UNSC की रिपोर्ट ने फिर पकड़ा पाकिस्तान को झूठ बोलते हुए! पहलगाम हमले में LeT का हाथ साफ
अब तो हद हो गई है, सच में। UNSC की प्रतिबंध निगरानी टीम ने जो ताज़ा रिपोर्ट पेश की है, उसे पढ़कर लगता है कि पाकिस्तान को झूठ बोलने की आदत छूटने वाली नहीं। रिपोर्ट क्या है – एक तरफ तो पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद के खिलाफ नाटक करता है, दूसरी तरफ उसके ही घर में बैठे LeT (लश्कर-ए-तैयबा) जैसे गिरोह पहलगाम जैसे हमले अंजाम दे रहे हैं। है न हैरानी की बात? और तो और, TRF नाम के फर्जी संगठन के पीछे असल में यही लश्कर छुपा बैठा है। UNSC ने साफ-साफ कह दिया है कि ये हमला बिना लश्कर के सपोर्ट के हो ही नहीं सकता था।
क्या हुआ था पहलगाम में?
जुलाई 2023 की वो काली रात याद है आपको? जब पहलगाम की खूबसूरत वादियों में आतंकियों ने हमला कर दिया था। हमारे कितने ही जवान शहीद हो गए थे। और फिर क्या? TRF नाम के कुछ नकाबपोशों ने तुरंत सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी ले ली। पाकिस्तान ने हमेशा की तरह हाथ खड़े कर दिए – “हमें कुछ नहीं पता, हम तो बिल्कुल इनोसेंट हैं!” लेकिन अब UNSC की रिपोर्ट ने उनके इस नाटक का पर्दाफाश कर दिया है।
रिपोर्ट में क्या है खास?
असल में मामला कुछ ऐसा है – TRF कोई नया आतंकी ग्रुप नहीं है। ये तो बस लश्कर का ही एक नया चोला है। नाम बदलो, गेम वही रखो! रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी प्लानिंग, पैसा, हथियार – सब कुछ लश्कर ने ही दिया था। और तो और, FATF ने तो पहले ही पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल रखा है। मतलब साफ है न? एक तरफ दुनिया को धोखा, दूसरी तरफ आतंकियों को पालना।
दुनिया ने क्या कहा?
भारत ने तो तुरंत जवाब दिया – “देख लिया न सबको पाकिस्तान का असली चेहरा?” विदेश मंत्रालय ने साफ कहा कि अब दुनिया को पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए। अमेरिका समेत कई देशों ने भी सख्त रुख अपनाया है। और पाकिस्तान? उनका तो पुराना रिकॉर्ड है – हर सबूत को “भारतीय प्रोपेगैंडा” बताना। इस बार भी वही रट लगा दी!
आगे क्या होगा?
अब सवाल यह है कि क्या UNSC में पाकिस्तान के खिलाफ नए प्रतिबंध आएंगे? भारत तो पूरी कोशिश करेगा कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग किया जाए। और हाँ, TRF और लश्कर के नेटवर्क को निशाना बनाने की तैयारियां भी जोरों पर होंगी। ये रिपोर्ट भारत के लिए एक बड़ा हथियार साबित हो सकती है।
सच तो यह है कि पाकिस्तान का “आतंकवाद विरोधी” नाटक अब बिल्कुल पारदर्शी हो चुका है। वो आतंकवाद को अपनी विदेश नीति का हथियार बनाए बैठा है। अब देखना ये है कि दुनिया इस पर क्या एक्शन लेती है। या फिर हमेशा की तरह सब चुप्पी साध लेंगे?
UNSC की यह रिपोर्ट तो पाकिस्तान के असली चेहरे को फिर से उजागर कर देती है। सच कहूँ तो, ये कोई नई बात नहीं – हम सब जानते हैं कि वो आतंकवाद को पालने-पोसने में कितने आगे हैं। लेकिन इस बार तो Lashkar का पहलगाम हमले में हाथ होने का सबूत मिल गया है… और ये साफ दिखाता है कि पाकिस्तान की नीयत कितनी ख़राब है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर image सुधारने की बजाय, ये लोग तो आतंकवाद को ही promote करने में लगे हुए हैं। सवाल यह है कि अब वैश्विक समुदाय कब तक चुप बैठा रहेगा? वक्त आ गया है कि पाकिस्तान पर असली दबाव बनाया जाए – और इस बार सिर्फ़ बयानबाजी नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।
एक तरफ तो हम सब ‘global war on terror’ की बात करते हैं… लेकिन दूसरी तरफ पाकिस्तान जैसे देशों को बचाने वाले भी खड़े मिल जाते हैं। बड़ी विडंबना है, है ना?
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