भाप इंजन बनाम वंदे भारत: जब दो युग आमने-सामने आ गए!
अरे भाई, क्या आपने कभी सोचा था कि हमारे ज़माने की सुपरफास्ट Vande Bharat और दादा-परदादा के ज़माने के Steam Engine की आमने-सामने मुलाकात हो सकती है? मज़ाक नहीं, यह सचमुच हुआ है! चंडीगढ़-अजमेर रूट पर रेवाड़ी स्टेशन के पास यह अनोखा नज़ारा देखने को मिला। सोशल मीडिया तो पूरी तरह से हिल गया – #SteamVsVandeBharat ट्रेंड करने लगा। असल में देखा जाए तो यह सिर्फ दो ट्रेनों की मुलाकात नहीं, बल्कि दो युगों का मिलन था!
एक तरफ आधुनिकता, दूसरी तरफ विरासत
Vande Bharat को तो आप जानते ही होंगे – हमारी सेमी-बुलेट ट्रेन जो 160 km/h की रफ़्तार से उड़ती है। AC, चार्जिंग पॉइंट्स, स्मूद राइड – सब कुछ टॉप-नॉच। और दूसरी तरफ… वो पुराना Steam Engine! जिसकी आवाज़ सुनकर बचपन की यादें ताज़ा हो जाती हैं। अब सवाल यह है कि इन दोनों का मिलन कैसे हुआ? दरअसल, रेवाड़ी में Steam Engine का एक हेरिटेज सेक्शन है। कभी-कभी इन्हें स्पेशल इवेंट्स के लिए चलाया जाता है। और उसी दिन संयोग से Vande Bharat भी वहाँ से गुजर रही थी। क्या कॉइन्सिडेंस था न?
लोगों की क्या राय थी?
सच कहूँ तो यह नज़ारा देखकर लोग झूम उठे! एक यात्री ने तो बड़ी मस्त बात कही – “ये वैसा ही है जैसे आपका पुराना Nokia 1100 और नया iPhone एक साथ देख लो!” रेलवे वालों को भी यह घटना बेहद पसंद आई। एक अधिकारी ने बताया, “हमारे लिए यह गर्व की बात है कि हम अपनी विरासत को संभाले हुए आधुनिकता की ओर बढ़ रहे हैं।” हालांकि, सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई – कुछ लोग Steam Engine के दीवाने थे तो कुछ Vande Bharat के फैन। आपकी राय क्या है?
क्या यह सिर्फ एक शो था या कुछ और?
देखिए, इस घटना ने कई नए विचार दिए हैं। एक तो पर्यटन के लिए Steam Engine को और इस्तेमाल किया जा सकता है – कल्पना कीजिए, हेरिटेज टूर पैकेज! दूसरा, टेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों के लिए यह एक लाइव केस स्टडी बन सकता है। पर सच पूछो तो सबसे बड़ी बात यह है कि इसने हमें दिखा दिया कि प्रगति और परंपरा साथ-साथ चल सकते हैं।
अंत में बस इतना कहूँगा – यह घटना उन पलों में से एक थी जो इतिहास में दर्ज हो जाते हैं। जब आप अपने बच्चों को बताएँगे, “हमने देखा था वो मंज़र!” एकदम ज़बरदस्त। सच में।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com