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अमेरिकी कंपनियों ने चीन के ‘डावोस’ में क्यों किया कम दिलचस्पी? जानें पूरी कहानी!

अमेरिकी कंपनियों का चीन के ‘डावोस’ से मोहभंग: असली वजह क्या है?

शुरुआत

चीन का Development Forum, जिसे ‘चीन का Davos’ भी कहते हैं, दुनिया भर के बड़े Business Leaders और नेताओं का मेला होता है। पर इस बार एक अजीब सी बात हुई – अमेरिकी कंपनियों ने यहाँ दिलचस्पी दिखानी कम कर दी। क्या यह सिर्फ Business का मामला है या अमेरिका-चीन के बीच की तल्खी का असर? चलिए पूरी बात समझते हैं।

China’s Development Forum: थोड़ा बैकग्राउंड

साल 2000 से चल रहा यह फोरम चीन की आर्थिक नीतियों को दुनिया के सामने पेश करने का बड़ा प्लेटफॉर्म रहा है। पहले तो अमेरिकी CEOs और Investors यहाँ जमकर हाजिरी भरते थे, लेकिन 2023-24 में उनकी संख्या में भारी गिरावट आई है। क्या बदल गया?

अमेरिकी कंपनियों के पीछे हटने की 4 बड़ी वजहें

1. राजनीतिक ठन्डा-ठन्डा माहौल

अमेरिका और चीन के बीच Trade War से लेकर Technology पर प्रतिबंधों तक – हाल के सालों में रिश्ते बहुत तनावपूर्ण हो गए हैं। Semiconductor और AI जैसे सेक्टर्स में अमेरिकी नियमों ने कंपनियों के लिए चीन में Business करना मुश्किल बना दिया है।

2. चीन में Business का जंजाल

चीन के Regulations और Intellectual Property Rights (IPR) को लेकर अमेरिकी कंपनियों की शिकायतें नई नहीं हैं। COVID के बाद चीन की अर्थव्यवस्था की हालत ने भी Investors का उत्साह ठंडा किया है।

3. ‘डी-रिस्किंग’ का ट्रेंड

अब अमेरिकी कंपनियाँ चीन पर निर्भरता कम करके भारत, वियतनाम जैसे देशों में पैर पसार रही हैं। Global Supply Chain में यह शिफ्ट चीन के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गया है।

4. सुरक्षा को लेकर डर

चीन के नए Data Security Laws और Surveillance Policies ने अमेरिकी कंपनियों की नींद उड़ा दी है। अमेरिकी सरकार की तरफ से भी चीन में Business करने वालों को सावधान रहने की चेतावनी मिल चुकी है।

चीन और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर असर

अमेरिकी कंपनियों के कदम से चीन में Foreign Direct Investment (FDI) घट सकता है। वहीं भारत और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों को इससे फायदा होने के आसार हैं। देखना यह है कि यह ट्रेंड कितना लंबा चलता है।

आखिरी बात

अमेरिकी कंपनियों का China’s Development Forum से दूर रहना दोनों देशों के बीच बढ़ती दूरी को दिखाता है। अगर चीन को विदेशी निवेशक वापस चाहिए, तो उसे अपनी नीतियों में बदलाव करना होगा। वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए यह एक अहम मोड़ साबित हो सकता है।

पाठकों के सवाल (FAQ)

क्या अमेरिकी कंपनियों के जाने से चीन को नुकसान होगा?

चीन का घरेलू बाजार तो मजबूत है, लेकिन Technology और Innovation के मामले में उन्हें अमेरिकी कंपनियों की कमी खलेगी।

क्या दूसरे देश भी चीन से दूर हो रहे हैं?

जापान और यूरोपीय कंपनियाँ भी Risk कम कर रही हैं, हालांकि पूरी तरह Disengage नहीं हुई हैं।

क्या अमेरिकी कंपनियाँ वापस लौटेंगी?

यह पूरी तरह दोनों देशों के राजनीतिक रिश्तों और चीन की Economic Policies पर निर्भर करेगा। अगर हालात सुधरे, तो कुछ कंपनियाँ वापस आ सकती हैं।

Source: Financial Times – Global Economy | Secondary News Source: Pulsivic.com

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