवीयता का हिस्सा बन गई। गर्भवती होने पर जबरन गर्भपात, फिर धमकियाँ – ये सब किसी डरावनी फिल्म की पटकथा लगती है, लेकिन दुर्भाग्य से ये सच है।
लेकिन कहानी का एक सुखद मोड़ भी है। जब इस बहादुर बच्ची ने अपना दर्द किसी को बताने की हिम्मत जुटाई, तो मामला पुलिस तक पहुँचा। अब पिता और दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि माँ के खिलाफ भी कार्रवाई जारी है। POCSO एक्ट और IPC की कड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ है – और अच्छी बात ये कि यहाँ सजा की संभावना काफी मजबूत है।
इस मामले ने तो जैसे पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस अधिकारी इसे “अमानवीय” बता रहे हैं तो बाल अधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये समाज के नैतिक पतन का सबूत है। स्थानीय लोगों का गुस्सा तो समझ आता है – एक निवासी ने ठीक ही कहा, “ये पूरे समाज के लिए शर्म की बात है। ऐसे लोगों को फाँसी पर लटकाना चाहिए!”
अब सवाल ये कि आगे क्या? पुलिस जल्द ही चार्जशीट पेश करेगी, और केस कोर्ट में जाएगा। इस बीच बच्ची को काउंसलिंग और सुरक्षा दी जा रही है – जो कि बेहद जरूरी है। ये मामला फिर से वही सवाल उठाता है: क्या हमारे समाज में बच्चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त प्रावधान हैं? कई NGO और सामाजिक संगठन इस मामले में त्वरित न्याय की मांग कर रहे हैं।
सच तो ये है कि ये घटना सिर्फ रांची की नहीं, पूरे देश के लिए एक करारा झटका है। लेकिन इस बच्ची की हिम्मत ने एक बार फिर साबित किया है कि सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता। अब पूरा देश इस केस में न्याय का इंतज़ार कर रहा है – और उम्मीद है कि ये इंतज़ार ज्यादा लंबा नहीं होगा।
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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com