Site icon surkhiya.com

Zara के संस्थापक अमांसियो ओर्टेगा ने UK के PD Ports में 49% हिस्सेदारी खरीदी

zara founder buys 49 percent stake uk pd ports 20250722220538979572

ज़ारा के मालिक अमांसियो ओर्तेगा ने UK की इस बड़ी कंपनी में 49% हिस्सेदारी खरीदी – क्या है पूरा मामला?

अरे भई, फैशन की दुनिया के बादशाह और दुनिया के टॉप अमीरों में शुमार अमांसियो ओर्टेगा (Amancio Ortega) फिर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने UK की मशहूर बंदरगाह कंपनी PD Ports में 49% शेयर खरीदकर सबको चौंका दिया है। असल में यह डील उनकी फैमिली ऑफिस कंपनी पोंटे गैडिया (Pontegadea) के जरिए हुई है। देखा जाए तो यह उनकी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी का एक और बड़ा मूव है।

अब आप सोच रहे होंगे – PD Ports आखिर है क्या? तो सुनिए, यह UK की टॉप पोर्ट कंपनियों में से एक है जिसके 11 साइट्स पूरे देश में फैले हैं। टीसाइड (Teesport) और हार्टलपूल (Hartlepool) जैसे बड़े बंदरगाह इसी के अंडर आते हैं। सच कहूं तो UK की इकॉनमी में इनकी भूमिका किसी बैकबोन से कम नहीं। ओर्टेगा का यह कदम उनकी पिछली इन्वेस्टमेंट हैबिट्स से मेल खाता है – यूरोप और अमेरिका में रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर में पैसा लगाने का उनका शौक तो जगजाहिर है। उनकी स्ट्रैटेजी साफ है – स्टेबल और लॉन्ग टर्म रिटर्न वाले सेक्टर्स में निवेश। और PD Ports इसी का एक नया चैप्टर है।

डील की डिटेल्स पर आते हैं। ओर्टेगा की कंपनी को 49% शेयर मिले हैं, जबकि बाकी 51% कनाडा की ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट के पास रहेंगे। हालांकि डॉलर के आंकड़े पब्लिक नहीं हुए हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह डील बिलियंस में हुई होगी। एक तरफ तो यह PD Ports के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है, वहीं यह UK के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में फॉरेन इन्वेस्टर्स के बढ़ते कॉन्फिडेंस को भी दिखाता है।

रिएक्शन्स? मिले-जुले। ब्रुकफील्ड का कहना है कि यह पार्टनरशिप PD Ports को नई रफ्तार देगी। लेकिन कुछ लोगों को चिंता है कि UK के स्ट्रैटेजिक पोर्ट्स पर फॉरेन कंट्रोल बढ़ने से नेशनल सिक्योरिटी इश्यूज हो सकते हैं। हालांकि, अभी तक UK सरकार की तरफ से कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं आया है।

अब बड़ा सवाल – आगे क्या? विश्लेषकों का मानना है कि PD Ports का एक्सपेंशन और मॉडर्नाइजेशन अब तेज होगा। और ओर्टेगा के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए, यह तो बस शुरुआत है। UK सरकार निश्चित तौर पर इस पर नजर रखेगी – आखिर पोर्ट्स सिर्फ इकॉनमी ही नहीं, सिक्योरिटी से भी जुड़े होते हैं। एक बात तय है – UK के शिपिंग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में बड़े बदलाव आने वाले हैं। क्या यह UK के ट्रेड के लिए अच्छा होगा? वक्त बताएगा।

Source: Financial Times – Companies | Secondary News Source: Pulsivic.com

Exit mobile version