ट्रंप का बड़ा दावा: “डेमोक्रेट्स ने ईरान स्ट्राइक्स की इंटेल उड़ा दी, इन पर केस चले!”
क्या हुआ है?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को जमकर बवाल मचा दिया। उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी पर ईरान के न्यूक्लियर साइट्स पर हुए एयर स्ट्राइक्स की सेंसिटिव जानकारी लीक करने का आरोप लगाया। असल में, पेंटागन की एक इंटेल रिपोर्ट मीडिया में लीक हुई थी जिसमें इन हमलों की असरदारी पर सवाल उठाए गए थे। ट्रंप साहब तो इतने गुस्से में हैं कि डेमोक्रेट्स के खिलाफ कानूनी एक्शन की मांग कर रहे हैं।
पूरा मामला समझिए
ईरान पर हुए हमले का क्या असर हुआ?
पिछले शनिवार को अमेरिका ने ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को निशाना बनाते हुए एयर स्ट्राइक्स किए थे। मकसद था ईरान की परमाणु ताकत को कमजोर करना। लेकिन पेंटागन की जो रिपोर्ट आई है, उसके मुताबिक ये हमले उतने कारगर साबित नहीं हुए जितना सोचा गया था।
इंटेल रिपोर्ट की मुख्य बातें
लीक हुई रिपोर्ट बताती है कि अमेरिकी हमलों से ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा है। Experts की मानें तो ईरान जल्द ही अपनी परमाणु गतिविधियां फिर से शुरू कर सकता है। ये रिपोर्ट ट्रंप सरकार की रणनीति पर सीधा सवाल खड़ा करती है।
ट्रंप बनाम डेमोक्रेट्स: जंग जारी
ट्रंप का ट्वीटर ऐलान
ट्रंप ने ट्विटर पर धमाकेदार ट्वीट किया: “डेमोक्रेट्स ने ईरान स्ट्राइक्स (PERFECT FLIGHT) की जानकारी लीक की है। इन पर केस चलना चाहिए!” दिलचस्प बात ये कि उन्होंने इस ऑपरेशन को “परफेक्ट फ्लाइट” बताया, यानी उनके मुताबिक ये मिशन बिल्कुल सही रहा।
डेमोक्रेट्स का जवाब
डेमोक्रेटिक नेताओं ने ट्रंप के इन दावों को हवा-हवाई बताया है। हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के चेयरमैन एडम शिफ ने कहा कि ट्रंप के पास इन आरोपों का कोई सबूत नहीं है। उनका कहना है कि ये सिर्फ जनता का ध्यान भटकाने की रणनीति है।
राजनीति पर क्या असर पड़ेगा?
अमेरिकी राजनीति में तूफान
ये विवाद ट्रंप और डेमोक्रेट्स के बीच पहले से चल रही लड़ाई को और हवा दे सकता है। आने वाले इलेक्शन्स में ये मुद्दा बड़ा हो सकता है, खासकर नेशनल सिक्योरिटी और इंटेल लीक से जुड़े मसलों पर।
अंतरराष्ट्रीय रिश्तों पर असर
ईरान ने तो अमेरिकी हमलों की खूब निंदा की है। अब ये रिपोर्ट उनके हाथ मजबूत कर सकती है। वहीं अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे हैं।
कानूनी पचड़ा
क्या लीक करना अपराध है?
अमेरिकी कानून के मुताबिक सेंसिटिव इंफॉर्मेशन लीक करना गंभीर अपराध है। Espionage Act के तहत इसकी सजा का प्रावधान है। पर अभी तक किसी डेमोक्रेटिक नेता पर आधिकारिक चार्ज नहीं लगे हैं।
क्या होगा आगे?
व्हाइट हाउस ने अभी तक कोई ऑफिशियल बयान नहीं दिया है, लेकिन Justice Department इसकी जांच शुरू कर सकती है। कांग्रेस में रिपब्लिकन नेताओं ने भी जांच की मांग की है।
आखिरी बात
ये केस अमेरिकी राजनीति को लंबे समय तक प्रभावित कर सकता है। जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया देखने वाली होगी। भविष्य में ऐसे विवादों से बचने के लिए इंटेल रिपोर्ट्स को ज्यादा सुरक्षित तरीके से हैंडल करने की जरूरत है।
Source: NY Post – US News | Secondary News Source: Pulsivic.com