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यूक्रेन को एक और पैट्रियट एयर-डिफेंस सिस्टम देने पर विचार कर रहा है व्हाइट हाउस

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यूक्रेन को पैट्रियट मिसाइल सिस्टम देने की बात? व्हाइट हाउस का नया मूड!

अभी-अभी खबर आई है कि व्हाइट हाउस यूक्रेन को एक और पैट्रियट एयर-डिफेंस सिस्टम देने पर गंभीरता से सोच रहा है। अब ये मामला दिलचस्प क्यों है? क्योंकि ये ट्रंप के कार्यकाल के बाद कीव को मिलने वाला पहला बड़ा हथियार सिस्टम होगा – और हैरानी की बात ये कि बाइडन प्रशासन पहले इसके खिलाफ था! देखा जाए तो ये सिर्फ यूक्रेन की सुरक्षा का मामला नहीं, बल्कि अमेरिकी विदेश नीति में एक बड़ा ट्विस्ट भी है।

असल में तो, पिछले कुछ महीनों से यूक्रेन को पश्चिमी देशों से लगातार हवाई हमलों से बचाने के लिए सैन्य मदद मिल रही है। पर पैट्रियट सिस्टम? ये तो गेम-चेंजर हो सकता है! यूक्रेन की वायु रक्षा को ये एकदम नई ताकत देगा। और सच कहूं तो अब तक तो बाइडन प्रशासन ही यूक्रेन को सबसे ज्यादा सपोर्ट दे रहा था – लेकिन अगर ट्रंप इस पर राजी हो जाते हैं, तो ये साफ दिखाता है कि अमेरिका की नीति अब पार्टी लाइन्स से ऊपर उठ रही है।

ताजा अपडेट क्या है? व्हाइट हाउस में इस पर जोरदार चर्चा चल रही है। अगर यूक्रेन को ये सिस्टम मिल जाता है, तो उसकी सेफ्टी क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी। पर सिक्के का दूसरा पहलू भी तो देखिए – क्या इससे रूस-यूक्रेन वॉर में अमेरिका की भूमिका पर नई बहस नहीं छिड़ जाएगी? कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये युद्ध को और उलझा देगा, वहीं दूसरों का मानना है कि यूक्रेन की सुरक्षा के लिए ये जरूरी कदम है।

दुनिया की प्रतिक्रिया? बिल्कुल मिली-जुली! यूक्रेन के अधिकारी तो मानो खुशी से उछल पड़े हैं – उनका कहना है ये “समय की मांग” है। वहीं रूस ने साफ-साफ धमकी दे डाली है कि इससे युद्ध और भड़केगा। और अमेरिका में? वहां तो राजनेताओं के बीच ही दो फाड़ हो गई है – एक तरफ जो यूक्रेन की मदद को जायज ठहरा रहे हैं, तो दूसरी तरफ जो कह रहे हैं कि इससे युद्ध अनावश्यक रूप से लंबा खिंचेगा।

तो अब सवाल ये है कि आगे क्या? अगर पैट्रियट सिस्टम यूक्रेन को मिल जाता है, तो रूस कैसे रिएक्ट करेगा – ये तो सबसे बड़ा सवाल है। और अमेरिकी कांग्रेस? वहां तो जोरदार बहस होने वाली है, क्योंकि कुछ सदस्य तो किसी भी अतिरिक्त सैन्य सहायता के सख्त खिलाफ हैं। एक तरफ ये कदम अमेरिका-यूक्रेन रिश्तों को नई ऊर्जा देगा, तो दूसरी तरफ रूस के साथ तनाव भी बढ़ाएगा। सच तो ये है कि ये फैसला सिर्फ यूक्रेन की सुरक्षा ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में अमेरिका की भूमिका को नए सिरे से परिभाषित करेगा। क्या आपको नहीं लगता?

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Source: Dow Jones – World News | Secondary News Source: Pulsivic.com

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