सुप्रीम कोर्ट का झटका: लॉ स्टूडेंट गैंगरेप केस में ममता सरकार फंसी, क्या अब बदलेगा खेल?
अरे भई, सुप्रीम कोर्ट ने तो कोलकाता के उस लॉ छात्रा गैंगरेप केस में बम फोड़ दिया है! अब ये केस सिर्फ एक crime नहीं रहा, बल्कि पूरे देश में सियासी भूचाल ला दिया है। कोर्ट ने सीधे राज्य सरकार को घेर लिया है – CBI जांच की मांग से लेकर पीड़िता की सुरक्षा तक, हर मोर्चे पर ममता सरकार अब दबाव में है। सच कहूं तो, ये वो मामला है जिसे नज़रअंदाज़ करना अब मुश्किल हो गया है।
क्या हुआ था असल में? पूरी कहानी
कहानी शुरू होती है कोलकाता के एक नामी-गिरामी लॉ college के campus के पास। एक छात्रा के साथ हुई वारदात… और फिर शुरू हुआ सियासी पासा पलटने का खेल। पुलिस ने शुरू में केस को हल्के में लिया, ये आरोप है। विपक्ष चिल्ला रहा है कि TMC सरकार आरोपियों को बचा रही है। हालांकि, सरकार का कहना है कि ये सब राजनीति है। पर सवाल तो ये है ना – क्या सचमुच एक लॉ स्टूडेंट को न्याय मिलने में इतनी देर होनी चाहिए थी?
सुप्रीम कोर्ट ने किया कमाल – क्या-क्या हुआ?
अब यहां मजा आ गया! सुप्रीम कोर्ट ने खुद ही suo moto केस उठा लिया। मतलब साफ है – अब कोई ठेंगा नहीं दिखा सकता। कोर्ट ने तीन बड़े फैसले किए:
1. पीड़िता को फौरन सुरक्षा दो
2. उसकी medical care का पूरा इंतजाम करो
3. CBI जांच का रास्ता साफ रखो
और हां, सरकार को सिर्फ 48 घंटे में जवाब देना होगा। जबर्दस्त! सच में।
राजनीति गर्माई – कौन क्या बोला?
ममता दीदी का तो पसीना छूट गया होगा! उनका कहना है विपक्ष मौके का फायदा उठा रहा है। लेकिन BJP और Left वालों ने सीधे आरोप लगा दिए – “सरकार अपराधियों को बचा रही है।” Human rights वालों ने तो इसे पूरे देश में women safety का मुद्दा बना दिया है। और पीड़िता के परिवार का दर्द देखिए – “हमें बस न्याय चाहिए, सरकार ने हमें अकेला छोड़ दिया।”
अब आगे क्या? 2024 elections पर असर?
अब सबकी नजरें कोर्ट पर हैं। CBI जांच होगी या नहीं? नए खुलासे होंगे? Legal experts कह रहे हैं ये मामला 2024 के Lok Sabha elections तक खिंच सकता है। और हां, इससे सिर्फ बंगाल ही नहीं, पूरे देश में campus safety की बहस तेज होगी। एक तरफ तो law and order का सवाल है, दूसरी तरफ राजनीति। देखना ये है कि आखिरकार न्याय किसके हक में होता है।
अंत में बस इतना – ये केस अब किसी एक घटना से कहीं बड़ा हो चुका है। ये हमारे सिस्टम, हमारी राजनीति और हमारे समाज का आईना बन गया है। सुप्रीम कोर्ट ने जो कदम उठाया है, वो शायद एक नई शुरुआत हो सकती है। या फिर…?
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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com