पश्चिम बंगाल वोटर लिस्ट में 1.25 करोड़ अवैध प्रवासी? ममता सरकार के लिए बड़ी मुसीबत!
अरे भाई, पश्चिम बंगाल की राजनीति तो जैसे कभी ठंडी होती ही नहीं! अभी कल की ही बात है, एक नया बम फटा है – राज्य की वोटर लिस्ट में 1.25 करोड़ अवैध प्रवासियों के नाम होने का दावा। सीधे शब्दों में कहें तो BJP ने ममता दीदी पर जमकर हमला बोला है। उनका कहना है कि ये कोई गलती नहीं, बल्कि जान-बूझकर किया गया खेल है। और देखिए न, ये कोई छोटी-मोटी बात तो है नहीं। अगर सच साबित हुआ तो राज्य की सियासत हिलने वाली है।
ये नया विवाद या पुराना राग?
असल में देखा जाए तो ये कोई नई कहानी नहीं है। बंगाल में बांग्लादेशी अवैध प्रवासियों का मसला तो जैसे राजनीति का पुराना साथी है। सालों से यही चल रहा है – BJP आरोप लगाती है, TMC इनकार करती है। लेकिन इस बार मामला गरमाया क्यों? दरअसल, CAA और NRC वाले विवाद के बाद ये नया अध्ययन आया है जिसने सारे घाव फिर से हरे कर दिए। और हां, इस बार आंकड़े भी कुछ ज्यादा ही बड़े हैं – 1.25 करोड़! यानी समझ लीजिए पूरा एक देश ही वोटर लिस्ट में घुस आया हो।
राजनीति गरमाई, चुनाव आयोग एक्टिव
जैसे ही ये खबर आई, सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया। BJP वाले तो ऐसे दौड़े Election Commission के पास जैसे कोई आग लगी हो! उधर TMC वालों ने इसे ‘फर्जीवाड़ा’ बताकर ठुकरा दिया। मजे की बात ये है कि कुछ स्वतंत्र रिपोर्ट्स भी वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की बात कह रही हैं। अब चुनाव आयोग ने जांच शुरू कर दी है। सच क्या है? ये तो वक्त ही बताएगा। लेकिन इतना तय है कि 2024 के चुनाव से पहले ये मुद्दा जोरदार तरीके से उछलेगा।
नेताओं की जुबानी – ‘तू तो ऐसा करता है, नहीं तो मैं ऐसा करता हूँ!’
राजनीति वालों की प्रतिक्रियाएँ तो वैसी ही थी जैसी उम्मीद थी। BJP के दिलीप घोष जी तो बिल्कुल गरमा गए – “ममता जी तो अवैध लोगों को वोट बैंक बना रही हैं! ये तो पूरे देश के लिए खतरा है।” उधर TMC वाले कुणाल घोष ने जवाब दिया – “ये सब BJP का झूठा प्रोपेगैंडा है! वो तो बस बंगाल को बाँटना चाहते हैं।” बीच-बचाव करते हुए CPM वालों ने कहा कि ठीक से जांच होनी चाहिए। सच्चाई ये है कि सब अपनी-अपनी रोटी सेक रहे हैं।
आगे क्या? 2024 का गेम चेंजर?
अब सवाल ये है कि आगे क्या होगा? अगर सच में वोटर लिस्ट से इतने सारे नाम काटे गए तो? समझिए ना, 2024 के लोकसभा चुनाव का पूरा समीकरण बदल सकता है! एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि TMC को नुकसान हो सकता है, जबकि BJP को फायदा। पर याद रखिए, बंगाल की राजनीति कभी आसान नहीं रही। एक बात तो तय है – BJP vs TMC की ये लड़ाई और तेज होगी। अब देखना ये है कि ये आग कितनी दूर तक फैलती है। पर इतना तो साफ है – बंगाल फिर से सुर्खियों में है। और हाँ, ये कहानी अभी बहुत दूर तक जाने वाली है!
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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com