सेबी ने जेन स्ट्रीट पर बैन लगाया, 4843 करोड़ रुपये वापसी का आदेश – जानें किसे मिलेगा पैसा?

सेबी ने Jane Street पर बैन मारा, 4843 करोड़ वापसी का झटका – अब किसके हाथ लगेगा ये पैसा?

अरे भाई, भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में आज एक धमाकेदार फैसला आया है! SEBI ने अमेरिकी दिग्गज ट्रेडिंग कंपनी Jane Street को पटखनी देते हुए 4,843 करोड़ रुपये वापस करने का आदेश दिया है। सीधे शब्दों में कहें तो, सेबी का कहना है कि ये लोग “गेम में गड़बड़” कर रहे थे। और सुनिए – Jane Street ने ये पूरी रकम एक escrow account में जमा भी कर दी है। अब ये मामला और भी दिलचस्प हो गया है!

पूरा माजरा क्या है? कहाँ फंस गए Jane Street?

देखिए, Jane Street कोई छोटी-मोटी कंपनी नहीं है। ये तो दुनिया की टॉप quant trading firms में से एक है। लेकिन सेबी की जांच में पता चला कि इन्होंने भारतीय बाजार में “हथकंडे” अपनाए थे। असल में, ये लोग डेरिवेटिव्स और कैश मार्केट के बीच के प्राइस गैप का गलत फायदा उठा रहे थे। सेबी को लगा – ये तो निवेशकों के साथ धोखा है! और फिर क्या था – बैन लगा दिया, पैसे वापस करने को कह दिया। सीधी सी बात है ना?

अब सबसे बड़ा सवाल – ये पैसा कहाँ जाएगा?

अभी तक का सबसे ज़बरदस्त ट्विस्ट ये है कि Jane Street ने पूरे 4,843 करोड़ escrow account में डाल दिए हैं। मतलब साफ है – वो सेबी के आदेश को गंभीरता से ले रहे हैं (हालांकि आगे कोर्ट जाने की गुंजाइश तो है ही)। अब सेबी की बारी है कि ये पैसा उन निवेशकों तक पहुंचाए जिन्हें नुकसान हुआ। पर यहाँ मुश्किल ये है कि – कैसे पता चलेगा कि किस-किस को कितना नुकसान हुआ? थोड़ा पेचीदा मामला है, है ना?

एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं? बाजार का रिएक्शन?

सेबी के एक बड़े अधिकारी ने तो साफ कह दिया – “ये फैसला जरूरी था”। उनका कहना है कि विदेशी निवेशकों को पता चलना चाहिए कि भारत में नियम तोड़ने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। वित्तीय एक्सपर्ट्स की राय है कि ये केस दूसरे foreign investors के लिए एक वॉर्निंग है। और Jane Street? वो अभी तक चुप ही है। शायद अपनी अगली चाल सोच रहे हैं!

अब आगे क्या? लंबा खिंच सकता है मामला

अब देखना ये है कि सेबी इस पैसे को कैसे बाँटती है। और हाँ, अगर Jane Street कोर्ट चली गई तो ये केस SAT या हाईकोर्ट तक भी पहुँच सकता है। मतलब ये स्टोरी अभी खत्म नहीं हुई! एक बात तो तय है – ये मामला भारतीय कैपिटल मार्केट के लिए एक लैंडमार्क केस बन गया है। सेबी ने साबित कर दिया कि वो बड़े-बड़े दिग्गजों से भी नहीं डरती।

तो कुल मिलाकर: सेबी का ये कदम सिर्फ पैसे वापसी तक ही सीमित नहीं है। ये एक मजबूत मैसेज है कि भारतीय बाजार में फेयर प्ले ही चलेगा। चाहे कोई भी हो, नियम तोड़ेगा तो छूटेगा नहीं। और हाँ, अगर आपको लगता था कि SEBI सिर्फ छोटे खिलाड़ियों पर कार्रवाई करती है – तो इस केस ने आपकी सोच बदल दी होगी!

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SEBI ने जेन स्ट्रीट पर बैन और 4843 करोड़ रुपये वापसी का आदेश – जानिए पूरा मामला

अरे भाई, ये जेन स्ट्रीट वाला केस तो हल्ला मचा रहा है न? SEBI ने एकदम सख्त एक्शन लेते हुए बैन लगा दिया और साथ ही 4843 करोड़ रुपये वापसी का आदेश भी। लेकिन सवाल यह है कि आखिर हुआ क्या? चलिए, बिना गोल-गोल बात किए सीधे मुद्दे पर आते हैं।

1. भईया, SEBI ने जेन स्ट्रीट को बैन क्यों किया?

देखिए, बात सीधी-सी है। SEBI को लगा कि जेन स्ट्रीट ने निवेशकों के साथ… मतलब, थोड़ा सा गलत खेल किया है। पैसे इकट्ठा करने के तरीके में दिक्कत थी, नियमों को हल्के में लिया गया। और भई, जब रेगुलेटर को ऐसा लगे तो वो एक्शन तो लेगा ही न? निवेशकों का पैसा सुरक्षित रखना उनकी जिम्मेदारी है।

2. ये 4843 करोड़ रुपये किसकी जेब में जाएंगे?

असल में ये पैसा तो उन्हीं लोगों को मिलेगा जिन्होंने जेन स्ट्रीट के प्लेटफॉर्म पर पैसा लगाया था। SEBI ने एक सिस्टम बनाया है – जैसे कोई रिफंड मैकेनिज्म। लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि हर कोई पैसा वापस पा सकेगा, ऐसा जरूरी नहीं। जो लोग eligibility criteria पूरा करेंगे, सिर्फ उन्हें ही फंड मिल पाएगा।

3. सवाल ये कि अब जेन स्ट्रीट बंद ही हो गई क्या?

हालांकि SEBI के बैन के बाद तो कंपनी का कामकाज रोक दिया गया है… लेकिन ये परमानेंट बैन है या टेंपरेरी? ये तो अभी क्लियर नहीं। देखिए न, भविष्य में कंपनी चल पाएगी या नहीं, ये पूरी तरह SEBI की जांच और कोर्ट के फैसले पर डिपेंड करेगा। अभी के लिए तो स्टॉप लग चुका है।

4. अगर आपका पैसा फंसा है तो क्या करें?

तो दोस्तों, अगर आप भी उन निवेशकों में से हैं जिनका पैसा जेन स्ट्रीट में अटका हुआ है, तो घबराइए मत। SEBI या जेन स्ट्रीट की official website पर जाइए – वहां आपको स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस मिल जाएगी। आमतौर पर एक claim form भरना होता है, कुछ documents attach करने होते हैं… और फिर इंतजार। पर याद रखिए, इस पूरी प्रक्रिया में अपडेट्स के लिए SEBI के नोटिस को रेगुलर चेक करते रहना होगा। सब्र रखिए, प्रोसेस थोड़ा टाइम ले सकता है।

एक बात और – अगर कंफ्यूजन हो तो किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह ले लीजिएगा। बेहतर होगा।

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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