कब्ज से परेशान? Swami Ramdev का ये फल खाओ, टॉयलेट में बैठते ही होगा कमाल!
भईया, कब्ज तो ऐसी मुसीबत है जिसने कभी न कभी हर किसी को परेशान किया है। सुबह-सुबह टॉयलेट में बैठे-बैठे जब कुछ नहीं होता, तो पूरा दिन खराब हो जाता है न? मन भारी-भारी सा रहता है। पर घबराइए मत, Swami Ramdev ने इसका एकदम नेचुरल इलाज बताया है – और वो भी बिना किसी दवाई के!
पहचानिए अपनी समस्या: ये हैं कब्ज के लक्षण
अरे भाई, कब्ज को पहचानना तो बच्चों का खेल है! अगर आपको ये समस्या है तो:
– टॉयलेट में 10 मिनट तक बैठे रहने पर भी कुछ नहीं होता
– पेट फूला-फूला सा लगता है
– हफ्ते में 2-3 बार से ज्यादा टॉयलेट नहीं जा पाते
– गैस और acidity तो साथ ही चलती है
और हां, जो लोग पूरा दिन chair पर बैठकर computer के आगे काम करते हैं, उन्हें तो ये समस्या होनी ही है। मैं तो कहता हूं, हमारी lifestyle ही खराब हो गई है। पहले तो लोग सुबह 4 बजे उठकर खेतों में काम करते थे, अब 9 बजे उठकर सीधे laptop के आगे बैठ जाते हैं। तो होगा न कब्ज!
Ramdev Baba का मंत्र: ये 3 चीजें कर देंगी काम तमाम
असल में बात ये है कि हमारे बुजुर्गों के पास हर समस्या का इलाज था। Swami Ramdev ने भी वही पुराने नुस्खे बताए हैं जो 100% काम करते हैं:
1. पपीता – सुबह खाली पेट 2-3 कटोरी पपीता खाइए। इसमें जो papain enzyme होता है, वो तो जैसे आंतों का सफाईकर्मी होता है!
2. त्रिफला चूर्ण – रात को सोते समय गर्म पानी के साथ लीजिए। सुबह टॉयलेट में बैठते ही पता चल जाएगा कि क्या जादू होता है!
3. अलसी के बीज – रात भर भिगोकर रख दीजिए, सुबह खाली पेट खा लीजिए। Fiber का खजाना है ये तो।
और हां, एक छोटी सी टिप – सुबह उठते ही एक गिलास गर्म पानी पी लीजिए। ये तो मेरी personal experience है, काम जरूर करेगा!
खाने-पीने की आदतें: क्या चाहिए, क्या नहीं
देखिए, आपका diet ही तो सबसे ज्यादा मायने रखता है। मेरी दादी कहा करती थी – “जैसा खाओगे अन्न, वैसा होगा मन”। तो ये खाइए:
– हरी सब्जियां (पालक, मेथी वगैरह)
– फल (पपीता, अमरूद)
– दही/छाछ
– Oats और साबुत अनाज
और इनसे दूर भागिए:
– मैदे से बनी चीजें (ब्रेड, बिस्कुट)
– ज्यादा तला-भुना
– Processed foods
– ज्यादा चाय-कॉफी
असल में बात ये है कि fiber ही king है। जितना ज्यादा fiber, उतना ही अच्छा digestion!
डॉक्टर के पास कब जाएं?
अब सुनिए, ये घरेलू नुस्खे तो 90% मामलों में काम करते हैं। लेकिन अगर:
– 3 हफ्ते से ज्यादा समस्या हो
– मल में खून आए
– पेट में बहुत तेज दर्द हो
– वजन अचानक कम होने लगे
तो भाई, तुरंत doctor के पास जाइए। ये कोई मजाक की बात नहीं है। सेहत है तो सब कुछ है!
एक बात और – ये सब उपाय तभी काम करेंगे जब आप थोड़ा बहुत walk भी करेंगे। दिन में सिर्फ 20 मिनट की walk… बस! तो क्या सोच रहे हैं? आज से ही शुरू कर दीजिए। वैसे भी कहते हैं न – prevention is better than cure!
Swami Ramdev के कब्ज़ के इलाज पर चर्चा: असली सवाल क्या हैं?
1. Swami Ramdev की मानें तो कब्ज़ के लिए कौन सा फल है वरदान?
देखिए, Swami Ramdev जी ने तो पपीता (Papaya) को लेकर काफी जोर दिया है। मगर सवाल यह है कि क्या सच में यह इतना कारगर है? मेरे अपने अनुभव में तो सुबह-सुबह पपीता खाने से पेट एकदम हल्का हो जाता है। बस ध्यान रहे, पका हुआ पपीता लें – कच्चा वाला तो उल्टा पेट खराब कर देगा!
2. पपीता खाने का सही टाइम क्या है? सुबह या रात?
असल में बात यह है कि सुबह खाली पेट पपीता खाने का असर कुछ अलग ही होता है। जैसे हमारी दादी-नानी कहती थीं – “सुबह का पपीता सोने के समय वाले से कहीं बेहतर!” पर यह भी सच है कि रात को खाने के बाद थोड़ा सा खा लें तो भी कोई हर्ज नहीं। मगर ज्यादा मात्रा में नहीं वरना… समझदार को इशारा काफी है न?
3. पपीता के अलावा और क्या-क्या ट्राई कर सकते हैं?
अरे भई, सिर्फ पपीता ही तो दुनिया नहीं! Swami Ramdev जी ने अंजीर (Figs) की भी तारीफ की है – खासकर रात भर भिगोकर। और हाँ, त्रिफला चूर्ण तो जैसे प्राकृतिक टॉनिक है। पर मैं आपसे एक सीक्रेट शेयर करूँ? सुबह उठते ही गुनगुना पानी पी लीजिए… कमाल का असर होता है। योग तो बोनस है!
4. किन चीजों से करें तौबा वरना पछताएंगे?
सुनिए, अगर आप सच में कब्ज़ से छुटकारा चाहते हैं तो इन तीन चीजों से दूरी बना लें: 1) वो तैलीय पराठे जिन्हें देखकर मन मचल जाता है 2) जंक फूड का वो पैकेट जो आधी रात को खुलता है 3) चाय-कॉफी की वो अतिरिक्त प्यालियाँ। और हाँ, रात को ऐसा भारी खाना न खाएं जैसे कि कोई अंतिम भोज हो! पानी पीना न भूलें – यह उतना ही जरूरी है जितना कि फोन चार्ज करना।
Source: NDTV Khabar – Latest | Secondary News Source: Pulsivic.com