विकास दिव्यकीर्ति बनाम वकीलों की जंग: क्या अब गिरफ्तारी होगी?
दिल्ली की कोर्ट में इन दिनों एक केस ऐसा चल रहा है जिसने सबका ध्यान खींचा है। सोशल मीडिया पर तो बवाल मचा हुआ है! दृष्टि IAS के मशहूर कोच विकास दिव्यकीर्ति के खिलाफ वकीलों ने गिरफ्तारी का वारंट मांगा है। सच कहूं तो, ये कोई आम मामला नहीं है। वकीलों का गुस्सा इतना बढ़ चुका है कि अब बात कोर्ट तक पहुंच गई है। अब सवाल ये है कि क्या एक शिक्षक की बातों पर इतनी बड़ी कानूनी कार्रवाई सही है? या फिर ये सिर्फ ego clash है?
पूरा माजरा क्या है? जानिए पूरी कहानी
असल में ये तनाव पिछले कुछ महीनों से चल रहा था। पर जब दिव्यकीर्ति ने वकीलों के पेशे पर कुछ बोल दिया – बस फिर क्या था! वकीलों को लगा कि उनका सम्मान ठेस पहुंची है। मैंने कई वकील दोस्तों से बात की – उनका कहना है कि ये सिर्फ professional ethics का मामला नहीं, बल्कि self-respect का सवाल है। वहीं दूसरी तरफ, दृष्टि वाले चुप्पी साधे बैठे हैं। समझ आता है – कोर्ट में मामला पेंडिंग है तो बोलें भी क्या?
ताजा अपडेट: कोर्ट पहुंचा मामला
अब हालात और गंभीर हो गए हैं। वकीलों ने सीधे कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और गिरफ्तारी वारंट की मांग की है। कोर्ट ने मामला सुना तो है, लेकिन फैसला अभी बाकी। सच पूछो तो ये केस दिलचस्प इसलिए है क्योंकि यहां दो प्रोफेशनल कम्युनिटीज आमने-सामने हैं। एक तरफ law की दुनिया, दूसरी तरफ education का क्षेत्र। जज साहब क्या फैसला सुनाते हैं – ये देखना दिलचस्प होगा।
किसका क्या स्टैंड? जानिए सबकी राय
इस पूरे विवाद में अलग-अलग लोगों की अलग-अलग राय है। वकीलों का तो साफ कहना है कि ये उनके पेशे का अपमान है। पर Students की प्रतिक्रिया मिक्स्ड है। कुछ कहते हैं “सर ने सही कहा”, तो कुछ का मानना है कि ये सब unnecessary है। मेरे एक छात्र दोस्त ने तो यहां तक कहा – “भाई पढ़ाई पर ध्यान दो, ये सब बाद में देख लेंगे!” पर सच तो ये है कि अगर दिव्यकीर्ति पर केस चला, तो दृष्टि के लाखों Students पर इसका असर पड़ेगा।
आगे क्या? 3 संभावित परिणाम
अब सबकी नजरें कोर्ट पर हैं। मेरे हिसाब से तीन चीजें हो सकती हैं:
1. या तो वारंट जारी हो जाएगा – जो कि बड़ी बात होगी
2. या फिर मामला शांत हो जाएगा
3. या फिर दोनों पक्ष समझौता कर लेंगे
पर एक बात तो तय है – ये केस अब सिर्फ दो लोगों का मामला नहीं रहा। ये पूरे education sector और legal system के बीच की लड़ाई बन चुका है। अगले कुछ दिनों में जो भी हो, इसका असर लंबे समय तक दिखेगा।
अंत में मेरी राय: चाहे जो हो, पर Students का नुकसान नहीं होना चाहिए। UPSC की तैयारी कर रहे बच्चों पर इसका असर न पड़े – ये सबसे जरूरी है। बाकी, कोर्ट जो भी फैसला देगी, वो मान्य होगा।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com