अमेरिकी Apache बनाम चीनी Z-10ME: कौन है असली बॉस? भारत-पाक की हेलीकॉप्टर टक्कर!
भारतीय सेना के हाथों में अब नई ताकत आ गई है – और वो भी सीधे अमेरिका से! पहले बैच में मिले तीन AH-64E Apache हेलीकॉप्टरों ने हमारी लड़ाकू क्षमता को कितना बढ़ा दिया है, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन सच तो ये है कि पाकिस्तान भी हाथ पर हाथ धरे बैठा थोड़े ही है। उन्होंने भी चीन के Z-10ME हेलीकॉप्टरों की लाइन लगा दी है। अब सवाल ये उठता है – इन दोनों में से कौन सा बर्ड ज्यादा धमाल मचा सकता है?
पीछे की कहानी: किसने कब खरीदा?
असल में देखा जाए तो Apache कोई नया खिलौना नहीं है। Boeing का ये मास्टरपीस पिछले कई सालों से दुनिया भर के युद्धक्षेत्रों में अपना लोहा मनवा चुका है। Hellfire मिसाइल्स से लैस, night-vision कैपेबिलिटी वाला ये हेलीकॉप्टर वाकई खतरनाक है। वहीं दूसरी तरफ Z-10ME… चीन का दावा है कि ये पाकिस्तान की जरूरतों के मुताबिक कस्टमाइज्ड है। पर सच क्या है? शायद सिर्फ युद्ध ही बताएगा।
मजे की बात ये है कि भारत ने 2015 में ही 22 Apache का ऑर्डर दे दिया था, जबकि पाकिस्तान को अपना Z-10ME 2022 में मिलना शुरू हुआ। यानी हमारे पास तजुर्बे का फायदा तो है ही। लेकिन क्या ये फायदा काफी होगा? ये तो…
टेक्निकल डिटेल्स: असली टक्कर कहाँ है?
अब आते हैं मजेदार हिस्से पर। स्पीड के मामले में Z-10ME थोड़ा आगे है (300 km/h बनाम Apache के 293 km/h)। लेकिन भईया, युद्ध में सिर्फ स्पीड से काम नहीं चलता। Apache का हथियार सिस्टम देखिए – Hellfire मिसाइल और 30mm गन! जबकि चीनी हेलीकॉप्टर में HJ-10 मिसाइल और 23mm गन। अंतर समझ आ रहा है न?
अब बात सुरक्षा की। Apache में radar warning system और electronic countermeasures हैं – बिल्कुल जैसे कोई बॉडीगार्ड साथ हो। Z-10ME में भी कुछ इलेक्ट्रॉनिक ट्रिक्स हैं, पर विशेषज्ञों की राय में ये उतने असरदार नहीं। हालांकि… और ये बड़ा हालांकि है… Z-10ME की रेंज (800 km) Apache (480 km) से काफी ज्यादा है। पर कीमत? अरे भाई, Apache (~$35 मिलियन) तो Z-10ME (~$20 मिलियन) से लगभग डेढ़ गुना महंगा है! यानी पैसे की बात करें तो पाकिस्तान को फायदा मिल रहा है।
एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं?
हमारे भारतीय विशेषज्ञ तो Apache के पीछे पागल हैं। एक सर ने तो यहाँ तक कह दिया – “ये हेलीकॉप्टर हमारी स्ट्रैटेजिक ताकत को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।” वहीं पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि “Z-10ME हमारी जरूरतों के मुताबिक है और सस्ता भी।”
निष्पक्ष विश्लेषकों की राय? देखिए, Apache तकनीकी रूप से बेहतर है, ये तो स्पष्ट है। लेकिन Z-10ME की लंबी रेंज और कम कीमत इसे पाकिस्तान के लिए सही विकल्प बनाती है। जैसे एक विश्लेषक ने कहा – “दोनों के अपने फायदे हैं। Apache जैसा अनुभवी बॉक्सर हो तो Z-10ME नया लेकिन होनहार मुक्केबाज।”
तो फाइनल वर्ड क्या है?
सच तो ये है कि दोनों ही अपनी-अपनी जगह अच्छे हैं। Apache तकनीक और अनुभव में आगे है, जबकि Z-10ME ने कम बजट में ज्यादा फीचर्स देने की कोशिश की है। अंत में ये दोनों देशों की रणनीति और जेब पर निर्भर करता है। पर एक बात तय है – ये हेलीकॉप्टर भारत-पाक के बीच नई तरह की प्रतिस्पर्धा शुरू करने वाले हैं। और हम सबके लिए ये देखना दिलचस्प होगा कि आखिरकार कौन सा पक्षी जीतता है!
अमेरिकी Apache बनाम चीनी Z-10ME – जानिए कौन है बेहतर?
1. Apache और Z-10ME में सबसे बड़ा फर्क क्या है? समझिए असली अंतर
देखिए, Apache तो वही पुराना खांटी योद्धा है – battle-tested, तगड़ा और जिसने real combat में अपना दमखम दिखाया है। Long-range missiles से लैस, advanced technology वाला… बिल्कुल वैसा ही जैसे आपके पड़ोस का वो अनुभवी क्रिकेटर जो हर मैच में परफॉर्म करता है। वहीं Z-10ME नया बच्चा है ब्लॉक में – चीन का दावा है कि इसमें stealth features हैं, लेकिन असल में? अभी तक पूरी तरह टेस्ट ही नहीं हुआ। हालांकि, एक बात सच है – Apache से सस्ता जरूर है!
2. भारत और पाकिस्तान के लिए कौन सा है बेस्ट? एक नजर दोनों तरफ
अब यहां मजेदार बात ये है कि भारत ने Apache को ही क्यों चुना? सीधी सी बात – हमारे यहां के terrain के लिए यह परफेक्ट फिट है। High-altitude पर भी छक्के मारता है, heavy weapons ढो सकता है… जैसे हमारी बॉलीवुड की पुरानी अम्बेसडर कार – भरोसेमंद! वहीं पाकिस्तान के पास Z-10ME है जो शायद उनके बजट में फिट बैठता होगा। लेकिन सच कहूं? पहाड़ी इलाकों में यह Apache जैसा परफॉर्मेंस देगा, इस पर मुझे संदेह है।
3. स्पीड और रेंज का सच! कौन कितना तेज?
तो नंबरों की बात करें तो – Apache 293 km/h की रफ्तार से उड़ सकता है और 480 km तक जा सकता है। वहीं चीन का दावा है कि Z-10ME 300 km/h की स्पीड और 800 km की रेंज लेकर चलता है। लेकिन यहां एक ‘पर’ है! स्पीड-रेंज से ज्यादा अहम है accuracy… और Apache के sensors और weapons इस मामले में बाजी मार लेते हैं। जैसे क्रिकेट में सिर्फ फास्ट बॉलिंग नहीं, line-length भी मायने रखती है ना?
4. क्या भविष्य में Z-10ME Apache को पछाड़ पाएगा? मेरी ईमानदार राय
अब ये सवाल दिलचस्प है! चीन लगातार Z-10ME को upgrade तो कर रहा है… लेकिन global reputation की बात करें तो? अभी तक वो Apache जैसा नाम नहीं कमा पाया। हां, future में Chinese technology के साथ शायद competition कर पाए। पर फिलहाल? मेरा मानना है Apache ही बादशाह है। एकदम ज़बरदस्त। सच में।
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com