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“शिवराज सिंह चौहान का ‘मामा’ वाला अंदाज! घायल युवक को अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया”

शिवराज सिंह चौहान का ‘मामा’ वाला अंदाज़ – असली या नकली? घायल युवक को अस्पताल पहुँचाने की कहानी

अरे भाई, क्या बात है! शिवराज सिंह चौहान ने फिर से वही किया जिसके लिए उन्हें ‘मामा’ कहा जाता है। पर सच्चाई क्या है? होशंगाबाद में एक जनसभा के लिए जाते वक्त उन्होंने एक बाइक हादसे में घायल युवक को अपनी गाड़ी में बिठाकर अस्पताल पहुँचाया। अब ये कोई पहली बार तो है नहीं… मामा जी तो हमेशा से ऐसे ही हैं ना? सोशल मीडिया पर तो ये वायरल हो ही रहा है, लेकिन असलियत क्या है?

मजे की बात ये है कि ‘मामा’ का टाइटल उन्हें यूँ ही नहीं मिला। देखा जाए तो ये उनके सहज, सरल स्वभाव की वजह से है। ईमानदारी से कहूँ तो राजनीति में ऐसे लोग कम ही मिलते हैं जो बिना कैमरा देखे भी लोगों की मदद करते हैं। हालांकि कुछ लोग इसे नाटक भी कह रहे हैं… पर क्या सच में?

अब घटना पर आते हैं। होशंगाबाद के पास एक सड़क पर बाइक सवार युवक का हादसा हो गया। संयोग से मामा जी का काफिला वहाँ से गुजर रहा था। और फिर क्या? बस देखते ही गाड़ी रोकी, युवक को उठाया और सीधे अस्पताल पहुँचा दिया। मीडिया reports के मुताबिक लड़का अब stable है। एकदम ज़बरदस्त। सच में।

सोशल media पर तो मानो तूफान आ गया! एक तरफ आम जनता है जो मामा जी की तारीफ़ कर रही है, दूसरी तरफ विपक्ष के नेता इसे ‘छवि निर्माण’ बता रहे हैं। पर यार, जिस लड़के की जान बची है, उसके परिवार ने तो मामा जी का दिल से शुक्रिया अदा किया है। यही असली बात है न?

अब असर की बात करें तो… देखिए, राजनीति तो अपनी जगह है। लेकिन आम आदमी के दिल में मामा जी की जो इज्जत बढ़ी है, वो झूठी नहीं हो सकती। वहीं प्रशासन ने सड़क safety को लेकर कुछ नए नियम बनाने की बात कही है। अच्छी बात है, पर क्या ये सिर्फ़ कागज़ों तक ही सीमित रहेगा?

आखिर में कहूँ तो… चाहे जो भी हो, ये घटना एक सबक तो देती ही है। मुसीबत में किसी की मदद करना सिर्फ़ नेताओं का ही काम नहीं, हम सबकी ज़िम्मेदारी है। और हाँ, मामा जी ने फिर साबित कर दिया कि वो क्यों इतने प्यारे हैं। या फिर… क्या ये सब सिर्फ़ एक छवि है? आपको क्या लगता है?

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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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