Zohran Mamdani का NYC Grocery Store Plan: क्या ये सच में काम करेगा या फिर Missouri जैसी फ़जीहत होगी?
अरे भई, न्यूयॉर्क सिटी के असेंबलीमैन Zohran Mamdani का ये “City-Run Grocery Store” वाला आइडिया तो इन दिनों खूब चर्चा में है ना? सिद्धांत में तो बात बढ़िया लगती है – गरीब और मिडिल क्लास को सस्ता और अच्छा खाना मिलेगा। लेकिन असलियत? वो तो अभी पूरी तरह साफ नहीं है। और अब तो Missouri का वो वायरल वीडियो आ गया है न, जहां सरकारी दुकान बिल्कुल सूनी पड़ी है… उसने तो पूरे मामले को और पेचीदा बना दिया है।
पूरी कहानी क्या है?
देखिए, Zohran Mamdani जी, जो अपने प्रोग्रेसिव विचारों के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने ये प्रस्ताव रखा है। मकसद साफ है – NYC में जहां हर महीने हजारों परिवारों को दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करने में दिक्कत होती है, वहां इस Food Insecurity से निपटना। अच्छी बात है। लेकिन… हमेशा की तरह एक बड़ा ‘लेकिन’ यहां भी है।
सवाल ये उठता है कि भई, ये दुकानें चलेंगी कैसे? सरकार खुद Manage करेगी या किसी NGO को ठेका देगी? और सबसे बड़ी बात – क्या NYC का प्रशासन इतना काबिल है कि ऐसा कुछ संभाल सके? क्योंकि जब Missouri के Springfield की वो तस्वीर सामने आई, जहां City-Run Market बिल्कुल खाली पड़ा था… तो सवाल तो उठना ही था ना?
क्या कह रहे हैं लोग?
NYC Council में तो इस पर खूब बहस चल रही है। एक तरफ वो लोग हैं जो कह रहे हैं – “अरे ये तो बिना सोचे-समझे बनाई गई योजना है, बिल्कुल वैसे ही जैसे पहले कितनी ही सरकारी योजनाएं फेल हो चुकी हैं।” और फिर Missouri का उदाहरण तो सामने है ही – Inefficiency और Corruption का खतरा तो हमेशा बना रहता है।
लेकिन दूसरी तरफ समर्थकों का कहना है – “अबे, NYC कोई Missouri थोड़े ही है! हमारा सिस्टम ज्यादा मजबूत है। Inflation के इस दौर में गरीबों के लिए ये किसी वरदान से कम नहीं होगा।” सच कहूं तो दोनों तरफ के तर्कों में दम है। पर सवाल ये है कि असलियत में क्या होगा?
आगे क्या होगा?
अगले कुछ हफ्तों में NYC Council इस पर गंभीरता से बात करेगी। शायद योजना में कुछ बदलाव भी हों – खासकर Operations और Funding को लेकर। अगर ये पास हो गया, तो देखिए… ये NYC के लिए एक बड़ा Social Experiment होगा। पूरे अमेरिका की नजर इस पर टिकी होगी।
लेकिन Missouri वाला केस तो दिमाग से निकलता ही नहीं। सच पूछो तो अब सबके मन में यही सवाल है – क्या सरकारी दुकानें वाकई कोई समाधान हैं? या फिर Taxpayers के पैसे की बर्बादी? जो भी हो, ये केस तो अब पूरे देश के लिए एक Policy बेंचमार्क बनने वाला है। देखते हैं आगे क्या होता है…
Zohran Mamdani का NYC ग्रोसरी स्टोर प्लान तो अब हर तरफ चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर मिसौरी के उस खाली सिटी-मार्केट का वीडियो देखा? वायरल हो रहा है और लोगों को और भड़का रहा है। असल में, यह सिर्फ एक पॉलिसी डिबेट नहीं रहा – अब तो यह सवाल बन गया है कि आम आदमी सरकारी योजनाओं पर कितना भरोसा करता है।
क्या होगा आगे?
