शुभांशु शुक्ला की धरती पर वापसी – NASA ने तारीख बताई, पर सवाल ये है कि क्या होगा आगे?
अरे भई, अंतरिक्ष में भारत का नाम रोशन करने वाले ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अब घर लौट रहे हैं! NASA ने ऑफिशियली 14 जुलाई की तारीख बता दी है। सच कहूं तो, ये खबर सुनकर मुझे वो पुराना वाकया याद आ गया जब राकेश शर्मा ने पहली बार अंतरिक्ष से ‘सारे जहां से अच्छा’ गाया था। अब शुक्ला साहब की ये वापसी सिर्फ एक मिशन का अंत नहीं, बल्कि भारत और NASA के बीच एक नए युग की शुरुआत है। है न गर्व की बात?
इतिहास रचने वाला मिशन – पर कैसे हुई ये शुरुआत?
देखिए, शुभांशु शुक्ला कोई आम आदमी नहीं हैं। भारतीय वायुसेना के इस ऑफिसर ने अपने करियर में कई मुश्किलों का सामना किया है। लेकिन ISS पर जाना? ये तो किसी सपने जैसा था! असल में, ये मिशन दिखाता है कि अब हमारा देश अंतरिक्ष टेक्नोलॉजी में कितना आगे निकल चुका है। मजे की बात ये कि इससे पहले कभी किसी भारतीय डिफेंस ऑफिसर को NASA ने ISS पर नहीं भेजा था। एक तरह से ये हमारे लिए ‘फर्स्ट टाइम’ वाली फीलिंग है!
वापसी की तैयारियां – NASA ने क्या-क्या किया?
अब बात करते हैं वापसी की। NASA वाले तो पूरी तरह से तैयार हैं, लेकिन सच पूछो तो ये इतना आसान नहीं होगा। स्पेस से लौटने के बाद शुक्ला साहब को कड़ी medical जांच से गुजरना पड़ेगा – क्योंकि लंबे समय तक जीरो ग्रैविटी में रहने से शरीर पर क्या असर पड़ता है, ये तो आप समझ ही सकते हैं। फिर उनके एक्सपेरिमेंट्स का डेटा तो अभी एनालाइज होना बाकी है। मेरा मानना है कि ये डेटा हमारे गगनयान मिशन के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है!
देश-विदेश की प्रतिक्रियाएं – क्या कह रहे हैं लोग?
सोशल मीडिया पर तो #WelcomeBackShubhanshu ट्रेंड कर ही रहा है। भारतीय वायुसेना ने इसे ‘गर्व का पल’ बताया है। पर मुझे सबसे दिलचस्प लगा NASA प्रवक्ता का कमेंट – “शुक्ला ने ISS पर बेहतरीन काम किया है।” सुनकर लगता है जैसे हमारा बच्चा किसी बड़े स्कूल में फर्स्ट आया हो! और हां, आपको पता है कि इस मिशन पर विदेशी मीडिया ने भी काफी कवरेज दिया है? ये दिखाता है कि अब दुनिया हमारी स्पेस क्षमताओं को गंभीरता से ले रही है।
आगे क्या? – भविष्य की संभावनाएं
असल सवाल तो ये है कि इस मिशन के बाद क्या होगा? शुक्ला साहब के एक्सपीरियंस से हमें क्या सीखने को मिलेगा? मेरी नजर में तो ये सिर्फ शुरुआत है। इस सफलता के बाद भारत और NASA के बीच और भी ज्वाइंट मिशन हो सकते हैं। कौन जाने, अगली बार कोई हमारा साइंटिस्ट चांद पर जाए! एक बात तो तय है – अंतरिक्ष में भारत का सफर अब रुकने वाला नहीं। और हां, शुभांशु शुक्ला साहब, आपका स्वागत है! पूरा देश आपके अनुभव सुनने को बेताब है।
तो क्या आपको लगता है कि ये मिशन भारत के लिए नए अवसर लाएगा? कमेंट में बताइएगा जरूर!
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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com