ED का बड़ा दावा: सोनिया-राहुल कोर्ट को गुमराह कर रहे हैं, या फिर सच्चाई कुछ और है?
अरे भई, ED ने तो आजकल नेशनल हेराल्ड केस में बम गिरा दिया है! उनका कहना है कि सोनिया और राहुल गांधी कोर्ट को जान-बूझकर गलत राह पर ले जा रहे हैं। और तो और, ₹142 करोड़ के घोटाले का भी खुलासा हुआ है। सच कहूं तो, यह मामला पुराना है, लेकिन अचानक से फिर से गरमा गया है। AJL की संपत्तियों के अवैध अधिग्रहण का आरोप… वाह, ये तो गंभीर बात है न? राजनीति के गलियारों में तो मानो भूचाल आ गया है।
नेशनल हेराल्ड: कांग्रेस का ‘प्यारा’ अखबार जो बन गया सिरदर्द
देखिए, ये नेशनल हेराल्ड वाला मामला कोई नया नहीं है। ये अखबार तो कांग्रेस का पुराना साथी रहा है – जैसे चश्मा और आंख का रिश्ता। पर 2010 के आसपास जब ये डूबने लगा, तब क्या हुआ? कहते हैं कांग्रेस वालों ने ट्रस्ट के जरिए संपत्तियां हड़प लीं। ED का तो यहां तक कहना है कि ये सब कानून को मटियामेट करके किया गया। और सबूत भी दिखा रहे हैं – पैसों का गोरखधंधा, प्रॉपर्टी ट्रांसफर में धोखाधड़ी… बात बनती दिख रही है।
ED का नया बयान: सच्चाई या राजनीति?
अब यहां मजेदार ट्विस्ट आता है। ED ने कोर्ट में कहा है कि गांधी परिवार के बयान… कैसे कहें… ‘क्रिएटिव ट्रुथ’ जैसे हैं। मतलब साफ है – झूठ बोलकर जांच को प्रभावित करने की कोशिश। सुनकर हैरानी होती है कि AJL की प्रॉपर्टी जो असल में ₹142 करोड़ की थी, वो यंग इंडियन को ₹50 लाख में बिक गई? भई, ये तो वैसा ही है जैसे कोई बंगला ₹5 लाख में बेच दे! ED को तो ये money laundering का केस लग रहा है। और मानना पड़ेगा, आंकड़े देखकर शक होना लाजमी है।
राजनीति गरमाई: ‘चोर-चोर मौसेरे भाई’ वाला गाना
अब इस पर राजनीति तो होगी ही न! कांग्रेस कह रही है ये मोदी सरकार की ‘वेंजेटिव पॉलिटिक्स’ है। उनका कहना है – “हमें डराने की कोशिश हो रही है।” वहीं भाजपा वाले ताली बजा-बजाकर कह रहे हैं – “कानून अपना काम कर रहा है।” कुछ experts तो ये तक कह रहे हैं कि अगर ED के पास ठोस सबूत हैं, तो गांधी परिवार के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। पर सच क्या है? वो तो समय ही बताएगा।
अब आगे क्या? 2024 की राजनीति पर असर?
अब सबकी नजर कोर्ट पर है। ED की रिपोर्ट, गांधी परिवार का जवाब – सब कुछ तोलना होगा। अगर आरोप सही साबित हुए तो? तब तो गंभीर केस बन सकता है। और 2024 के चुनावों से पहले ये मामला कांग्रेस के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। सच पूछो तो, ये केस अब सिर्फ घोटाले तक सीमित नहीं रहा – ये तो देश की राजनीति का गेम-चेंजर बन सकता है।
फिलहाल तो यही कहा जा सकता है – स्टे ट्यून्ड, क्योंकि ये सिर्फ शुरुआत हो सकती है!
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1. ED ने सोनिया-राहुल पर क्या उंगली उठाई है?
देखिए, मामला कुछ यूं है – ED का कहना है कि National Herald case में सोनिया जी और राहुल जी ने ₹142 करोड़ के घोटाले में हाथ होने का आरोप लगाया है। और यही नहीं, कोर्ट को गलत जानकारी देने की कोशिश भी! ED का दावा तो यहां तक है कि ये पैसा Congress के funds से खेल-खेल में हड़प लिया गया। सच क्या है? वो तो कोर्ट ही बताएगा।
2. National Herald case – ये है क्या बला? और कब से चल रही है ये कहानी?
असल में बात 2012 की है जब ये पूरा मामला सामने आया। समझिए तो ये एक property का खेल है जहां Congress के नेताओं पर Associated Journals Limited (AJL) की जमीन-जायदाद को गोलमाल तरीके से हथियाने के आरोप लगे। कहानी तो बड़ी रोचक है, लेकिन सच्चाई? अभी तक कोर्ट के चक्कर काट रही है।
3. ED को इस पूरे मामले में क्या लेना-देना?
अब यहां थोड़ा technical आ जाता है। ED यानी Enforcement Directorate का काम है money laundering के केसों की जांच करना। उनका दावा? Congress के बड़े नेताओं ने party के पैसों से खेल खेला, property का गोरखधंधा किया और financial fraud किया। पर सवाल ये कि क्या सबूत हैं ED के पास? वो भी तो देखना ज़रूरी है न!
4. अब तक क्या हुआ है इस मामले में? कहां पहुंचा केस?
सच कहूं तो बहुत कुछ नहीं हुआ। ED ने सोनिया जी और राहुल जी से कई बार सवाल-जवाब किए, chargesheet भी दाखिल कर दी। लेकिन ये मामला अभी भी कोर्ट के चक्कर काट रहा है। Final verdict? अभी तो बस इंतज़ार का खेल है। कब तक? कोई नहीं जानता।
एक बात और – ये सब पढ़कर आप क्या सोच रहे हैं? क्या ये सच में बड़ा घोटाला है या फिर राजनीति का एक और खेल? कमेंट में ज़रूर बताइएगा!
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com