ट्रंप का नया टैरिफ बम! क्या भारत फिर अमेरिकी निशाने पर? जानिए क्या होगा असर
अरे भई, अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने तो इस बार भारत के लिए बड़ा झटका दिया है। उन्होंने हमारे सामानों पर 25% अतिरिक्त tariff लगाने का ऐलान किया है – जिससे कुछ चीजों पर तो टैक्स 50% तक पहुंच गया! सच कहूं तो ये उतना ही हैरान करने वाला है जितना कि अचानक बारिश में भीग जाना। असल में ये कदम Russia से हमारे कच्चे तेल के आयात को लेकर उठाया गया है। और हमारी सरकार? उन्होंने तो तुरंत इसे “बकवास फैसला” बताकर जवाब दे दिया।
पीछे की कहानी: ये तनाव नया नहीं
देखिए, ये कोई पहली बार तो है नहीं जब America और भारत के बीच trade को लेकर झगड़ा हुआ हो। 2018 से ही ये टैरिफ वाली टेंशन चल रही है। पर Russia-Ukraine वाली जंग के बाद तो मामला और भी गरमा गया। जब हमने Russia से सस्ता तेल लेना शुरू किया, तो America को लगा कि हम Russia का साथ दे रहे हैं। जबकि हमारा तर्क साफ था – “भई, पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान पर हैं, तो क्या करें?”
क्या है ये नया टैरिफ?
अब ये नया टैक्स engineering goods, chemicals और textile पर लगेगा। और लगता है कि और भी कई चीजें इसकी चपेट में आएंगी। हमारे वाणिज्य मंत्रालय वाले तो कह रहे हैं कि ये World Trade Organization (WTO) के नियमों के खिलाफ है। और सूत्रों की मानें तो हम भी जल्द ही कुछ American चीजों पर जवाबी टैरिफ लगाने वाले हैं। बस फिर देखिए मजा!
कौन क्या कह रहा है?
इस मामले में सबके अपने-अपने राग अलापने लगे हैं। सरकार इसे “एकतरफा” कह रही है तो व्यापारी संगठन चिल्ला रहे हैं कि MSME sector को तो इससे बुरा झटका लगेगा। हैरानी की बात तो ये कि America में भी Democrats ने Trump को घेर लिया है। और हमारे industry वालों का कहना है कि इससे global supply chain भी प्रभावित होगी। मतलब सबको नुकसान!
अब क्या होगा?
विश्लेषकों का कहना है कि अब ये मामला WTO तक जा सकता है। और हां, American सामानों पर हम भी टैक्स बढ़ा सकते हैं। मतलब trade war की पूरी संभावना। हालांकि कुछ लोग कूटनीतिक वार्ता की भी बात कर रहे हैं, पर Trump के ताजा बयानों से तो लगता है कि वो मानने वाले नहीं। लंबे समय में देखें तो ये भारत-America के रिश्तों पर गहरा दाग लगा सकता है।
इस पूरे घमासान ने एक बार फिर दिखा दिया है कि global trade policies कितनी पेचीदा हो चुकी हैं। एक तरफ हम अपनी energy security की फिक्र कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ America अपने हित साधना चाहता है। अब देखना ये है कि ये झगड़ा और बढ़ता है या फिर कोई समझौता हो पाता है। वैसे मेरी निजी राय? जब तक Trump हैं, तब तक तो ये नाटक चलता रहेगा!
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com