कर्नाटक के जंगलों में रूसी माँ-बेटियों का रहस्य: क्या है पूरा माजरा?
अक्सर हम सुनते हैं कि जंगलों में कुछ ऐसी रहस्यमय घटनाएँ होती हैं जो फिल्मी कहानियों जैसी लगती हैं। लेकिन कर्नाटक के जंगलों में जो हुआ, वह सच में किसी थ्रिलर से कम नहीं! सात साल तक एक रूसी महिला और उसकी दो बेटियों का गुफा में रहना… सुनकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं, है न? स्थानीय लोगों ने जब इन्हें देखा तो शायद उनकी हालत भी कुछ ऐसी ही रही होगी। पुलिस को बुलाया गया और फिर पता चला कि ये महिला 2017 में commercial visa पर भारत आई थी। पर सवाल यह है कि इतने सालों तक ये कैसे गायब रहीं? और क्यों?
कहानी की शुरुआत: क्या छिपा है पर्दे के पीछे?
मामला सामने आते ही पुलिस और विदेश मंत्रालय दोनों की नींद उड़ गई। पासपोर्ट चेक किया तो पता चला – visa तो कब का expire हो चुका था! है न हैरान कर देने वाली बात? स्थानीय लोगों का कहना है कि ये परिवार सालों से यहाँ रह रहा था, पर किसी ने गौर ही नहीं किया। सच कहूँ तो मुझे लगता है, हम भारतीयों की यही तो खूबी है न – अपने आसपास हो रही अजीबोगरीब चीज़ों को भी नज़रअंदाज़ कर देना। लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि आखिर ये लोग जंगल में क्यों रह रही थीं? क्या कोई spiritual वजह थी, या फिर कोई और राज़?
ताज़ा अपडेट: अब क्या चल रहा है?
फिलहाल पुलिस ने तीनों को सुरक्षित हिरासत में ले लिया है। पूछताछ में महिला ने कुछ ऐसी बातें कही हैं जिससे लगता है कि शायद वह किसी religious group से जुड़ी हो। पर यह तो अभी पक्का नहीं। रूसी दूतावास भी इस मामले में कूद चुका है – वे पहचान सत्यापित करने में जुटे हैं। और हाँ, कानूनी पचड़े भी तो हैं न! Visa rules तोड़ने पर क्या होगा? क्या ये परिवार भारत में रह पाएगा? सवालों के जवाब अभी बाकी हैं।
लोग क्या कह रहे हैं?
इस मामले ने तो सबको हिला कर रख दिया है। स्थानीय अधिकारी कहते हैं, “यह बिल्कुल असामान्य केस है।” वहीं रूसी दूतावास भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। पर सबसे मजेदार बात? स्थानीय ग्रामीणों को पता ही नहीं था कि ये विदेशी हैं! एक ग्रामीण तो बोला, “ये तो बड़ी शांति से रहती थीं, किसी को तकलीफ नहीं देती थीं।” सच कहूँ तो यही बात सबसे ज्यादा चौंकाने वाली है – सात साल तक पड़ोसियों को शक तक नहीं हुआ!
अब आगे क्या?
तो अब सवाल यह है कि इसका अंत क्या होगा? विदेश मंत्रालय और रूसी अधिकारी मिलकर इस गुत्थी को सुलझाने की कोशिश करेंगे। अगर visa वाकई expire पाया गया तो… समझदार लोग समझ गए होंगे कि मामला गंभीर हो सकता है। और देखिए न, यह केस एक बार फिर visa नियमों पर बहस छेड़ देता है। क्या हमारी सिस्टम में कोई खामी है? क्या विदेशियों पर नजर रखने की प्रक्रिया और सख्त होनी चाहिए? सवाल तो बहुत हैं…
आखिरी बात: यह कहानी अभी अधूरी है। जैसे-जैसे जाँच आगे बढ़ेगी, नए तथ्य सामने आएँगे। फिलहाल तो बस इतना ही कहा जा सकता है – यह मामला सच में किसी रहस्य रोमांच किताब जैसा है। और हम सब की तरह, मैं भी यही सोच रहा हूँ – आखिर इसका अंत क्या होगा? क्या हमें सच्चाई पता चल पाएगी? वक्त ही बताएगा…
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Source: NDTV Khabar – Latest | Secondary News Source: Pulsivic.com