वाह रे ट्रंप! ‘डेड इकोनॉमी’ बताते हैं, पर भारत से कमा रहे हैं मोटी रकम
क्या आपने सुना? डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से सुर्खियाँ बटोरी हैं – इस बार भारत की अर्थव्यवस्था को ‘डेड इकोनॉमी’ बताकर। लेकिन यहाँ जो मज़ेदार बात है वो ये कि जिस देश को वे खारिज कर रहे हैं, उसी देश से उनका business empire मोटा पैसा कमा रहा है! सच कहूँ तो ये उस बात जैसा है जब कोई आपके खाने की तारीफ न करे, लेकिन चुपके से प्लेट साफ कर दे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन ने भारत में अपने 13 प्रोजेक्ट्स से 175 करोड़ रुपये कमाए हैं – और सिर्फ 2024 में ही 100 करोड़! है न मजेदार? एक तरफ तो बयान, दूसरी तरफ business। क्या इसे हम विरोधाभास कहें या चालाकी?
ट्रंप का भारत को लेकर पुराना रवैया
असल में देखा जाए तो ये कोई नई बात नहीं। पिछले कुछ सालों से ट्रंप भारत की आर्थिक नीतियों पर निशाना साधते आए हैं। उनका कहना है कि भारत की growth rate सुस्त है और business regulations विदेशी investors के लिए ठीक नहीं। 2020 में तो उन्होंने यहाँ तक कह दिया था – “भारत अब अमेरिका को टक्कर देने वाला देश नहीं रहा।” लेकिन यहाँ ट्विस्ट ये है कि… उनकी अपनी कंपनी ने भारत में luxury real estate से खूब पैसा बनाया है! मुंबई का ‘Trump Tower’ तो जैसे उनकी इस सफलता का प्रतीक बन गया है। क्या आपको नहीं लगता कि ये कुछ ज्यादा ही आयरनिक हो गया?
भारत में ट्रंप का फलता-फूलता business
अब नंबरों की बात करें तो हाल की रिपोर्ट्स कुछ दिलचस्प खुलासे करती हैं। ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन ने भारत में high-end apartments, commercial spaces और hospitality projects से 175 करोड़ कमाए हैं। और 2024 की सिर्फ पहली छमाही में ही 100 करोड़! ये सब कैसे हुआ? असल में उन्होंने लोड्हा ग्रुप जैसी स्थानीय कंपनियों के साथ smart partnerships की हैं। यहाँ ट्रंप की कंपनी ने सिर्फ अपना ब्रांड नाम दिया है, बाकी सारा काम भारतीय partners ने किया है। एक तरह से देखें तो बिना ज्यादा मेहनत के मुनाफा। स्मार्ट है न?
क्या ये double standards नहीं?
अब सवाल यह उठता है – क्या ये साफ-साफ double standards नहीं? एक तरफ तो भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर बताना, दूसरी तरफ यहाँ से मोटी कमाई करना। भारतीय industry circles में तो इस पर खूब चर्चा हो रही है। कुछ experts का मानना है कि ये ट्रंप की political strategy का हिस्सा हो सकता है – अमेरिकी voters को impress करने के लिए भारत को निशाना बनाना। social media पर तो #TrumpHypocrisy ट्रेंड कर रहा है। लोग पूछ रहे हैं – “जिस देश की अर्थव्यवस्था आपको इतनी खराब लगती है, वहाँ business क्यों कर रहे हैं?” सच में, सवाल तो जायज है!
आगे क्या होगा?
अब सबसे बड़ा सवाल ये कि अगर ट्रंप 2024 में फिर अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए, तो भारत-अमेरिका trade relations पर क्या असर पड़ेगा? क्या वे भारत में नए projects लॉन्च करेंगे? या फिर उनके विवादास्पद बयानों से उनके ही business को नुकसान होगा? अभी तक भारत सरकार ने इस पर कोई official बयान नहीं दिया है। लेकिन एक बात तो साफ है – भारत का बाजार उनके लिए उतना भी ‘डेड’ नहीं है, जितना वे दुनिया को बताना चाहते हैं। आखिरकार, numbers never lie… है न?
वाह रे ट्रंप! – जानिए वो सवाल जो हर किसी के दिमाग में हैं
1. अरे भई, ट्रंप ने भारत को ‘डेड इकोनॉमी’ क्यों बताया?
देखिए, ये तो वही बात हुई – मुँह में राम बगल में छुरी! डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक speech में भारत की economy को लेकर कुछ ऐसी बातें कह दीं जो सुनने में बिल्कुल अच्छी नहीं लगीं। लेकिन हैरानी की बात ये है कि उनकी खुद की companies तो यहाँ खूब फल-फूल रही हैं। सच कहूँ तो, ये एकदम उल्टी बात लगती है न? जैसे कोई आपके घर की बुराई करे और साथ ही उसमें किराएदार बनकर रहने भी आ जाए!
2. चलो ये बताओ, ट्रंप की कंपनियाँ भारत में पैसे कैसे बना रही हैं?
असल में बात ये है कि Trump Towers जैसे उनके projects तो हमारे दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में धड़ल्ले से चल रहे हैं। Real estate और branding deals… यार ये तो सोने पर सुहागा वाली बात हो गई! एक तरफ तो economy को कोसो, दूसरी तरफ उसी economy से करोड़ों कमाओ। इसे कहते हैं – दोनों हाथों में लड्डू!
3. सच-सच बताना, क्या भारत सच में ‘डेड इकोनॉमी’ है?
अरे भाई ऐसी कौन सी नशा करके आए हो? बिल्कुल नहीं! हमारी economy तो दुनिया भर में तेजी से बढ़ती हुई economies में गिनी जाती है। ट्रंप का ये बयान उनकी निजी राय जैसा है – जैसे कोई कहे ‘अमरूद खराब फल है’ जबकि पूरी दुनिया उसे खा रही हो। Data और experts तो हमारी growth को लेकर पूरी तरह confident हैं। सच कहूँ तो, ये बयान सुनकर हंसी भी आती है और गुस्सा भी!
4. भईया, ट्रंप के इन बयानों का असर क्या हुआ?
देखा जाए तो economy पर तो कोई खास असर नहीं पड़ा… पर सोशल मीडिया पर तूफान जरूर आ गया! Twitter, Facebook – हर जगह लोग इसी बात पर बहस करते नजर आए। कई लोगों ने तो ये तक कह दिया – “साहब, पहले अपनी कंपनियों के भारत से निकल जाने का एलान करो, फिर बोलो जो बोलना है!” एकदम सटीक बात कही न?
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com