C प्रोग्रामिंग: एक ऐसी भाषा जिसने कंप्यूटर की दुनिया बदल दी!
अरे भाई, अगर आप प्रोग्रामिंग सीखने की सोच रहे हैं, तो C language से बेहतर शुरुआत क्या हो सकती है? सच कहूं तो, यह वो भाषा है जिस पर आज की ज्यादातर टेक्नोलॉजी खड़ी है। 1972 में Dennis Ritchie ने जब इसे बनाया था, तो शायद उन्हें भी अंदाजा नहीं रहा होगा कि यह इतनी मशहूर हो जाएगी। आज भी system programming से लेकर आपके फ्रिज में लगे माइक्रोकंट्रोलर तक – हर जगह C की छाप है। चलिए, इसी बहाने हम C की पूरी कहानी समझते हैं, बिल्कुल आसान हिंदी में!
डिज़ाइन: सादा पर ताकतवर
देखिए न, C की खूबसूरती इसकी सादगी में है। मानो जैसे एकदम साफ-सुथरा घर जहां हर चीज अपनी जगह पर हो। “Hello World” प्रोग्राम तो बस कुछ लाइनों का होता है – इतना आसान! main() function से शुरुआत, variables और operators का खेल… और बन जाता है पूरा logic। असल में तो, अगर Linux जैसा बड़ा OS C में लिखा जा सकता है, तो समझ लीजिए इसकी ताकत का अंदाजा!
एक बात और – C का syntax तो ऐसा है जैसे अंग्रेजी का सरल वाक्य। if-else, for loop… सब कुछ इतना intuitive कि समझने में दिक्कत ही नहीं होती। पर यहीं पर एक सवाल उठता है – क्या यह सरलता ही C की सबसे बड़ी ताकत है?
इनपुट-आउटपुट: बातचीत का तरीका
अब बात करते हैं डिस्प्ले की। C में printf() और scanf() तो वैसे ही हैं जैसे दो दोस्त – एक बोलता है, दूसरा सुनता है। stdio.h वाली फाइल में ये functions मिल जाते हैं। पर यहां एक छोटी सी चुनौती है – compiler errors! हां वो red color के डरावने मैसेज… लेकिन डरिए मत, यही तो आपको असली प्रोग्रामर बनाते हैं। debugging सीखना भी जरूरी है न?
मजे की बात यह कि अगर आपको C में I/O समझ आ गया, तो बाकी languages तो बच्चों का खेल लगने लगेंगी। क्योंकि यहीं से तो सारी concepts की नींव पड़ती है। सच कहूं तो!
स्पीड: जहां C को कोई नहीं हरा पाता
असल में, C की सबसे बड़ी ताकत है इसकी रफ्तार। जी हां, यह एक compiled language है जो सीधे machine code में बदल जाती है। pointers और memory allocation जैसी चीजें तो ऐसी हैं जैसे कार का स्टीयरिंग सीधे आपके हाथ में हो। system programming हो या multithreading – C यहां बाजी मार लेती है। क्या आप जानते हैं कि आपके फोन का OS भी शायद C में ही लिखा गया है?
पर एक बात… यही control कभी-कभी नए learners के लिए मुसीबत भी बन जाती है। जैसे कार चलाना सीख रहे हों और सीधे F1 रेस में उतार दिया जाए!
प्रैक्टिस: असली मजा तो यहां आता है
सुनिए, C सीखने का सबसे अच्छा तरीका है – हाथ गंदे करना! पहले “Hello World”, फिर calculator… धीरे-धीरे file handling और data structures की ओर बढ़ें। linked lists और trees जैसी चीजें शुरू में थोड़ी डरावनी लग सकती हैं, पर यकीन मानिए – एक बार समझ आ जाए तो मजा आने लगता है।
और real-world की बात करें तो… MySQL databases, Unity game engine के कुछ हिस्से, यहां तक कि आपके AC का रिमोट भी C में प्रोग्राम किया गया हो सकता है। कमाल है न?
खूबियाँ और खामियाँ: दोनों ही हैं खास
अच्छाइयाँ:
– स्पीड और परफॉरमेंस में बेजोड़
– hardware तक सीधी पहुंच
– C++ और Java की ‘माँ’ (हंसिए मत, सच्ची बात है!)
– 50 साल बाद भी relevant – क्या आपका कोई और टेक टूल इतना टिकाऊ है?
कमियाँ:
– pointers… हां वोी pointers! नए learners का सबसे बड़ा डर
– memory management थोड़ा tricky हो सकता है
– OOP features नहीं हैं, जो आजकल के बड़े projects के लिए जरूरी होते हैं
– छोटी सी गलती और… बम! segmentation fault
आखिरी बात: क्या अभी भी सीखनी चाहिए C?
ईमानदारी से कहूं तो, अगर आप प्रोग्रामिंग को गंभीरता से लेते हैं, तो C सीखना आपके लिए वैसा ही है जैसे गणित में पहाड़े याद करना। भले ही आज Python और JavaScript जैसी languages मॉडर्न लगती हों, पर C की नींव के बिना आपकी समझ अधूरी रहेगी।
तो क्या सोच रहे हैं? एक simple “Hello World” से शुरुआत करें, और देखते-देखते आप system level तक पहुंच जाएंगे। यकीन मानिए, यह सफर आपको कभी पछतावा नहीं करने देगा। क्योंकि C सिर्फ एक language नहीं, programming की आत्मा है!
पी.एस. – अगर पहली बार में pointers न समझ आएं तो घबराइए मत। मैं भी तीसरी बार में समझ पाया था!
Source: Livemint – Markets | Secondary News Source: Pulsivic.com