अमेरिका vs रूस: जब दो दिग्गज आमने-सामने हों, तो भारत की सुरक्षा पर क्या असर पड़ेगा?
1. मामला क्या है? (Context समझें)
अंतरराष्ट्रीय राजनीति का तापमान लगातार बढ़ रहा है। खबर ये है कि रूस और चीन ने अमेरिका और NATO को टक्कर देने के लिए एक नया मिलिट्री अलायंस बनाने की प्लानिंग शुरू कर दी है। असल में, ये वही रणनीति है जो रूस ने यूक्रेन वॉर में अपनाई थी। लेकिन चिंता की बात ये है कि इसका असर हमारी भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर भी दिख सकता है।
2. पूरी कहानी समझिए (Background)
- पिछले कुछ सालों से रूस और चीन मिलिट्री और इकोनॉमिक कोऑपरेशन को बढ़ावा दे रहे हैं – ये कोई न्यूज नहीं है।
- यूक्रेन वॉर के बाद तो रूस ने NATO देशों के खिलाफ अपनी स्ट्रैटेजी और भी तेज कर दी है।
- चीन पहले से ही हमारे साथ बॉर्डर डिस्प्यूट्स में उलझा हुआ है, अब वो रूस के साथ मिलकर अमेरिका को चारों तरफ से घेरने की फिराक में है।
- सबसे बड़ा डर ये है कि भारत-पाक बॉर्डर पर आतंकी गतिविधियों में रूसी वेपन्स और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो सकता है।
3. अब तक क्या हुआ? (Latest Updates)
- अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसियों ने इस रूस-चीन मिलिट्री डील का पर्दाफाश किया है।
- रूस, चीन को यूक्रेन वॉर में इस्तेमाल हुए ड्रोन्स और साइबर वॉरफेयर की टेक्नोलॉजी शेयर कर सकता है।
- हमारे सिक्योरिटी Experts को डर है कि पाकिस्तान इन्हें भारत के खिलाफ यूज कर सकता है।
- NATO ने तो इसे सीधे “ग्लोबल सिक्योरिटी के लिए खतरा” बता दिया है।
4. कौन क्या कह रहा है? (Reactions)
- अमेरिकी विदेश मंत्री: “रूस-चीन का ये गठजोड़ इंटरनेशनल पीस के लिए खतरनाक है। हम पूरी नजर बनाए हुए हैं।”
- भारतीय डिफेंस Experts: “अगर पाकिस्तान को रूसी मिलिट्री सपोर्ट मिलती है, तो हमें अपनी बॉर्डर सिक्योरिटी को और अपग्रेड करना होगा।”
- रूसी प्रवक्ता: “हम सिर्फ अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं, किसी को धमकी नहीं दे रहे।” (हमें यकीन करना चाहिए?)
5. आगे क्या हो सकता है? (Possible Scenarios)
- अमेरिका और NATO शायद रूस-चीन के खिलाफ नए सैंक्शन्स लाएं।
- भारत को अपनी डिफेंस तैयारियां बढ़ानी होंगी, खासकर बॉर्डर एरियाज में।
- दुनिया फिर से दो ब्लॉक्स में बंट सकती है – एक तरफ अमेरिका, दूसरी तरफ रूस-चीन। ये पूरी वर्ल्ड पॉलिटिक्स को अस्थिर कर सकता है।
ये स्टोरी अभी डेवलप हो रही है। आने वाले दिनों में नए ट्विस्ट्स आ सकते हैं। हम आपको अपडेट करते रहेंगे!
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com