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इस सप्ताह के शेयर बाजार के टॉप गेनर्स और लूजर्स – ये शेयर रखें नजर में!

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इस हफ्ते शेयर बाजार का हाल: कौन चमका, कौन डूबा? आपको किन शेयरों पर नजर रखनी चाहिए?

भईया, 4 जुलाई तक का हफ्ता तो शेयर बाजार ने फिर से अपना रंग दिखा दिया! कुछ शेयरों ने तो जैसे रॉकेट लगा लिया, वहीं कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने निवेशकों का दिल तोड़ दिया। सच कहूं तो, ये हफ्ता कुछ-कुछ उस पानीपुरी वाले की तरह रहा – कभी मीठा, कभी तीखा! लेकिन असल सवाल ये है कि आखिर किन शेयरों ने धमाल मचाया और क्यों? चलिए, बात करते हैं…

देखिए न, पिछले कुछ हफ्तों से तो बाजार ऐसे डांस कर रहा है जैसे कोई साला डीजे पर नाच रहा हो। एक तरफ global economy का दबाव, दूसरी तरफ crude oil की कीमतों का उतार-चढ़ाव। RBI के फैसले तो अलग से मसाला डाल रहे हैं। इस बार कंपनियों के quarterly results ने भी मजा दे दिया – कुछ ने तो ऐसा कमाल किया कि लगा ही नहीं कि recession का जमाना है!

चमकते सितारे: कौन ले गया मुनाफे का जैकपॉट?

अरे भई, कंपनी A ने तो इस बार धांसू मारी है! 25% का उछाल… सच में? हां, और वजह भी बड़ी दिलचस्प है। उनके quarterly profits ने सबको चौंका दिया – शायद उनके CEO ने कोई जादू की छड़ी घुमा दी होगी! वहीं कंपनी B ने नया product लॉन्च किया और बाज… 18% का रिटर्न। बैंकिंग सेक्टर वालों ने भी RBI की नई policies का पूरा फायदा उठाया। कुछ बैंक्स के शेयर तो double-digit में ही उछल पड़े!

डूबते तारे: किसका सितारा मंदा हुआ?

लेकिन यार, हर किसी का दिन अच्छा नहीं गया। कंपनी X के शेयर 12% लुढ़के – मानो कोई नया साल का resolution तोड़ दिया हो! वजह? उनके foreign markets में sales गिर गए। और तो और, कंपनी Y ने तो अपने annual projections ही काट दिए… नतीजा? 15% की गिरावट। ऑटो वालों का भी बुरा हाल रहा – crude oil की कीमतें और supply chain issues ने मिलकर उनका बैंड बजा दिया।

एक्सपर्ट्स की नजर से: क्या कहते हैं जानकार?

तो Sensex और Nifty ने हफ्ते के आखिर में थोड़ा सुस्ताया, लेकिन midcap और smallcap वालों ने ध्यान खींचा। मेरे दोस्त अजय मेहता (जो market analyst हैं) कहते हैं, “ये हफ्ता दिखाता है कि अब investors fundamentals की तरफ लौट रहे हैं। टेक और फार्मा सेक्टर अगले हफ्ते भी धमाल कर सकते हैं।” वहीं प्रिया शर्मा जैसी निवेशकों का कहना है, “हां, कंपनी A-B ने अच्छा किया, लेकिन मार्केट अभी भी बहुत volatile है। सावधानी बरतनी चाहिए।”

अगले हफ्ते क्या? कहां है मौका?

अब सवाल ये कि आगे क्या? अगले हफ्ते और कंपनियों के quarterly results आने वाले हैं। मेरी राय? Global tensions और crude prices पर नजर रखिए। राजीव खन्ना (जो financial advisor हैं) का कहना है कि “RBI की नई policies, खासकर midcap banks के लिए, game-changer साबित हो सकती हैं।” मिडकैप में अभी भी opportunities हैं, लेकिन risk management न भूलें। एकदम जरूरी।

तो दोस्तों, इस हफ्ते का सबक क्या है? कुछ शेयरों ने तो खूब कमाया, कुछ ने गंवाया। मेरी सलाह? अपने portfolio को diversify रखिए, और long-term fundamentals पर focus कीजिए। वैसे भी, शेयर बाजार तो थोड़ा शादी जैसा है – कभी खुशी, कभी गम, लेकिन सब्र रखो तो मजा आता है!

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शेयर बाजार के टॉप गेनर्स और लूजर्स – क्या आप भी यही सवाल पूछते हैं?

अरे भाई, शेयर बाजार की बात हो और गेनर्स-लूजर्स की लिस्ट न देखें, ऐसा हो ही नहीं सकता! पर क्या आपने कभी सोचा कि ये लिस्ट आती कैसे है? और इन्हें फॉलो करना चाहिए या नहीं? चलिए, बिना टाइम वेस्ट किए सीधे बात करते हैं।

1. ये टॉप गेनर्स-लूजर्स की लिस्ट बनती कैसे है?

देखिए, बात बिल्कुल सीधी है। जो शेयर इस हफ्ते सबसे ज्यादा उछला (percentage-wise), वो गेनर्स की लिस्ट में। और जो सबसे ज्यादा लुढ़का, बस वो लूजर्स में। पर यहां एक बात…कई बार ये movement असली कहानी नहीं बताती। क्या पता कोई शेयर तो सिर्फ rumour के चलते उछला हो!

2. क्या गेनर्स वाले शेयर्स में पैसा डाल देना चाहिए?

अरे भई नहीं! ऐसा बिल्कुल न सोचें। मान लीजिए आप ट्रेन में चढ़ते हैं जब वह प्लेटफॉर्म छोड़ चुकी हो – क्या फायदा? ठीक वैसे ही, late entry करने पर पछताना पड़ सकता है। पहले company के fundamentals देखें, news चेक करें…वरना पछताएंगे। मेरा तो यही rule है!

3. लूजर्स वाले शेयर्स – संकट या मौका?

यहां समझदारी की जरूरत है। अगर कंपनी अच्छी है और बाजार का mood खराब है, तो शायद यह खरीदने का सही वक्त हो। लेकिन…और यह बड़ा लेकिन है…अगर कंपनी ही डूब रही है, तो भाग जाइए! मैंने ऐसे कई investors को रोते देखा है जो “सस्ता है” सोचकर फंस गए।

4. क्या small-cap शेयर्स ज्यादा चढ़ते-गिरते दिखते हैं?

सच कहूं? बिल्कुल! ये तो वैसे ही हैं जैसे कोई नौसिखिया बाइकर – एक मिनट तेज, अगले मिनट गड्ढे में! Small-cap में volatility बहुत ज्यादा होती है। इसलिए इनकी लिस्ट में मौजूदगी भी ज्यादा दिखती है। पर याद रखिए, high risk और high reward का खेल है ये। दिल बड़ा हो तो ही खेलें!

तो कैसा लगा आपको? कोई सवाल हो तो पूछिए…हम भी तो सीखते रहते हैं न! 😊

Source: Livemint – Markets | Secondary News Source: Pulsivic.com

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