रूस में 8.8 तीव्रता का भूकंप! क्या भारत को भी सुनामी का खतरा?
आज सुबह कमचटका प्रायद्वीप में जो हुआ, वो सच में डरावना था। 8.8 तीव्रता का भूकंप! अब आप सोच रहे होंगे – ये कमचटका कहाँ पड़ा है? असल में ये रूस का वो सुदूर इलाका है जहाँ भूकंप आना कोई नई बात नहीं। लेकिन इस बार तो पूरा प्रशांत क्षेत्र हिल गया। जापान से लेकर हवाई तक, हर जगह सुनामी की चेतावनी जारी हो गई। और हमारा INCOIS भी अलर्ट मोड पर है – कहीं ये हमारे यहाँ तो नहीं आने वाला?
अब थोड़ा पीछे चलते हैं। Pacific Ring of Fire के बारे में सुना है न? वो जहाँ धरती बहुत ज्यादा ‘जिंदादिल’ है – हर वक्त हिलती-डुलती रहती है। कमचटका भी इसी का हिस्सा है। 1952 में यहाँ 9.0 का भूकंप आया था – उसकी यादें अब भी लोगों को डराती हैं। हम भारतीयों के लिए ये मामला इसलिए भी अहम है क्योंकि 2004 के बाद से हमारी early warning system काफी मजबूत हुई है। पर क्या ये काफी है? ये सवाल अभी बना हुआ है।
USGS के मुताबिक, इस बार भूकंप का केंद्र समुद्र के 30 किमी नीचे था। जापान वालों ने तो 1 मीटर ऊँची लहरों की चेतावनी दे दी है। हमारे यहाँ INCOIS ने अभी तक अलर्ट नहीं दिया है, लेकिन वैज्ञानिकों की नजरें टीवी स्क्रीन से हट ही नहीं रहीं। स्थिति बदलते देर नहीं लगती, है न?
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ भी दिलचस्प हैं। रूस कह रहा है – “अभी तक बड़ा नुकसान नहीं”। जापान ने अपने लोगों को तट से दूर रहने को कहा है। हमारे भारतीय एक्सपर्ट्स का कहना है कि सीधा असर होने की संभावना कम है। पर याद रखिए – प्रकृति के सामने किसी की भविष्यवाणी 100% नहीं होती।
तो अब क्या? अगले कुछ दिन बेहद अहम हैं। Aftershocks आ सकते हैं, समुद्र की हरकतें बदल सकती हैं। अगर सुनामी बड़ी आई तो प्रशांत के देशों को भारी नुकसान हो सकता है। हमारे लिए ये एक और याद दिलाने वाली घटना है – coastal security को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
फिलहाल अच्छी खबर ये है कि भारत के लिए कोई बड़ा खतरा नहीं दिख रहा। लेकिन INCOIS और USGS की latest updates पर नजर बनाए रखना ही समझदारी होगी। क्योंकि प्रकृति के साथ कभी भी ‘चलता है’ वाला रवैया ठीक नहीं होता। सच ना?
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रूस में 8.8 तीव्रता का भूकंप: क्या सच में है सुनामी का खतरा? जानिए सबकुछ
अरे भाई, रूस में जो भूकंप आया है, वो सच में डराने वाला है। 8.8 रिक्टर स्केल! ये कोई मामूली बात नहीं। लेकिन सवाल यह है कि क्या हमें भारत में भी डरने की जरूरत है? चलिए, बात करते हैं…
1. क्या इस भूकंप की चपेट में भारत भी आ सकता है?
देखिए, सीधी बात ये है कि अगर समुद्र के नीचे टेक्टॉनिक प्लेट्स ज्यादा हिल गईं, तो सुनामी का खतरा बन सकता है। और हाँ, हमारे coastal areas को भी अलर्ट पर रहना होगा। मतलब, चेन्नई, मुंबई, कोलकाता – इन सबको ध्यान रखना पड़ेगा। थोड़ा सतर्क रहिए, कोई हर्ज नहीं!
2. सुनामी का खतरा कहाँ-कहाँ है? सिर्फ रूस तक सीमित नहीं!
असल में बात ये है कि रूस तो पहले से ही प्रभावित है, लेकिन हमारे जैसे देशों के लिए भी चिंता की बात है। जापान, इंडोनेशिया, फिलीपींस – ये सब तो पहले से ही सुनामी के लिए संवेदनशील हैं। Pacific Rim वाले areas तो बिल्कुल ही रिस्क जोन में आते हैं। Experts लगातार monitor कर रहे हैं, लेकिन हमें भी अपनी आँखें खुली रखनी होंगी।
3. सुनामी आने पर क्या करें? पैनिक नहीं, समझदारी से काम लें!
सुनो, अगर अलर्ट आ जाए तो सबसे पहले coastal areas से दूर चले जाएँ। Higher ground पर पहुँचने की कोशिश करें। और हाँ, authorities के instructions को फॉलो करना बिल्कुल न भूलें! Emergency kit तैयार रखें – पानी, दवाइयाँ, टॉर्च… ये सब बेसिक चीजें हैं जो जान बचा सकती हैं।
4. क्या ये भूकंप Ring of Fire से जुड़ा है? थोड़ा कॉम्प्लिकेटेड है जवाब
ईमानदारी से कहूँ तो, रूस का ये area technically Ring of Fire का हिस्सा नहीं है। लेकिन यहाँ भी टेक्टॉनिक प्लेट्स एक्टिव हैं। मतलब क्या? मतलब ये कि बड़े भूकंप आने की संभावना हमेशा बनी रहती है। Nature का गुस्सा, समझिए!
तो दोस्तों, बात संक्षेप में ये है कि घबराने की जरूरत नहीं, लेकिन सतर्क रहने में ही समझदारी है। क्या पता, प्रकृति कब क्या कर दे? आपका क्या ख्याल है? कमेंट में बताइएगा!
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com