नदी का पुल हटा तो पूरा इलाका परेशान! 10 मिनट का रास्ता अब बन गया 2 घंटे की यात्रा
क्या हुआ है?
स्वां नदी पर बना वो अस्थायी पुल अचानक हटा दिया गया है, और इससे पंजाब के नंगल इलाके के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। असल में देखा जाए तो जो सफर पहले 10 मिनट में हो जाता था, वो अब 15-20 किलोमीटर के चक्कर लगाने से ही पूरा हो पा रहा है। Students से लेकर office जाने वाले लोगों तक, सबकी जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है। आइए समझते हैं कि आखिर ये पूरा मामला क्या है और क्या हो सकता है इसका हल?
1. पुल हटा क्यों? पूरी कहानी
क्यों बनाया गया था ये पुल?
ये अस्थायी पुल कुछ साल पहले बनाया गया था ताकि गांव के लोगों को शहर आने-जाने में आसानी हो। बिना इसके लोगों को काफी लंबा रास्ता तय करना पड़ता था। सच कहें तो ये पुल स्थानीय लोगों की जरूरत बन चुका था।
अचानक पुल हटाने की क्या वजह रही?
पिछले कुछ दिनों की भारी बारिश ने नदी का जलस्तर बढ़ा दिया था। प्रशासन को लगा कि ये पुल अब सुरक्षित नहीं रहा, खासकर बाढ़ के समय में। सोच-समझकर ये फैसला लिया गया, लेकिन इसके बाद की समस्याओं का अंदाजा शायद किसी को नहीं था।
2. पुल नहीं तो क्या-क्या दिक्कतें?
रोजमर्रा की जिंदगी हुई मुश्किल
अब गांव वालों को हर छोटे-मोटे काम के लिए 15-20 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। पेट्रोल-डीजल का खर्च तो बढ़ा ही, समय की बर्बादी भी कम नहीं है।
Students और Professionals की मुसीबत
School और college जाने वाले students रोज लेट हो रहे हैं। वहीं office जाने वालों की productivity भी गिर गई है। कई लोग तो अब छुट्टी लेने को मजबूर हैं।
Emergency में बड़ी मुश्किल
सबसे ज्यादा दिक्कत अस्पताल जाने वाले मरीजों को हो रही है। गर्भवती महिलाओं और emergency के मामलों में तो ये समस्या जानलेवा साबित हो सकती है।
3. क्या कह रहा है प्रशासन और लोग?
प्रशासन की कोशिशें
अधिकारियों ने नए पुल की योजना बनाना शुरू कर दिया है। फिलहाल वे नाव सेवा शुरू करने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन ये सिर्फ एक अस्थायी हल होगा।
लोगों का गुस्सा
स्थानीय लोगों ने रोड जाम कर और धरने देकर अपना विरोध जताया है। उनका कहना है कि बिना विकल्प के पुल हटाना गलत था। अब वे जल्द स्थायी समाधान चाहते हैं।
4. आगे क्या हो सकता है?
तुरंत राहत के उपाय
शायद जल्द ही नाव सेवा शुरू हो जाए। कुछ experts का कहना है कि मौसम सुधरने पर अस्थायी पुल फिर से लगाया जा सकता है।
दीर्घकालीन समाधान
असली हल तो एक मजबूत स्थायी पुल का निर्माण ही है। इसके लिए government को budget जारी करना होगा। स्थानीय नेता भी इस मांग को लेकर सक्रिय हो गए हैं।
हमारी राय
ये सिर्फ एक पुल का मामला नहीं है, बल्कि सैकड़ों लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का सवाल है। प्रशासन को चाहिए कि वो जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाए। वैसे भी, development के नाम पर ऐसी समस्याएं तो नहीं होनी चाहिए न?
आपकी बात
अगर आप भी इस इलाके से हैं या ऐसी किसी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो हमें comment में जरूर बताएं। इस मुद्दे को और लोगों तक पहुंचाने के लिए इस post को अपने friends के साथ share करें।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com