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TMC सांसदों में जंग-ए-कलाम: लॉ कॉलेज छात्रा के सामूहिक बलात्कार मामले पर तीखी बहस

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TMC सांसदों में जंग-ए-कलाम: क्या एक लॉ स्टूडेंट का केस पार्टी को तोड़ देगा?

अभी तक तो TMC वाले एक साथ मोदी-शाह के खिलाफ लड़ते नज़र आते थे, लेकिन अब खुद ही आपस में भिड़ गए हैं। वो भी एक लॉ कॉलेज की लड़की के सामूहिक बलात्कार के मामले पर! असल में बात ये है कि ये केस अब सिर्फ क्राइम नहीं रहा – राजनीति का गर्मागरम मुद्दा बन चुका है। और देखिए ना कैसे पार्टी के अंदर दो फाड़ हो गए हैं – कुछ नेता victim को सपोर्ट कर रहे हैं, तो कुछ इसे ‘political conspiracy’ बता रहे हैं। मजे की बात ये कि ये सब संसद के अंदर-बाहर खुलकर हो रहा है!

पश्चिम बंगाल के एक नामी लॉ कॉलेज की ये छात्रा… उसकी हिम्मत देखिए! सीधे पुलिस और ह्यूमन राइट्स कमीशन के पास गई। पर अब आरोप ये भी उठ रहे हैं कि TMC सरकार ने केस दबाने की कोशिश की। सच क्या है? वो तो जांच ही बताएगी। लेकिन इतना तो तय है कि मामला अब देशभर में चर्चा का विषय बन चुका है।

और भईया, TMC में तो जैसे भूचाल आ गया है! कुछ सांसद तो पार्टी लाइन को ही ignore करके victim के पक्ष में खड़े हो गए। वहीं दूसरी तरफ, कुछ नेताओं का कहना है कि ये सब opposition की साजिश है। संसद में हुई बहस तो ऐसी थी जैसे कोई कबड्डी मैच चल रहा हो – एक तरफ़ से ‘न्याय चाहिए’, दूसरी तरफ़ से ‘झूठे आरोप’।

अब सुनिए इस पर अलग-अलग लोग क्या कह रहे हैं:
– एक TMC वाला: “ये केस बहुत गंभीर है, victim को जल्द न्याय मिलना चाहिए।”
– दूसरा TMC वाला: “ये सब BJP की राजनीति है, बंगाल में तो सब शांति है!”
– Opposition वाले: “CBI जांच होनी चाहिए!”
– एक्टिविस्ट्स: “भई राजनीति छोड़ो, लड़की को न्याय दो।”

क्या आपको नहीं लगता कि हर कोई अपनी-अपनी रोटी सेक रहा है?

अब सवाल ये है कि आगे क्या? कुछ possibilities:
1. बंगाल सरकार को जांच तेज करनी पड़ सकती है
2. TMC में और फूट बढ़ सकती है
3. हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट खुद ही केस उठा सकता है
4. पूरे देश में women’s safety पर फिर से बहस छिड़ सकती है

एक बात तो clear है – ये केस अब सिर्फ़ बंगाल तक सीमित नहीं रहा। आने वाले दिनों में ये देश की न्याय व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर सकता है। और हां, TMC के लिए ये real टेस्ट होगा – क्या वो इस विवाद में एकजुट रह पाएंगे?

अंत में मेरी निजी राय? ईमानदारी से कहूं तो… जब तक राजनीति victim से ज्यादा important होगी, तब तक ऐसे मामले हल नहीं होंगे। सच्चाई यही है।

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1. पूरा मामला क्या है? और ये इतना गरमा क्यों रहा है?

देखिए, बात एक लॉ कॉलेज की छात्रा की है जिसके साथ सामूहिक बलात्कार का भयानक मामला सामने आया है। अब सवाल यह है कि इसमें TMC के कुछ बड़े नाम कैसे उलझ गए? सच कहूं तो ये केस दो कारणों से आग की तरह फैल रहा है – पहला तो ये कि ये एक संवेदनशील मामला है, और दूसरा…राजनीति तो होनी ही थी ना? सोशल मीडिया से लेकर टीवी डिबेट्स तक, हर जगह बस यही चर्चा है।

2. TMC वालों ने तो कुछ ज्यादा ही अलग-अलग बातें कह दीं!

असल में देखा जाए तो पार्टी के अंदर ही दो गुट बन गए हैं। एक तरफ तो वो नेता हैं जो strict action की मांग कर रहे हैं – “न्याय मिलना चाहिए” वगैरह वगैरह। लेकिन दूसरी तरफ…और यही दिलचस्प है…कुछ लोग इसे सीधे-सीधे political conspiracy बता रहे हैं। मतलब साफ है – पार्टी में ही एकराय नहीं है। और यही इस मामले को और पेचीदा बना रहा है।

3. FIR हुई है या नहीं? यही तो जानना चाहते हैं लोग

हां हां, FIR तो दर्ज हो चुकी है। लेकिन यहां एक बड़ा ‘पर’ है – अभी तक किसी भी बड़े नेता का नाम नहीं लिया गया है। पुलिस investigation कर रही है, पर जैसा कि हम सभी जानते हैं…इन मामलों में चीजें धीमी ही चलती हैं। लोगों को इंतजार करना पड़ता है। सच्चाई क्या है? वो तो समय ही बताएगा।

4. राजनीति पर क्या असर पड़ेगा? यही तो सबसे बड़ा सवाल है!

अब ये तो समझना मुश्किल नहीं है कि ये केस TMC के लिए मुसीबत बन सकता है। खासकर West Bengal में तो बिल्कुल! Opposition वाले तो मौके की ताक में ही बैठे हैं – women’s safety को लेकर सरकार पर सवाल उठाने का ये सुनहरा मौका है उनके लिए। और अगर किसी बड़े नेता का नाम सामने आया तो…भईया! फिर तो स्थिति और भी गंभीर हो जाएगी। बस, अभी तो यही कहा जा सकता है – आगे क्या होगा, ये तो वक्त ही बताएगा।

Source: Hindustan Times – India News | Secondary News Source: Pulsivic.com

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