TV की ये 5 चीज़ें बदलकर मैंने बिजली बिल को किया आधा! (और आप भी कर सकते हैं)
भाई, आजकल TV तो हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका है – चाय के साथ, खाने के साथ, यहाँ तक कि सोते वक्त भी! पर क्या आपने कभी सोचा कि ये प्यारा सा डिब्बा आपके बिजली बिल में कितना छेद कर रहा है? सच तो ये है कि नए TV पुरानों से कम बिजली खाते हैं, लेकिन फिर भी… छोटी-मोटी बचत तो बचत ही होती है न? मैंने कुछ आसान से ट्रिक्स ट्राई कीं और बिल में 30% तक की कटौती कर ली। चलिए, आपको भी बताता हूँ ये जादू की पाँच चाबियाँ!
पहली बात: TV का शरीर ही तय करता है उसकी भूख
असल में देखा जाए तो TV की बनावट ही सबसे पहले तय करती है कि वो कितनी बिजली चूसेगा। जैसे – बड़ी स्क्रीन? ज़्यादा बिजली! भारी-भरकम बॉडी? और भी ज़्यादा! अब तकनीक की बात करें तो OLED TV सबसे समझदार होते हैं – ये हर पिक्सेल को अलग से कंट्रोल कर लेते हैं। वहीं दूसरी तरफ, TV का cooling system भी बड़ा रोल अदा करता है। जिनमें ventilation अच्छी होती है, उन्हें ज़्यादा पंखे नहीं चलाने पड़ते। सीधी सी बात – अगर TV गरम नहीं होगा, तो बिजली भी कम खाएगा!
दूसरा मंत्र: ब्राइटनेस और रेजोल्यूशन का खेल
यहाँ तो बिल्कुल मोबाइल वाली बात हो जाती है। जैसे हम फोन की ब्राइटनेस कम करके बैटरी बचाते हैं, वैसे ही TV के साथ भी कर सकते हैं। मैक्सिमम ब्राइटनेस पर चलने वाला TV 40% तक ज़्यादा बिजली खा सकता है! मेरी सलाह? Auto-brightness ON कर दीजिए। ये feature room के light के हिसाब से खुद adjust हो जाता है। और हाँ, 4K और 120Hz तो बहुत मस्त लगते हैं, पर क्या रोज़ देखने के लिए ज़रूरी हैं? 1080p पर भी तो कंटेंट उतना ही मजेदार लगता है न!
तीसरी ट्रिक: सॉफ्टवेयर की सफाई
अरे भाई, आपका TV भी तो एक कंप्यूटर ही है न? तो जैसे हम अपने लैपटॉप में background apps बंद करते हैं, वैसे ही TV में भी करना चाहिए। नए प्रोसेसर जैसे Quantum Processor तो और भी चालाक होते हैं। एक और गोल्डन टिप – sleep timer सेट कर दीजिए। कितनी बार ऐसा हुआ कि TV चलता रहा और आप सो गए? इस feature से TV अपने आप बंद हो जाएगा। मेरे घर में तो ये सेविंग का सबसे बड़ा सोर्स निकला!
चौथी बात: कैमरा और मोशन सेंसर – ज़रूरी या नहीं?
कुछ महंगे TV में तो ऐसे-ऐसे features होते हैं जैसे कि कैमरा जो आपको देखकर TV चालू कर दे। सुनने में तो अच्छा लगता है, पर सच पूछो तो ये features 24/7 बिजली खाते रहते हैं। मेरा तो सीधा सा नियम है – जो चीज़ use नहीं करते, उसे disable कर दो! Settings में जाकर इन्हें बंद करने से idle power consumption काफी कम हो जाता है। सोचिए, TV बंद होने पर भी बिजली खा रहा है – क्या ये सही है?
पाँचवा और सबसे ज़रूरी पॉइंट: असल बचत कितनी?
मैंने जब ये सारे changes किए, तो महीने के बिल में करीब 50-60 यूनिट की बचत हुई। साल भर में तो ये 700 यूनिट तक पहुँच जाता है! अब आप ही बताइए, क्या ये छोटी बचत है? हालाँकि, एक बात का ध्यान रखें – हर TV अलग होता है। आपको अपने usage के हिसाब से settings adjust करनी पड़ेंगी। मेरी तरह आप भी महीने-दो महीने में एक बार power consumption चेक करते रहिए।
फायदे-नुकसान: सिक्के के दो पहलू
अच्छी बातें तो हैं ही – बिजली बचेगी, TV लंबे समय तक चलेगा, पर्यावरण को भी फायदा। लेकिन ईमानदारी से कहूँ तो कुछ trade-offs भी हैं। ब्राइटनेस कम करने से picture quality थोड़ी फीकी लग सकती है। और हाँ, सभी features हर TV में नहीं मिलते। पर सोचिए, थोड़ी सी quality कम हो या पैसे बचें? आपकी मर्जी!
आखिरी बात: छोटे-छोटे कदम, बड़ा असर
देखा आपने? बस कुछ आसान से settings बदलकर कितनी बचत हो सकती है! मेरा तो ये मानना है कि छोटे-छोटे बदलावों का compound effect ही असली जादू करता है। आज ही अपने TV की settings चेक कीजिए। और हाँ, अगर आपको भी कोई अच्छी ट्रिक पता हो तो कमेंट में ज़रूर बताइएगा – हम सब मिलकर और बचत करेंगे! क्योंकि जैसा कि मेरे दादाजी कहते थे – “पैसा पेड़ पर नहीं उगता”… और बिजली का बिल तो हर महीने आता ही है!
देखो भई, TV तो हम सब देखते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ छोटी-छोटी सेटिंग्स बदलने से आपके बिजली बिल में कितना फर्क आ सकता है? सच कहूं तो मुझे भी यकीन नहीं था, जब तक खुद ट्राई नहीं किया!
अब सवाल यह है कि कौन सी हैं ये जादुई सेटिंग्स? बस 5 आसान ट्वीक्स… और आपका बिल हो जाएगा हल्का-फुल्का। Energy बचाने की बात करें तो ये उतना ही जरूरी है जितना AC को 24°C पर रखना।
एक तरफ तो पैसे बचेंगे, दूसरी तरफ environment भी थैंक्यू बोलेगा। Win-win situation है न? तो क्यों न आज ही इन सेटिंग्स को adjust करके देखें?
और हां, अगर ये टिप्स काम आएं तो दोस्तों को भी बताना – sharing is caring वाली बात हो गई न? 😉
Source: ZDNet – AI | Secondary News Source: Pulsivic.com