जापानी शेयर बाज़ार आज फिर छाया हुआ है! Toyota, Honda, Nissan के शेयरों ने मचाई धूम, Nikkei ने लगाया 2% का ज़ोरदार उछाल
अरे भाई, आज तो जापानी बाज़ार ने जैसे पटाखे फोड़ दिए! बुधवार को ऑटोमोबाइल सेक्टर में ऐसी तेज़ी देखने को मिली कि लगा मानो टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज में दिवाली आ गई हो। Toyota के shares ने तो 11% की बढ़त दिखाई – यानी अगर आपके पास इनके शेयर थे, तो आज आपकी जेब थोड़ी भारी हो गई होगी। Honda 9% पर सरपट दौड़ रहा था, और Nikkei 225 ने 2% की छलांग लगाकर पिछले कई महीनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। असल में यह सब हुआ है अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump के उस ऐलान के बाद, जिसमें जापानी कारों पर 15% tariff लगाने की बात कही गई है। सुनने में तो यह ख़बर अच्छी नहीं लगती, लेकिन बाज़ार को यही चाहिए था!
पीछे की कहानी: अमेरिका-जापान के ट्रेड वॉर का शांतिपूर्ण अंत?
देखिए, यह कोई एक दिन की बात नहीं है। पिछले कुछ सालों से अमेरिका और जापान के बीच ट्रेड को लेकर तनाव चल रहा था। अमेरिका वालों ने तो जापानी कारों पर और ज़्यादा टैरिफ लगाने की धमकी तक दे डाली थी। सोचिए, Toyota, Honda जैसी कंपनियों के लिए यह कितनी बड़ी मुसीबत थी। लेकिन अब जो हुआ, उसे मैं ‘ठंडे दिमाग़ का नतीजा’ कहूँगा। 15% टैरिफ? यह तो उनके पहले के प्रस्तावों से कहीं बेहतर है! शायद यही वजह है कि निवेशकों ने राहत की सांस ली और बाज़ार में जान आ गई।
मुख्य ख़बर: ऑटो सेक्टर में जैसे आग लग गई!
यार, आज तो जापानी कार कंपनियों के शेयरों ने ऐसा कमाल दिखाया कि पूछो मत। Toyota 11% ऊपर, Honda 9% और Nissan भी 7% की बढ़त के साथ। Nikkei 225 ने तो जैसे पंख लगा लिए – 2% की छलांग! Trump साहब ने इसे “अमेरिका के लिए बड़ी जीत” बताया है, वहीं जापानी सरकार भी ख़ुश नज़र आ रही है। पर सच कहूँ तो, यह समझौता दोनों देशों के लिए win-win स्थिति जैसा लगता है। क्या आपको नहीं लगता?
किसने क्या कहा: उद्योग जगत और निवेशकों की प्रतिक्रियाएं
Toyota के एक प्रवक्ता की बात सुनिए: “यह डील हमारे लिए game-changer साबित होगी।” और हाँ, investment वालों की तो मानो बंपर पार्टी चल रही है! कई analysts ने जापानी ऑटो सेक्टर को ‘buy’ की रेटिंग दे दी है। लेकिन…हमेशा एक ‘लेकिन’ तो होता ही न? अमेरिकी कार निर्माता थोड़े नाराज़ नज़र आ रहे हैं। उनका कहना है कि यह डील उनके लिए अच्छी नहीं है। सच्चाई क्या है? वक्त ही बताएगा।
आगे क्या? क्या यह उछाल टिकाऊ होगा?
Experts की मानें तो यह डील जापानी कंपनियों के लिए वरदान साबित होगी। exports बढ़ेंगे, मुनाफ़ा बढ़ेगा। और तो और, technology और electronics सेक्टर को भी फ़ायदा हो सकता है। पर कुछ लोगों का कहना है कि long term में अमेरिकी ऑटो इंडस्ट्री को नुक़सान हो सकता है। मेरा मानना है? देखते हैं कि यह positive trend कब तक चलता है। क्योंकि बाज़ार का मिज़ाज तो…आप जानते ही हैं। एक दिन छापे मारता है, तो दूसरे दिन डूब जाता है!
अब सारी निगाहें जापानी बाज़ार और अन्य अंतरराष्ट्रीय ट्रेड डील्स पर टिकी हैं। क्या यह उत्साह बना रहेगा? या फिर volatility वाला भूत फिर से सिर उठाएगा? समय बताएगा। पर आज के लिए तो जापानी निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान है – और यही अहम है, है न?
जापानी शेयर बाजार और Nikkei का कमाल – जानिए सबकुछ सरल भाषा में!
1. अच्छा, तो जापानी मार्केट में ये धमाल क्यों मचा हुआ है?
देखिए, असल बात ये है कि Toyota, Honda और Nissan जैसे दिग्गजों के शेयर्स ने जबरदस्त परफॉरमेंस दिखाया है। अब सवाल ये उठता है कि ऐसा क्यों हुआ? तो… एक तरफ तो इन कंपनियों के financial results बेहतर आए हैं, वहीं दूसरी तरफ जापानी इकोनॉमी में भी सुधार के संकेत मिले हैं। और हां, global investors का मूड भी अच्छा होने से Nikkei ने 2% की छलांग लगा दी। बस इतनी सी बात है!
2. सुनो भई, क्या अभी भी इन कंपनियों में पैसा लगाने का सही टाइम है?
ईमानदारी से कहूं तो… अगर आपका नजरिया long-term है, तो हां, ये अच्छा ऑप्शन हो सकता है। लेकिन याद रखिए – शेयर बाजार है भैया, यहां तो रोज नए ड्रामे होते रहते हैं! मेरी सलाह? अपने financial advisor से बात जरूर करें। और हां, market trends को समझने की कोशिश करें – वो भी बिना पैनिक किए।
3. Nikkei index समझाइए ना थोड़ा – ये चीज है क्या बला?
अरे, ये तो जापानी मार्केट का सुपरस्टार है! Nikkei 225, जैसा कि नाम से पता चलता है, जापान की टॉप 225 कंपनियों का हाल बताता है। ये Tokyo Stock Exchange (TSE) पर चलता है। सीधे शब्दों में कहें तो… जब Nikkei ऊपर जाता है, मतलब जापानी कंपनियां मस्त चल रही हैं। और नीचे? तो समझ जाइए कि कहीं न कहीं दिक्कत है।
4. भईया, जापानी शेयर्स में पैसा लगाने का कोई आसान तरीका बताइए!
हां ना! आजकल तो ढेर सारे विकल्प हैं। mutual funds या ETFs के जरिए तो आप आसानी से invest कर सकते हैं। वैसे अगर direct exposure चाहिए तो Interactive Brokers, eToro जैसे platforms भी मौजूद हैं। लेकिन सुन लीजिए – बिना research किए कदम ना बढ़ाएं। थोड़ा risk assessment कर लीजिए, फिर जो मन करे करिए!
एक बात और – ये सब करते समय चाय पीते रहिए। शेयर बाजार को लेकर तनाव लेने से कुछ नहीं मिलता!
Source: Livemint – Markets | Secondary News Source: Pulsivic.com