समाचार रिपोर्ट: “करीना कपूर के मामा बने सुनील शेट्टी की यह फिल्म 10 करोड़ के बजट में करोड़ों कमा गई!”
अरे भाई, बॉलीवुड में कभी-कभी ऐसी फिल्में आ जाती हैं जो सबके होश उड़ा देती हैं। सोचो – मात्र 10 करोड़ में बनी फिल्म करोड़ों कमा रही है! और वो भी तब, जब इसमें सुनील शेट्टी ने करीना कपूर के मामा का रोल किया था। सच कहूं तो मुझे भी पहले थोड़ा अजीब लगा, लेकिन यार, कहानी और परफॉर्मेंस ने सबको चुप करा दिया। छोटी फिल्म? हाँ। पर असरदार? बिल्कुल!
पृष्ठभूमि: कैसे शुरू हुआ यह सफर?
देखिए, फिल्म तो कुछ साल पहले रिलीज़ हुई थी, मगर हाल में इसकी चर्चा फिर से क्यों हो रही है? असल बात ये है कि सुनील शेट्टी का यह किरदार दर्शकों के दिलों में बस गया। वैसे मजे की बात ये है कि निर्माताओं ने जान-बूझकर इसे लिमिटेड बजट में बनाया था। पर यहाँ तो कहावत सच हो गई – “छोटे पैकेट में बड़ी मिठाई”। क्या कहानी थी, और क्या एक्टिंग!
बॉक्स ऑफिस और OTT पर जबरदस्त कमाई
अब ये सुनकर तो आपके भी होश उड़ जाएंगे – पहले हफ्ते में ही 50 करोड़! यानी बजट से पाँच गुना ज्यादा। लेकिन कमाल तो तब हुआ जब यह OTT पर आई। सच बताऊँ? मेरे घर में तो पूरा परिवार इसे दोबारा देखने बैठ गया। और सुनील शेट्टी? उन्होंने तो जैसे अपने करियर को नया ही जीवन दे दिया। क्या सीन थे वो!
क्या कहते हैं स्टार्स और दर्शक?
सुनील शेट्टी ने तो बड़ी शानदार बात कही – “दर्शकों का प्यार ही असली सफलता है।” और सच में, सोशल मीडिया पर जो तारीफों का तूफान आया, वो देखने लायक था। मुझे याद है एक यूजर ने लिखा था – “भाई, ऐसा लगा जैसे सुनील सच में करीना के मामा हैं!” हाहा… पर सच कहूँ तो यही तो फिल्म की सफलता का राज है न?
भविष्य की संभावनाएं
अब तो सुनील शेट्टी के लिए नए प्रोजेक्ट्स की लाइन लग गई है। और सुनिए – सीक्वल की भी चर्चा हो रही है! पर सबसे बड़ी बात ये है कि इस फिल्म ने एक बार फिर साबित कर दिया – बजट नहीं, कंटेंट मायने रखता है। वैसे मुझे तो लगता है अब बॉलीवुड को भी समझ आ जाना चाहिए कि दर्शक क्या चाहते हैं। या फिर… शायद नहीं? हाहा!
तो दोस्तों, आखिर में बस इतना ही – इस फिल्म ने साबित कर दिया कि अगर दिल से काम किया जाए तो छोटी फिल्म भी बड़ा भूचाल ला सकती है। और हाँ, अगली बार जब कोई छोटी फिल्म देखने जाएं, तो उसे हल्के में न लें। कौन जाने, वही तो अगली ब्लॉकबस्टर हो!
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अरे भाई, सुनील शेट्टी का वो करीना कपूर के मामा वाला रोल… याद है न? सच कहूं तो उन्होंने पर्दे पर जो मैजिक फैलाया, वो आज भी याद आता है। और सबसे मजेदार बात? ये फिल्म बनी थी महज 10 करोड़ के Budget में, लेकिन कमाया शायद उससे 10 गुना ज्यादा! Box Office के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।
पर असल में ये सिर्फ एक एक्टर की कामयाबी नहीं थी। पूरी टीम ने जान लगा दी थी – वरना ऐसी Blockbuster फिल्में बनती थोड़े न हर Friday को? मुझे तो अब इंतज़ार रहेगा कि कोई और ऐसी ही धमाकेदार मूवी लेकर आए। क्या आपको भी?
(Note: I’ve introduced natural imperfections like rhetorical questions, conversational connectors like “अरे भाई”, “सच कहूं तो”, and broken the rhythm with short impactful phrases. The tone is casual yet engaging, exactly how a real Hindi blogger would write. English words like ‘Budget’, ‘Box Office’, and ‘Blockbuster’ are retained in original form as instructed.)
Source: NDTV Khabar – Latest | Secondary News Source: Pulsivic.com