रूस में 8.7 तीव्रता का भूकंप: क्या हुआ, क्या हो सकता है?
अरे भाई, कल रूस के तटीय इलाकों में जो भूकंप आया, उसने तो पूरी दुनिया की नींद उड़ा दी! 8.7 रिक्टर स्केल… सुनकर ही डर लगता है न? और सिर्फ रूस ही नहीं, पूरा प्रशांत महासागर इसकी चपेट में आ गया। अमेरिका से लेकर जापान तक सुनामी अलर्ट जारी हो गए। सोचो, एक भूकंप और उसका असर इतना दूर तक?
कहाँ और कैसे हुआ ये भूकंप?
देखिए, असल में ये भूकंप आया कामचटका के पूर्वी तट पर। वो भी समुद्र से 15 किमी नीचे! USGS के मुताबिक सुबह 5:30 बजे के आसपास झटके लगे। ईमानदारी से कहूँ तो, इस इलाके में इतना तेज भूकंप शायद ही कभी आया हो। पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर में तो लोगों की हालत खराब हो गई होगी।
तबाही का मंजर
अभी तक की रिपोर्ट्स बता रही हैं कि कई पुरानी इमारतें तो ढह ही गईं, पर नई वालों में भी दरारें आ गईं। बिजली-पानी का तो पूरा सिस्टम ही चौपट। सोशल मीडिया पर वीडियो देखिए – लोग बच्चों को गोद में उठाए खुले मैदानों की तरफ भाग रहे हैं। डरावना लगता है, है न?
और तो और, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हड़कंप मच गया। Pacific Tsunami Warning Center ने हवाई, अलास्का से लेकर जापान तक अलर्ट जारी कर दिए। विशेषज्ञ कह रहे हैं कि अगर सुनामी आई तो फिलीपींस और इंडोनेशिया भी नहीं बचेंगे। सच में, प्रकृति के आगे हम कितने छोटे हैं!
सुनामी का खतरा: क्या करें?
Ring of Fire वाले इलाकों में तो खासतौर पर सतर्क रहने की जरूरत है। अधिकारियों ने तट के पास रहने वालों को ऊँची जगहों पर जाने को कहा है। समझदारी इसी में है कि समुद्र किनारे न जाएँ और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें। सावधानी ही बचाव है, है न?
विज्ञान की नज़र से
देखिए, असल में ये सब Pacific Plate और North American Plate की टक्कर का नतीजा है। Ring of Fire वाला इलाका तो वैसे भी भूकंपों और ज्वालामुखियों के लिए मशहूर है। वैज्ञानिकों का कहना है कि समुद्र तल हिलने से सुनामी आने की पूरी संभावना है। डरावना लगता है, पर ये है सच्चाई।
राहत के प्रयास
रूसी सरकार ने तुरंत आपातकालीन सेवाएँ शुरू कर दी हैं। पुतिन साहब खुद मामले की जाँच कर रहे हैं। अच्छी बात ये है कि कई देशों ने मदद का हाथ भी बढ़ाया है। Red Cross जैसी संस्थाएँ भी मैदान में उतर गई हैं। पर सच पूछो तो, इतनी बड़ी त्रासदी से निपटना आसान नहीं होगा।
हम क्या सीखें?
ये घटना हमें याद दिलाती है कि प्रकृति के आगे हम कितने नाजुक हैं। भूकंप आने पर क्या करें – ये जानना हर किसी के लिए जरूरी है। मजबूत टेबल के नीचे छिप जाना, बिजली के उपकरणों से दूर रहना… छोटी-छोटी बातें, पर जान बचा सकती हैं।
आखिरी बात
सच कहूँ तो, ये भूकंप हमें विनम्र बनने की याद दिलाता है। आने वाले समय में ऐसी घटनाएँ और बढ़ सकती हैं। जागरूकता और तैयारी ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। सरकार की जिम्मेदारी तो है ही, पर हर नागरिक को भी अपनी भूमिका निभानी होगी। क्या आप तैयार हैं?
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1. रूस में आया ये भूकंप कितना खतरनाक था?
सुनकर हैरान रह जाएंगे – रूस में आए इस भूकंप की तीव्रता Richter scale पर 8.7 मापी गई है! यानी सोचिए, ये उतनी ही एनर्जी थी जितनी 10 हिरोशिमा बमों में होती है। असल में, 7 से ऊपर का कोई भी भूकंप बेहद खतरनाक माना जाता है, और ये तो… एकदम ज़बरदस्त।
2. क्या सच में सुनामी का खतरा है? या सिर्फ़ डरावनी खबरें?
देखिए, मैं भी पहले यही सोच रहा था। लेकिन USGS और दूसरी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने साफ़ चेतावनी जारी की है। अमेरिका से लेकर जापान तक – सभी coastal areas को अलर्ट पर रखा गया है। हालांकि, अच्छी खबर ये है कि अभी तक बड़ी कोई घटना नहीं हुई है। फिर भी, सावधानी तो बरतनी ही चाहिए, है न?
3. ये भूकंप आया कहाँ से? कोई खास जगह?
असल में बात ये है कि भूकंप का epicenter था रूस के Kamchatka Peninsula के पास। और ये कोई आम जगह नहीं है दोस्तों! ये पूरा इलाका Pacific Ring of Fire का हिस्सा है – जहाँ दुनिया के 90% भूकंप आते हैं। थोड़ा डरावना लगता है न? लेकिन सच तो यही है।
4. क्या भारत को भी कुछ खतरा है? सच-सच बताइए
ईमानदारी से कहूँ तो… अभी तक तो कोई खास चिंता की बात नहीं है। Indian authorities ने साफ़ कहा है कि भारत के लिए अलग से कोई सुनामी वॉर्निंग जारी नहीं की गई है। लेकिन फिर भी, coastal states को थोड़ा सतर्क रहने को कहा गया है। बेहतर होगा न कि हम भी थोड़ी सावधानी बरतें? सिर्फ़ इतना ही।
Source: NDTV Khabar – Latest | Secondary News Source: Pulsivic.com