सच कहूं तो, अभी कुछ भी साफ नहीं है। लेकिन एक बात तय है – Mamdani को इस मामले में कड़ी चुनौती मिलने वाली है। राजनीति हो या जनता का विश्वास, दोनों ही मोर्चों पर उन्हें संघर्ष करना पड़ेगा।
और देखिए न, यह केस सिर्फ NYC तक सीमित नहीं है। पूरे देश में इस तरह के सवाल उठ रहे हैं। क्या सरकारी योजनाएं वाकई काम करती हैं? या फिर ये सिर्फ वादों तक ही सीमित रह जाती हैं? जवाब तो वक्त ही देगा…
एक तरफ तो योजनाएं बनती हैं, दूसरी तरफ जनता का भरोसा टूटता है। क्या यही विकास का रास्ता है?
अब देखना यह है कि Mamdani इस चुनौती से कैसे निपटते हैं। क्योंकि राजनीति में, विश्वास ही सब कुछ है। और एक बार टूट गया तो… खैर, आप समझ ही गए होंगे।
Zohran Mamdani का NYC Grocery Store Plan और Missouri का वो Viral Video: असल मामला क्या है?
Zohran Mamdani का ये NYC Grocery Store Plan आखिर है क्या चीज़?
देखिए, Zohran Mamdani – जो NYC के एक यंग और काफी एक्टिव politician हैं – उन्होंने एक दिलचस्प आइडिया पेश किया है। सरकारी grocery stores! हालांकि ये कोई नई बात नहीं है, लेकिन उनका फोकस है low-income इलाकों में affordable groceries की कमी को दूर करना। अच्छी बात लगती है न? पर…जानते हैं, यहीं से शुरू होती है पूरी debate। कुछ लोग इसे गेम-चेंजर मान रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि ये सिर्फ़ एक और सरकारी स्कीम है जो फेल होकर रहेगी।
Missouri का वो खाली City-Market वाला Viral Video: क्या है कनेक्शन?
अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है – Missouri के एक city-market का, जहां सन्नाटा पसरा हुआ है। कोई दुकानदार नहीं, कोई ग्राहक नहीं…बिल्कुल भूतिया सीन! और लोग इसे Zohran के plan से जोड़ रहे हैं। मतलब? “देख लो सरकारी दुकानें कैसी होती हैं” वाला अंदाज़। पर क्या सच में ये फेयर कम्पेरिजन है? या फिर ये सिर्फ़ एक random incident को तूल देकर political points score करने की कोशिश?
लोग Zohran के इस plan को लेकर इतने ख़फ़ा क्यों हैं?
ईमानदारी से कहूं तो…जनाब, यहां दो तरह के लोग हैं। एक वो जो मानते हैं कि सरकार को business में नहीं उतरना चाहिए – “Taxpayers के पैसे की बर्बादी होगी, efficiency ज़ीरो होगी”। और दूसरे वो जो कहते हैं कि private sector ने तो पहले ही low-income areas को ignore कर रखा है। Missouri वाला वीडियो तो बस fuel डाल रहा है इस आग में। पर सच्चाई शायद बीच में कहीं है।
क्या Zohran ने Missouri वाले वीडियो पर कुछ कहा?
अभी तक तो कोई official statement नहीं आया है। लेकिन उनके supporters का कहना है कि ये एक isolated case है – जैसे किसी एक दिन मार्केट में बिजली गुल हो जाए तो क्या आप पूरे सिस्टम को ही ख़ारिज कर देंगे? मज़ेदार बात ये है कि इस पूरे विवाद ने Zohran के plan को और ज़्यादा spotlight में ला दिया है। चाहे जो भी हो, discussion तो शुरू हुआ है न? और यही तो चाहिए था ना?
Source: NY Post – US News | Secondary News Source: Pulsivic.com