Site icon surkhiya.com

वसुंधरा राजे का ऐतिहासिक बयान – “BJP मेरा घर, मैं राजमाता की बेटी हूँ, अर्थी तक यहीं रहूँगी!”

vasundhara raje bjp my home rajmata daughter 20250627125253983429

वसुंधरा राजे का वो बयान जिसने फिर हिला दी राजनीति – “BJP मेरा घर, मैं राजमाता की बेटी हूँ!”

अरे भई, राजनीति में तो रोज़ कुछ न कुछ होता रहता है… लेकिन वसुंधरा राजे का ये बयान? एकदम ज़बरदस्त! सच कहूँ तो, उन्होंने आगरा में जो कहा, वो सुनकर मुझे लगा – ये तो पूरे गेम को ही बदल देगा। उनके शब्द: “BJP मेरा घर है, मैं राजमाता की बेटी हूँ। अर्थी तक यहीं रहूँगी!” – ये सुनकर तो मानो पूरे राजनीतिक माहौल में बिजली सी कौंध गई। और सही भी है न? क्योंकि पिछले कुछ सालों से तो उनके और पार्टी हाईकमान के बीच ठन्डे रिश्तों की चर्चा ही चल रही थी।

अब थोड़ा पीछे चलते हैं। देखिए, वसुंधरा जी कोई नई नेता तो हैं नहीं। राजस्थान की राजनीति में उनका जो दबदबा है, वो तो किसी से छुपा नहीं। पर 2023 के चुनाव के बाद से… हम्म… कुछ अजीब सा माहौल बन गया था। ऐसे में उन्होंने अपनी माँ राजमाता विजयाराजे सिंधिया की विरासत को याद दिला दिया। और ये कोई छोटी बात नहीं! राजमाता ने तो आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी को सीधे चुनौती दी थी। समझ रहे हैं न मेरा इशारा?

असल में, वसुंधरा जी ने अपने भाषण में जो कहा, वो सिर्फ शब्द नहीं थे – एक पूरी राजनीतिक फिलॉसफी थी! “BJP मेरा घर है…” वाली लाइन तो अब ट्विटर पर ट्रेंड कर रही है। पर सबसे मज़ेदार बात? उन्होंने आपातकाल को ‘लोकतंत्र की हत्या’ बताया। अब ये तो सीधा इतिहास से सबक लेने वाली बात हुई न? मेरे ख्याल से ये साफ संदेश था – “मैं यहाँ से जाने वाली नहीं हूँ।”

अब देखिए मज़ा… BJP के नेताओं ने तो तुरंत उनकी तारीफ़ों के पुल बाँध दिए। “पार्टी की अहम स्तंभ” वगैरह-वगैरह। वहीं कांग्रेस? उनका तो पुराना रिकॉर्ड है – “जो बात समझ न आए, उस पर आरोप लगा दो!” उन्होंने इसे ‘आत्मरक्षा का भाषण’ बताया। पर सच पूछो तो, वसुंधरा जी ने जो चाल चली है, वो काफी सोच-समझकर बनाई गई लगती है। राजस्थान में उनकी पकड़ और मजबूत होगी अब।

तो अब सवाल ये है कि आगे क्या? मेरा मानना है कि ये बयान BJP के अंदर की सारी बहसों को नई दिशा दे देगा। एक तरफ तो उन्होंने पार्टी छोड़ने के सारे अफवाहों पर विराम लगा दिया। लेकिन दूसरी तरफ… 2024 के चुनावों में उनकी भूमिका? वो तो अभी से ही दिलचस्प होने वाला है! एक बात तो तय है – वसुंधरा राजे ने अपनी राजनीतिक विरासत और आज की ज़मीन के बीच एक बिल्कुल सही बैलेंस बनाया है। और ये बैलेंस आने वाले दिनों में बहुत कुछ बदल सकता है। क्या आपको नहीं लगता?

यह भी पढ़ें:

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

Exit mobile version