दलाई लामा का वो बयान जिसने सबको हैरान कर दिया: “अवलोकितेश्वर के संकेत से 130 साल तक जीएंगे!”
क्या आपको यकीन होगा अगर कोई 89 साल का व्यक्ति कहे कि वो अभी और 40 साल जिएगा? धर्मशाला में अपने जन्मदिन के मौके पर दलाई लामा ने ठीक यही दावा किया! उन्होंने बताया कि अवलोकितेश्वर के आशीर्वाद से वे 130 साल की उम्र तक जीवित रहेंगे। सुनने में थोड़ा अजीब लगता है न? पर यही तो हैरान करने वाली बात है। और साथ ही, उन्होंने अपने उत्तराधिकारी को लेकर चल रही सभी अफवाहों को भी साफ-साफ खारिज कर दिया। ये बयान ऐसे समय आया है जब पिछले कुछ सालों से उनके स्वास्थ्य को लेकर कयास लगाए जा रहे थे।
असल में, दलाई लामा सिर्फ एक आध्यात्मिक नेता नहीं हैं – वे तिब्बत की आजादी के प्रतीक हैं। और यही वजह है कि चीन उनके उत्तराधिकारी के मामले में इतना दखल देता है। पर तिब्बती समुदाय हमेशा से इन दावों को झूठ बताता आया है। एक तरफ तो चीन अपना उम्मीदवार थोपना चाहता है, वहीं दलाई लामा ने साफ कहा है कि उनके पुनर्जन्म का फैसला उनके अनुयायी करेंगे। थोड़ा जटिल मामला है, है न?
जन्मदिन के भाषण में दलाई लामा ने सिर्फ लंबी उम्र की ही बात नहीं की – उन्होंने माओत्से तुंग के साथ हुई अपनी मुलाकात के किस्से भी सुनाए। कल्पना कीजिए, धर्म और राजनीति पर माओ से बहस करने का अनुभव कैसा रहा होगा! और हाँ, उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि अभी उत्तराधिकारी को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। मतलब साफ है – वे अभी जा नहीं रहे हैं!
इस बयान के बाद तिब्बती समुदाय में खुशी की लहर दौड़ गई। लोग इसे उनकी आध्यात्मिक शक्ति का प्रमाण मान रहे हैं। वहीं चीन की तरफ से… खामोशी। हालांकि वे अक्सर दलाई लामा के बयानों को ‘भ्रम फैलाने वाला’ बताते रहे हैं। पर इस बार? कुछ नहीं। बौद्ध विद्वानों का मानना है कि यह बयान तिब्बती आंदोलन को नई ताकत देगा।
अब सवाल यह है कि आगे क्या होगा? पहला तो, दलाई लामा की सेहत को लेकर चर्चाएं और तेज होंगी। दूसरा, चीन और तिब्बत के बीच तनाव बढ़ सकता है। और तीसरा – international community इस पर नजर रखेगी। एक बात तो साफ है – यह सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि एक बड़ा राजनीतिक मामला बन चुका है। देखते हैं, आगे क्या होता है!
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दलाई लामा का 130 साल जीने का दावा – असलियत क्या है? आपके सारे सवालों के जवाब
दलाई लामा ने 130 साल जीने का दावा क्यों किया? समझते हैं…
देखिए, यह कोई नया scientific research नहीं है। दलाई लामा ने यह बात अवलोकितेश्वर (Buddhist deity) से मिले संकेतों के आधार पर कही है। और सच कहूं तो, उनका पूरा जीवन ही तो spiritual energy और meditation की ताकत का उदाहरण है। पर सवाल यह है कि क्या वाकई यह संभव है? चलिए आगे बात करते हैं।
क्या कोई इंसान 130 साल तक जी सकता है? सच्चाई जानिए
अब यहां दिलचस्प बात यह है कि science की मानें तो हमारे शरीर की maximum lifespan 120-130 साल तक हो सकती है। लेकिन यहां एक बड़ा ‘लेकिन’ है – ऐसे मामले उंगलियों पर गिने जा सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ, दलाई लामा का यह दावा तो spiritual belief पर टिका है। और भईया, science और spirituality को हमेशा से ही एक-दूसरे का विरोधी माना जाता रहा है। सच कहूं तो दोनों के बीच की इस खाई को पाटना आसान नहीं।
दलाई लामा की उम्र और उनकी दिनचर्या – क्या है राज?
2024 आते-आते दलाई लामा 88 साल के हो चुके हैं। अब सोचिए, इस उम्र में भी उनकी energy देखने लायक है! उनकी secret? एक तो healthy lifestyle, फिर daily meditation, और सबसे बड़ी बात – Buddhist teachings को जीना। उनकी routine में spiritual practices के साथ-साथ light physical activities भी शामिल हैं। मतलब साफ है – शरीर और मन दोनों का ध्यान रखना जरूरी है।
अवलोकितेश्वर कौन हैं? और दलाई लामा से उनका क्या नाता है?
अब यहां थोड़ा deep मामला है। अवलोकितेश्वर Buddhism में करुणा के देवता हैं। और दिलचस्प बात यह है कि दलाई लामा को उन्हीं का अवतार माना जाता है। Tibetan Buddhism में तो यहां तक मान्यता है कि दलाई लामा में अवलोकितेश्वर की energy समाई हुई है। एक तरह से देखें तो यह सिर्फ religious belief नहीं, बल्कि सदियों पुरानी परंपरा है। पर क्या आप मानते हैं इस पर? यह तो आपको ही तय करना है।
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