कैलिफोर्निया के जंगली सूअरों का मांस नीला पड़ा? जानिए क्यों!
अमेरिका के कैलिफोर्निया से एक ऐसी खबर आई है जो सुनकर आपकी आँखें फटी की फटी रह जाएंगी। वहां के जंगली सूअरों का मांस… हां, मांस!… अचानक नीला पड़ने लगा है। है ना हैरान कर देने वाली बात? असल में यह कोई मामूली घटना नहीं बल्कि जहरीले कीटनाशकों का खतरनाक असर है। CDFW (कैलिफोर्निया डिपार्टमेंट ऑफ फिश एंड वाइल्डलाइफ) तो इससे इतना डर गया है कि उसने तुरंत चेतावनी जारी कर दी। और सिर्फ सूअर ही क्यों, geese, bears और दूसरे जंगली जानवर भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। सोचिए, अगर यही हाल रहा तो पूरा इकोसिस्टम ही डगमगा जाएगा!
पूरी कहानी क्या है?
देखिए, कैलिफोर्निया में जंगली सूअरों की बढ़ती तादाद पहले से ही सरदर्द बनी हुई थी। ये नटखट जानवर खेतों का सत्यानाश कर देते हैं – किसानों की मेहनत पर पानी फेर देते हैं। तो किसानों ने क्या किया? जाहिर है, कीटनाशकों का सहारा लिया। लेकिन अब ये नया नज़ारा… सूअरों का नीला मांस! ऐसा लगता है जैसे कोई साइंस फिक्शन मूवी का सीन हो। CDFW वाले भी चौंक गए जब उन्हें यह मामला पता चला। और फिर जो जांच में पता चला, वो तो और भी डरावना है।
वैज्ञानिकों ने क्या खोजा?
CDFW की रिपोर्ट पढ़कर मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए! पता चला कि यह सब ‘diphacinone’ नाम के एक rodenticide (चूहा मारने वाली दवा) की वजह से हो रहा है। यह खतरनाक केमिकल जानवरों के खून में घुलकर ऑक्सीजन के बहाव को रोक देता है। नतीजा? मांस का रंग बदलकर नीला हो जाता है। अब तक कई सूअरों में यह पाया जा चुका है। पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि कहीं यह चेन रिएक्शन की तरह दूसरे जानवरों में न फैल जाए। अगर ऐसा हुआ तो… समझिए ना, पूरा फूड चेन ही गड़बड़ा जाएगा!
किसका क्या कहना है?
CDFW के एक अधिकारी ने तो साफ कह दिया – “यह सिर्फ जानवरों की बात नहीं, इंसानों के लिए भी खतरा है।” सच कहूं तो अगर कोई गलती से ऐसा मांस खा ले तो? सोचकर ही डर लगता है। पर्यावरणविदों का कहना है कि यह सिर्फ एक लक्षण है – असली बीमारी तो हमारी कीटनाशकों पर निर्भरता है। और स्थानीय लोग? वे तो अपने पालतू जानवरों और पीने के पानी को लेकर परेशान हैं। समझ सकते हैं ना?
अब आगे क्या?
CDFW ने तुरंत एक्शन लेते हुए प्रभावित इलाकों में सूअरों के शिकार पर रोक लगा दी है। शायद जल्द ही कीटनाशकों के इस्तेमाल पर नए नियम भी आएंगे। वैज्ञानिकों की टीम इसके लॉन्ग टर्म इफेक्ट्स पर रिसर्च कर रही है। पर सच पूछो तो यह पूरी घटना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है – क्या हम प्रकृति के साथ खिलवाड़ करके सच में सुरक्षित हैं? आने वाले वक्त में इसके और भी गंभीर नतीजे देखने को मिल सकते हैं। बस, उम्मीद है कि अभी भी वक्त है सुधरने का!
कैलिफोर्निया के जंगली सूअरों का मांस नीला क्यों हुआ? – जानिए पूरी कहानी
1. भईया, ये सूअरों का मांस नीला कैसे पड़ गया?
देखिए, मामला कुछ ऐसा है – ये जो कीटनाशक (pesticides) हम खेतों में डालते हैं ना, वही सूअरों के खाने वाले पौधों में घुस गए। और बस! मांस का रंग बदलने में देर नहीं लगी। असल में, ये केमिकल्स इतने potent होते हैं कि पूरी food chain को affect कर देते हैं। सोचिए, अगर पौधों से सीधे मांस का रंग बदल सकता है तो कितना खतरनाक है ये सब?
2. सुनने में तो अजीब लगता है, लेकिन क्या ये नीला मांस खाने लायक है?
अरे भई नहीं! ये तो बिल्कुल भी safe नहीं है। ईमानदारी से कहूं तो ये मांस जहर से कम नहीं। Food poisoning तो basic सी बात है, लंबे समय में तो organ damage तक हो सकता है। एक तरह से समझ लीजिए – जैसे हम plastic जलाते हैं और उसका धुआं toxic होता है, वैसे ही ये केस है।
3. ये तो कैलिफोर्निया की बात हुई, हमारे यहां ऐसा हो सकता है क्या?
अभी तक तो ऐसा सिर्फ कैलिफोर्निया में ही देखा गया है। लेकिन सच कहूं? हम भी तो उसी रास्ते पर चल रहे हैं। कीटनाशकों का बेतहाशा इस्तेमाल, बिना सोचे-समझे… अगर सावधान नहीं हुए तो कल को हमारे यहां भी ऐसे ही cases देखने को मिल सकते हैं। Scary सोच है ना?
4. सरकार ने इस पर क्या कदम उठाए हैं?
अच्छी बात पूछी! कैलिफोर्निया वालों ने तुरंत action लिया है। पहले तो affected इलाकों में सूअरों के शिकार पर पूरी तरह ban लगा दिया। दूसरा, कीटनाशकों के इस्तेमाल को लेकर नए guidelines जारी किए हैं। पर सवाल यह है कि क्या ये काफी है? क्योंकि problem तो root level पर है – हमारे agriculture practices में।
Source: NY Post – US News | Secondary News Source: Pulsivic.com