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“ट्रंप का तंज: ‘तीसरी पार्टी बनाना हास्यास्पद, एलॉन मस्क बेपटरी हो चुके हैं!’ | नई पार्टी पर विवाद”

ट्रंप का तंज: ‘तीसरी पार्टी बनाना हास्यास्पद, एलॉन मस्क बेपटरी हो चुके हैं!’

अमेरिकी राजनीति में फिर से एक नया ड्रामा शुरू हो गया है। और इस बार मुख्य किरदार हैं डोनाल्ड ट्रंप और एलॉन मस्क। रविवार को ट्रंप ने मस्क के नई पार्टी बनाने के विचार पर ऐसा तीखा प्रहार किया कि सोशल मीडिया पर आग लग गई। “हास्यास्पद” और “बेपटरी” जैसे शब्दों का इस्तेमाल करके उन्होंने साफ कर दिया कि यह मामला गंभीर है। सच कहूं तो, ट्रंप की यह टिप्पणी सुनकर लगता है जैसे अमेरिकी राजनीति में कोई नया भूचाल आने वाला है।

मामले की पृष्ठभूमि: मस्क का राजनीतिक विजन और पुराने टकराव

असल में बात यह है कि एलॉन मस्क पिछले कुछ समय से अमेरिका की राजनीतिक व्यवस्था से खुश नहीं दिख रहे। उनका कहना है कि देश को डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के बीच फंसने की जगह एक तीसरा विकल्प चाहिए। पर सवाल यह है – क्या वाकई यह संभव है? खैर, यह पहली बार नहीं जब ट्रंप और मस्क आमने-सामने आए हैं। Electric Vehicles की सब्सिडी से लेकर ट्विटर डील तक – दोनों के बीच तनाव की एक लंबी हिस्ट्री रही है। मजे की बात यह कि कभी ये एक-दूसरे की तारीफ भी करते नजर आते हैं। बिल्कुल उस तरह जैसे हमारे यहां राजनीति में होता है!

ट्रंप का बयान: “हास्यास्पद” और “बेपटरी”

इस बार ट्रंप ने कोई पचास-पचास बात नहीं की। सीधे-सीधे कह दिया – “तीसरी पार्टी? बिल्कुल बेकार आइडिया। एलॉन अब पूरी तरह बेपटरी हो चुके हैं।” और फिर तो जैसे उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी की तारीफों के पुल बांध दिए। पर सच पूछो तो, यह सब कहना आसान है। असली सवाल तो यह है कि मस्क इस पर क्या जवाब देंगे? अभी तक तो वे चुप हैं, लेकिन हम सब जानते हैं कि यह चुप्पी ज्यादा देर तक नहीं टिकने वाली।

राजनीतिक और सार्वजनिक प्रतिक्रियाएं

इस मामले पर अमेरिका बंटा हुआ है। एक तरफ रिपब्लिकन नेता ट्रंप के साथ खड़े हैं – “हमें किसी तीसरी पार्टी की क्या जरूरत?” वहीं डेमोक्रेट्स मौके का फायदा उठा रहे हैं – “देखा आपने? यही तो है रिपब्लिकन पार्टी की असली स्थिति!” सोशल मीडिया पर तो यह मुद्दा अभी ट्रेंड कर रहा है। कुछ लोग मस्क को सपोर्ट कर रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि ट्रंप सही हैं। एकदम वैसा ही जैसे हमारे यहां किसी राजनीतिक विवाद पर होता है।

भविष्य पर प्रभाव: क्या बदलाव आएंगे?

अब सोचने वाली बात यह है कि अगर मस्क वाकई नई पार्टी बना लेते हैं, तो क्या होगा? 2024 के चुनावों पर इसका क्या असर पड़ेगा? विशेषज्ञ कहते हैं कि यह दोनों बड़ी पार्टियों के लिए चुनौती हो सकती है। खासकर जब मस्क के पास टेक्नोलॉजी और मीडिया का इतना बड़ा नेटवर्क है। पर एक सच यह भी है कि अमेरिका में दो पार्टियों का सिस्टम बहुत गहराई से जमा हुआ है। नई पार्टी के लिए जगह बनाना उतना ही मुश्किल होगा जितना… खैर, आप समझ ही गए होंगे!

निष्कर्ष: बदलाव की आहट

एक बात तो तय है – अमेरिकी राजनीति में कुछ बड़ा होने वाला है। चाहे मस्क नई पार्टी बनाएं या न बनाएं, यह बहस अभी लंबी चलने वाली है। और हम सब जानते हैं कि जब ट्रंप और मस्क जैसे दो बड़े नाम आपस में टकराते हैं, तो मजा तो आना ही है। बस अब देखना यह है कि यह सब कहां जाकर थमता है। या फिर… शायद थमे ही न!

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Source: Aaj Tak – Home | Secondary News Source: Pulsivic.com

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