बॉर्डर पर अचानक गरजा आसमान! लोगों में खौफ, सेना ने जारी किया ये बयान

बॉर्डर पर अचानक धमाके! लोगों की नींद उड़ी, पर असलियत कुछ और थी

कल सुबह जैसलमेर बॉर्डर पर क्या हुआ, सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। सुबह-सुबह अचानक इतनी तेज़ आवाज़ें कि लोगों को लगा कि युद्ध शुरू हो गया! असल में? भारतीय सेना का एक रूटीन ड्रिल था। Southern Command ने बाद में क्लैरिफाई किया कि यह उनका हाई इंटेंसिटी मिलिट्री ट्रेनिंग था। पर सच कहूं तो, इतनी तेज़ आवाज़ें सुनकर डरना तो लाज़मी था।

ये इलाका है बेहद सेंसिटिव

देखिए, जैसलमेर बॉर्डर तो वैसे भी नर्वस एरिया माना जाता है। यहां सेना के एक्सरसाइज तो चलते ही रहते हैं – कभी-कभी इतने रियलिस्टिक कि लोग कन्फ्यूज हो जाते हैं। पिछले कुछ महीनों से तो सेना की एक्टिविटी और भी बढ़ गई है। नए हथियार, नई स्ट्रैटेजी… सब टेस्ट हो रहा है। समझ सकते हैं न?

तो क्या हुआ असल में?

सेना ने बताया कि ये हेवी वेपन्स और मॉडर्न military equipment के टेस्ट की आवाज़ थी। इतनी तेज़ कि दूर से सुनकर लगा जैसे आसमान गरज रहा हो! सोशल मीडिया पर तो क्या-क्या अफवाहें नहीं उड़ीं। लेकिन जिला प्रशासन ने जल्दी ही कंट्रोल कर लिया। अब सवाल यह है कि ऐसे केसेस में पहले से इंफॉर्म क्यों नहीं किया जाता?

लोगों ने क्या कहा?

गाँव के राजेश भाई ने बताया – “भैया, हम तो समझे युद्ध शुरू हो गया! पूरा गाँव दहशत में आ गया।” सेना ने माफी तो नहीं मांगी, लेकिन भविष्य में पहले सूचना देने का वादा ज़रूर किया। वैसे प्रशासन ने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ एक्शन लेने की बात भी कही है। सही भी है न?

सबक क्या मिला?

इस घटना ने एक बात तो साफ कर दी – बॉर्डर एरिया में कम्युनिकेशन गैप है। सेना ने अब आश्वासन दिया है कि आगे से पहले ही लोगों को अलर्ट कर दिया जाएगा। पर ये भी सच है कि ऐसे ड्रिल्स तो चलते रहेंगे – सिक्योरिटी के लिए ज़रूरी हैं न।

और हां, हमारे जवानों की तैयारी देखकर गर्व होता है। वो किसी भी सिचुएशन के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। सलाम है उन्हें!

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बॉर्डर पर अचानक आसमान में क्या हुआ?

कल शाम को अचानक बॉर्डर पर इतनी तेज़ आवाज़ हुई कि लोगों के होश उड़ गए! आप भी सोच रहे होंगे – ये क्या बला थी? असल में सेना ने बाद में बताया कि ये सिर्फ एक military exercise थी। वैसे पहले-पहल तो डर लगना लाज़मी है, है न?

क्या यह कोई हमला या attack था?

अरे नहीं भई! सेना ने तो साफ-साफ कह दिया है कि ये उनकी routine training activity का हिस्सा था। हम भारतीयों की तो आदत है न – थोड़ी सी भी आवाज़ सुनकर दहशत में आ जाते हैं। लेकिन इस बार घबराने वाली कोई बात नहीं है।

लोगों को safety के लिए क्या करना चाहिए?

देखिए, इतना तो समझ लीजिए – अफवाहों से बचकर रहना है। जैसे हम WhatsApp university के forward पढ़कर परेशान हो जाते हैं, वैसे ही इन हालात में नहीं। Official statements पर भरोसा करें और administration के बताए रास्ते पर चलें। सीधी सी बात है न?

क्या यह incident दोबारा हो सकता है?

हो सकता है भाई! क्योंकि ये तो military drill थी, और सेना को तो अपनी training जारी रखनी ही है। थोड़ा सहयोग तो बनता है हम सबका भी। वैसे अगर फिर ऐसा हो तो… डरिए मत, बस official updates देखते रहिए। Simple!

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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