शशि थरूर पर हमला: क्या कांग्रेस में अब खुलकर भिड़ेंगे बाज और गिद्ध?
परिचय
कांग्रेस के सबसे चर्चित नेताओं में से एक शशि थरूर पर हुआ हालिया हमला सिर्फ एक अलग घटना नहीं है। देखा जाए तो ये कांग्रेस के भीतर चल रही उस जंग का नया Chapter है जो अब सड़कों तक पहुंच चुका है। Experts की मानें तो ये सिर्फ पार्टी के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे राजनीतिक माहौल के लिए चिंता का विषय है।
कांग्रेस का ‘महाभारत’ कब तक?
पुरानी बीमारी, नए लक्षण
असल में कांग्रेस में गुटबाजी कोई नई बात नहीं। लेकिन पिछले कुछ सालों में ये जंग और तेज हो गई है। एक तरफ पुराने नेता अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं, तो दूसरी तरफ Young Leaders नई जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल-सोनिया के नेतृत्व में हुए बदलावों ने इस आग में घी का काम किया है।
थरूर: बदलाव का चेहरा या विवादों का?
शशि थरूर ने अपनी Intellectual Image और Global Exposure की बदौलत पार्टी में खास जगह बनाई है। पर उनका ये स्टाइल पार्टी के कुछ बड़े नेताओं को रास नहीं आता। उनके समर्थक मानते हैं कि थरूर ही कांग्रेस को नए दौर में ले जा सकते हैं, जबकि विरोधियों को लगता है कि वो पार्टी की जड़ों से दूर जा रहे हैं।
हमला और उसके बाद
क्या हुआ था उस दिन?
दिल्ली के एक Public Event के दौरान अचानक कुछ लोगों ने थरूर पर हमला बोल दिया। Reports के मुताबिक हमलावरों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। हालांकि थरूर सुरक्षित निकल गए, लेकिन ये घटना पूरे Political Circle में बम की तरह गिरी है। Police जांच कर रही है, पर सवाल ये है कि क्या सच सामने आ पाएगा?
किसने क्या कहा?
राहुल गांधी ने इस हमले को ‘शर्मनाक’ बताया तो दूसरे दलों ने भी चिंता जताई। Media में तो ये मामला गरमा गया है। कई Experts का मानना है कि ये कांग्रेस के Internal Conflict का ही एक हिस्सा है।
बाज बनाम गिद्ध: असली मतलब क्या?
राजनीति का जंगल नियम
Political Analysts इस पूरे मामले को ‘बाज’ और ‘गिद्ध’ के रूपक से समझा रहे हैं। बाज यानी वो जो सीधे ताकत हासिल करने की लड़ाई लड़ रहे हैं, और गिद्ध वो जो लड़ाई खत्म होने का इंतज़ार कर रहे हैं। कांग्रेस में ये लड़ाई अब छिपी नहीं रह गई है।
आगे क्या?
इस घटना का थरूर के Political Career पर क्या असर होगा, ये तो वक्त बताएगा। उनके supporters का दावा है कि वो इससे और मजबूत होकर उभरेंगे। पर सवाल ये है कि कांग्रेस की Internal Politics में अब उनकी Strategy क्या होगी?
निष्कर्ष
कांग्रेस के लिए ये वक्त बेहद अहम है। एक बड़ी पार्टी के भीतर का ये संघर्ष पूरे देश की राजनीति को प्रभावित कर सकता है। थरूर और कांग्रेस का भविष्य क्या होगा, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन इतना तय है कि ये घटना Indian Politics के इतिहास में एक Important Moment के तौर पर दर्ज होगी।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com