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अहमदाबाद प्लेन क्रैश: ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ फ्यूल स्विच ने 3 सेकंड में ली 275 जानें, जानें पूरा मामला

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अहमदाबाद प्लेन क्रैश: ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ फ्यूल स्विच ने 3 सेकंड में ली 275 जानें

12 जून 2024 की सुबह… वो सुबह जिसने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास एअर इंडिया के बोइंग 737 का हादसा – सुनकर ही रूह कांप जाती है। लैंडिंग के लिए तैयार हो रहा विमान अचानक आसमान से गिरा और 275 लोगों की जान चली गई। सच कहूं तो, ये कोई सामान्य हादसा नहीं था। जांच में जो पता चला, वो तो किसी हॉरर मूवी से कम नहीं – विमान का फ्यूल कंट्रोल स्विच सिर्फ 3 सेकंड में ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ हो गया! इंजन बंद, और फिर… खत्म। सोचिए, कितनी भयावह त्रासदी रही होगी वो पल?

अब सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि 2018 में ही FAA ने बोइंग 737 के फ्यूल स्विच में खामी की चेतावनी दे दी थी। लेकिन क्या हुआ? एअर इंडिया ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। और देखिए नतीजा… है ना हैरान कर देने वाली बात? सबसे बड़ी आयरनी तो ये है कि पायलट्स बेहद अनुभवी थे। तो फिर गलती कहाँ हुई? साफ है ना कि विमान के सिस्टम में कोई न कोई खामी जरूर रही होगी। ये सिर्फ एक एयरलाइन की लापरवाही नहीं, बल्कि पूरे विमानन उद्योग के लिए एक बड़ा सवाल है।

अभी-अभी मिली जानकारी के मुताबिक, ब्लैक बॉक्स से पता चला है कि फ्यूल स्विच वाकई ‘CUTOFF’ मोड में चला गया था। और फिर? विमान तेजी से नीचे गिरने लगा। जांच एजेंसियां अब रखरखाव रिकॉर्ड्स की पड़ताल कर रही हैं। वहीं एअर इंडिया ने (थोड़ी देर से ही सही) अपने सभी बोइंग 737 की जांच का आदेश दे दिया है। देर आयद दुरुस्त आयद वाली कहावत यहाँ लागू होती नजर आती है।

इस मामले पर प्रतिक्रियाएं भी काफी दिलचस्प रही हैं। सिविल एविएशन मंत्री ने इसे “दुखद” बताया है – जो कि एक स्टेटमेंट से ज्यादा कुछ नहीं लगता। वहीं एअर इंडिया के प्रवक्ता ने पीड़ित परिवारों के साथ “एकजुटता” जताई है। पर सच पूछो तो, ये सब फॉर्मलिटीज ही लगती हैं। असली बात तो एविएशन एक्सपर्ट्स ने कही – FAA की चेतावनी को नजरअंदाज करना कितनी बड़ी मूर्खता थी!

अब सवाल ये उठता है कि आगे क्या? जांच रिपोर्ट आने में तो 3 महीने लगेंगे ही। पर क्या सच में इससे कुछ बदलेगा? शायद नई गाइडलाइंस जारी होंगी, मुआवजे का ढिंढोरा पीटा जाएगा। लेकिन क्या विमान निर्माता कंपनियां सच में सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर होंगी? ये तो वक्त ही बताएगा।

अंत में बस इतना कहूंगा – ये हादसा विमानन सेक्टर की सुरक्षा प्रणाली पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। तकनीकी लापरवाही की कीमत हमेशा आम लोगों को ही चुकानी पड़ती है। और ये सच… बेहद कड़वा है।

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अहमदाबाद के उस प्लेन क्रैश को याद करते ही अभी भी रूह कांप जाती है। सच कहूं तो, ये सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एविएशन सेफ्टी पर एक बड़ा सवालिया निशान है। और सबसे डरावनी बात? जांच में पता चला कि महज 3 सेकंड की एक गलती – ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ फ्यूल स्विच का गलत इस्तेमाल – ने 275 बेगुनाह जिंदगियां लील लीं। सोचिए, तीन सेकंड! हम तो इतने समय में एक सांस भी पूरी नहीं ले पाते।

अब सवाल यह है कि ये सब हुआ कैसे? असल में, ये घटना सिर्फ तकनीकी खामी नहीं दिखाती, बल्कि प्रोटोकॉल्स को लेकर हो रही लापरवाही की पोल भी खोलती है। ऐसा लगता है जैसे नियमों को हल्के में लेने की आदत सी पड़ गई है। और इसकी कीमत? बेकसूर लोगों की जानें।

मेरा मानना है कि अब वक्त आ गया है जब हमें सख्ती से सोचना होगा। नहीं तो… अरे भगवान! फिर कब किसका नंबर आ जाए, कौन जाने। सच कहूं तो, सेफ्टी को लेकर कोई समझौता नहीं होना चाहिए। बिल्कुल भी नहीं।

Source: Aaj Tak – Home | Secondary News Source: Pulsivic.com

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