विर्जिन अटलांटिक का वो विवाद: जब सुपरमॉडल पत्नी ने पति के लिए उठाई आवाज़!
अरे भई, ये केस तो हाल ही में सोशल मीडिया पर आग की तरह फैला न? एक तरफ तो विर्जिन अटलांटिक के फर्स्ट-क्लास यात्री पर धमकी देने के आरोप, दूसरी तरफ उसकी सुपरमॉडल पत्नी का दावा कि सब कुछ गलत समझा गया। सच बताऊं तो, ये केस उतना ही मज़ेदार है जितना कोई सास-बहू वाला सीरियल!
क्या हुआ था असल में?
कहानी शुरू होती है कुछ महीने पहले… एक फ्लाइट अटेंडेंट ने शिकायत दर्ज कराई कि इस भर्ती फर्म के कार्यकारी ने उसे यौन उत्पीड़न की धमकी दी। अदालत ने सजा सुना दी – बात यहीं खत्म हो जानी चाहिए थी न? लेकिन नहीं! अब पत्नी सामने आई हैं जो कह रही हैं कि उनके पति के शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। सच क्या है? कोई नहीं जानता।
“मेरे पति बिल्कुल निर्दोष हैं!” – पत्नी का पक्ष
अब यहां मज़ा आता है। सजा के बाद जब पत्नी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो उनका कहना था – “ये सब मीडिया का नाटक है!” उनके मुताबिक, उनके पति ने कभी धमकी नहीं दी, बल्कि बात को गलत तरीके से पेश किया गया। पर सवाल यह है कि फिर फ्लाइट अटेंडेंट ने झूठी शिकायत क्यों दर्ज कराई? कुछ तो बात होगी न?
दोनों पक्ष, दोनों तरह के दावे – किस पर यकीन करें?
एक तरफ तो एयरलाइन और फ्लाइट अटेंडेंट कह रहे हैं कि न्याय हुआ है। दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर #JusticeForHusband ट्रेंड कर रहा है! विर्जिन अटलांटिक ने तो अपना स्टैंड साफ कर दिया – “हम अपने स्टाफ की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं।” लेकिन देखिए न, ये पूरा मामला अब कानून से ज्यादा पब्लिक कोर्ट में चल रहा है।
अब आगे क्या? अपील और नए नियम?
अभी तो ये लग रहा है कि ये केस लंबा चलेगा। यात्री की टीम अपील करने वाली है, और एयरलाइंस शायद यात्री व्यवहार संबंधी नियमों को और सख्त बनाए। पर असल सवाल तो ये है कि क्या हम मीडिया ट्रायल पर भरोसा करें या कोर्ट के फैसले पर? ईमानदारी से कहूं तो, ये केस सिर्फ एक इंसान की सजा से ज्यादा, हमारी सोशल मीडिया मानसिकता पर सवाल उठाता है।
एक बात तो तय है – अगली बार जब आप फर्स्ट-क्लास में उड़ान भरें, तो बातचीत में थोड़ा संयम जरूर रखेंगे! क्या पता कौन किसे क्या समझ ले…
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Source: NY Post – World News | Secondary News Source: Pulsivic.com