वायरल CCTV फुटेज: थार से बुजुर्ग महिला को दो बार कुचला… अब तक सुनते ही गुस्सा आ जाता है!
ये जम्मू की वो घटना है जिसे देखकर मेरा तो दिल ही बैठ गया। सोचिए, एक व्यस्त इलाके में सुबह-सुबह का वक्त… और फिर ये नृशंसता? असल में, सड़क सुरक्षा तो हमेशा से बड़ा मुद्दा रहा है, लेकिन इस CCTV फुटेज ने जो दिखाया, वो तो किसी सनसनीखेज फिल्म का सीन लगता है। पर दुखद सच ये है कि ये असली है – एक बुजुर्ग महिला को पहले टक्कर मारो, फिर जानबूझकर रिवर्स में कार चलाकर दोबारा कुचल दो? भाई, ये किस मानसिकता का नतीजा है? सोशल मीडिया पर तो जैसे आग लगी हुई है, और सच कहूं तो गुस्सा आना लाज़मी है।
वो भयावह मंजर जो नहीं भूल पाएंगे
कल्पना कीजिए – एक residential area, सुबह का शांत माहौल… एक दादी शायद मंदिर या बाज़ार जा रही होंगी अपनी स्कूटी पर। और फिर अचानक… बाम! एक तेज रफ्तार कार का वार। लेकिन यहीं खत्म नहीं हुआ मामला। देखते-देखते कार वाले ने रिवर्स मारा और दोबारा… सच में, इससे ज्यादा क्रूर क्या हो सकता है? ये कोई accident नहीं, बल्कि साफ तौर पर तो मर्डर का प्रयास लगता है। ऐसे में सवाल उठना लाज़मी है – आखिर इंसान इतना बर्बर कैसे हो सकता है?
पुलिस वालों ने क्या किया? और दादी की हालत?
अच्छी बात ये है कि पुलिस ने तुरंत FIR दर्ज कर ली। हालांकि, driver अभी तक फरार है – पर CCTV और vehicle details के आधार पर पकड़ा जाएगा जल्द ही। वहीं, असल चिंता की बात ये है कि उस बुजुर्ग महिला की हालत बेहद नाज़ुक बताई जा रही है। Hospital के सूत्रों के मुताबिक, डॉक्टर्स पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन स्थिति critical ही है। ईमानदारी से कहूं तो, ऐसे वक्त में सिर्फ प्रार्थना ही की जा सकती है।
जनता का गुस्सा और सोशल मीडिया का तूफान
Twitter पर तो जैसे आंदोलन सा छिड़ गया है। #JusticeForElderlyLady ट्रेंड कर रहा है, और लोग सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कुछ तो इसे attempted murder बता रहे हैं। पर सच ये भी है कि ये कोई पहली घटना नहीं – रमेश नाम के एक स्थानीय निवासी ने बताया, “यहां तो rash driving आम बात है।” तो सवाल ये उठता है – क्या सिर्फ एक case दर्ज करके मामला खत्म हो जाएगा? या फिर इस बार कुछ अलग होगा?
पुलिस वालों का कहना है कि IPC की relevant sections के तहत केस बनेगा। पर हम जानते हैं न कि अक्सर ऐसे मामलों में क्या होता है? वकील प्रियंका शर्मा सही कह रही हैं – अगर दुर्भाग्य से कुछ अनहोनी हो गई तो charges और गंभीर हो जाएंगे। पर क्या हमें उस अनहोनी का इंतज़ार करना चाहिए?
आगे क्या होगा? क्या सबक मिलेगा?
सूत्रों की मानें तो प्रशासन अब more CCTV cameras और stricter traffic checks की बात कर रहा है। अच्छी पहल है… पर क्या ये काफी है? मेरा मानना है कि सजा का डर होना चाहिए। जब तक ऐसे अपराधियों को सख्त सजा नहीं मिलेगी, तब तक… आप समझ गए होंगे।
अंत में एक कड़वा सच – ये घटना सिर्फ एक driver की क्रूरता नहीं दिखाती, बल्कि हमारे समाज का आईना भी है। जहां traffic rules को मजाक समझा जाता है, और human life की कोई value नहीं। सच पूछो तो, इस वक्त मेरे मन में सिर्फ एक ही सवाल है – क्या हम वाकई इंसान कहलाने के काबिल हैं?
वायरल CCTV फुटेज: थार की वो दर्दनाक घटना जिसने सबको हिला दिया – आपके सवालों के जवाब
1. ये पूरा मामला क्या है? कहाँ हुआ ये सब?
देखिए, ये वीडियो राजस्थान के थार इलाके का है – और सच कहूँ तो देखकर दिल दहल जाता है। एक बुजुर्ग महिला जो शायद सड़क पार कर रही थी, उसे एक वाहन ने न सिर्फ एक बार, बल्कि दो बार कुचला! वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैला और अब तो पूरा इंटरनेट इस पर बहस कर रहा है। सचमुच, ऐसी घटनाएँ हमारे समाज पर सवाल खड़े करती हैं।
2. क्या culprit को पकड़ा गया? क्या action लिया गया?
अच्छी खबर ये है कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया। लोकल पुलिस कमिश्नर ने तो यहाँ तक कह दिया कि “इस तरह के cases में हम कोई रियायत नहीं देंगे।” पर सवाल ये है कि क्या सिर्फ गिरफ्तारी काफी है? असल में, ऐसे मामलों में सख्त सजा ही सबक सिखा सकती है।
3. उस बुजुर्ग दादी की हालत कैसी है? कोई update मिला?
ईमानदारी से कहूँ तो – ये सबसे ज्यादा चिंता वाली बात है। उन्हें तुरंत नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन अभी तक official तौर पर उनकी condition के बारे में कोई जानकारी नहीं आई है। हालाँकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि वो अभी treatment ले रही हैं। आओ सब मिलकर उनके जल्दी ठीक होने की दुआ करें।
4. भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों, इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
देखा जाए तो ये सवाल सबसे अहम है। पुलिस ने कुछ immediate steps लिए हैं:
– पूरे इलाके में CCTV कवरेज बढ़ाने का फैसला
– ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू करने का आदेश
– जनता को जागरूक करने के लिए awareness campaign
पर सच तो ये है कि सिर्फ सरकारी प्रयास काफी नहीं हैं। हम सबको भी सड़क सुरक्षा को गंभीरता से लेना होगा। क्या आप नहीं सोचते कि ऐसी दुर्घटनाएँ हमारी collective लापरवाही का नतीजा हैं?
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com