“शुभांशु को रूस में क्या मिलेगा सबसे पहले? ब्रेड-नमक की रोचक परंपरा!”

शुभांशु को रूस में सबसे पहले क्या मिला? ब्रेड-नमक की ये अनोखी रस्म जानकर आपको भी हैरानी होगी!

भारत का गौरव, हमारे अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष से सकुशल लौट आए हैं। और सच कहूँ तो, उनके स्वागत का तरीका इतना खास था कि मैंने पहले कभी नहीं सुना! जैसे ही उनका स्पेसक्राफ्ट कजाकिस्तान के रूसी स्पेस सेंटर में उतरा, वहाँ के अधिकारियों ने उन्हें “ब्रेड-नमक” (хлеб-соль) की पारंपरिक रस्म से सम्मानित किया। ये कोई आम स्वागत नहीं था, बल्कि सदियों पुरानी रूसी परंपरा का हिस्सा है जो मेहमान को सबसे ऊँचा सम्मान देती है।

अब सवाल यह है कि आखिर ये ब्रेड-नमक वाली परंपरा है क्या? दरअसल, शुभांशु जी भारत-रूस के संयुक्त ISS मिशन पर थे जहाँ उन्होंने पूरे 6 महीने बिताए। और रूस में तो अंतरिक्ष से लौटने वालों के लिए ये परंपरा बहुत खास है। मजेदार बात ये है कि लैंडिंग के बाद तुरंत खाना नहीं दिया जाता। पहले क्यों? क्योंकि माइक्रोग्रैविटी में इतने दिन बिताने के बाद शरीर को सामान्य होने में वक्त लगता है। तो पहले पूरी मेडिकल जांच, फिर भोजन!

शुभांशु जी को सबसे पहले मिली ये सिंबॉलिक ब्रेड-नमक की थाली। इसमें थी रूस की मशहूर काली ब्रेड और नमक से सजी प्लेट। असल में ये परंपरा इतनी पुरानी है कि रूस में राजकीय समारोहों से लेकर घरों तक में इसका महत्व है। और हाँ, मेडिकल टेस्ट्स के बाद उन्हें हल्का पर पौष्टिक खाना दिया गया – ताजे फल, सूप और हर्बल टी। बिल्कुल वैसा ही जैसा हम बीमार होने पर खाते हैं, है न?

ISRO के प्रवक्ता ने तो इसे “भारत-रूस दोस्ती की नई उड़ान” बताया। वहीं रोस्कोस्मोस वालों ने कहा, “हमें अपने भारतीय साथी को हमारे तरीके से स्वागत करने पर गर्व है।” और शुभांशु जी के परिवार की खुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं था। सचमुच, ये पल सिर्फ विज्ञान की जीत नहीं, बल्कि दो संस्कृतियों का मिलन भी था।

अगले कुछ दिन शुभांशु जी रूस में मेडिकल निगरानी में रहेंगे। उनके भारत लौटने पर सरकार विशेष सम्मान समारोह करेगी। और इस मिशन का डेटा? वो तो भविष्य के भारत-रूस प्रोजेक्ट्स के लिए गेम-चेंजर साबित होगा। एक तरफ जहाँ ये वैज्ञानिक उपलब्धि है, वहीं ये दोनों देशों की दोस्ती की मिसाल भी। क्या आपको नहीं लगता कि ऐसी परंपराएँ विज्ञान को भी इंसानी बना देती हैं?

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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