दिल्ली-NCR में पुरानी गाड़ियों का खेल खत्म! 1 नवंबर से सख्त पाबंदी
अब तो CAQM ने साफ-साफ कह दिया है – “बस हो गया!” दिल्ली-एनसीआर की जहरीली हवा से निपटने के लिए आयोग ने एक ऐसा फैसला लिया है जिससे शायद आपकी पुरानी गाड़ी अब सिर्फ घर के बाहर खड़ी नजर आएगी। 1 नवंबर से 15 साल से ज्यादा पुरानी पेट्रोल कारें और 10 साल पुराने डीजल वाहनों पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी। और हां, अगर आप इन्हें चलाते पकड़े गए तो गाड़ी छिन जाएगी – कोई माफी नहीं! सच कहूं तो, ये कदम उतना ही जरूरी है जितना कि सर्दियों में रजाई ओढ़ना।
ये प्रदूषण वाली कहानी नई नहीं है…
दिल्ली वालों को पता है – हर साल दिवाली के बाद हमारी हवा में क्या घुलता है। वाहनों का धुआं तो जैसे इसका पक्का निमंत्रण होता है। सुप्रीम कोर्ट और NGT सालों से इस पर चिल्ला रहे थे, लेकिन अब CAQM ने GRAP के तहत असली एक्शन ले ही लिया। मजे की बात ये कि ये सिर्फ एक नियम नहीं है, बल्कि सर्दियों में हवा साफ रखने की पूरी प्लानिंग का हिस्सा है।
तो अब क्या-क्या बदल गया?
समझिए ना यूं – अगर आपकी पेट्रोल कार 2008 से पहले की है या डीजल वाहन 2013 का मॉडल है, तो बस… गेम ओवर! एनसीआर में इन्हें चलाने की कोई गुंजाइश नहीं। और हां, पुलिस और ट्रांसपोर्ट वाले स्पेशल टीम्स बना चुके हैं जो सड़कों पर छापे मारेंगे। एक तरफ तो ये अच्छी बात है, लेकिन दूसरी तरफ… अरे भई, लोगों के पास इतने पैसे कहां कि हर 10 साल में नई गाड़ी खरीदें?
लोग क्या कह रहे हैं? मतभेद तो हैं ही!
देखिए, डॉक्टर्स और पर्यावरण वाले तो इस फैसले पर झूम रहे हैं। उनका कहना है कि ये दिल्ली के फेफड़ों के लिए वरदान साबित होगा। लेकिन… हमेशा की तरह एक ‘लेकिन’ तो होता ही है। जिनकी गाड़ियां बैन हुई हैं, वो तो सरकार को कोस रहे हैं। ऑटोमोबाइल वालों की मांग है कि स्क्रैपिंग पॉलिसी में बेहतर मुआवजा मिले। और सच कहूं? उनकी बात में भी दम है!
आगे क्या? कुछ सवाल तो हैं…
इस पॉलिसी के अच्छे-बुरे दोनों नतीजे देखने को मिलेंगे। हवा तो शायद साफ होगी, लेकिन सवाल ये है कि क्या पब्लिक ट्रांसपोर्ट इतना बोझ उठा पाएगा? और फिर… कोर्ट-कचहरी का चक्कर भी तो चल सकता है। ईमानदारी से कहूं तो, पर्यावरण के लिए तो ये कदम बढ़िया है, मगर सरकार को गरीब आदमी की जेब का भी ख्याल रखना होगा। वरना ये सुधार कुछ लोगों के लिए मुसीबत बन जाएगा।
अंत में बस इतना – अगर सरकार वाकई में गंभीर है तो उसे सिर्फ पाबंदी लगाने से काम नहीं चलेगा। लोगों को सस्ते में अच्छे विकल्प देने होंगे। वरना ये कहानी भी उन्हीं नाकामयाब कोशिशों में शामिल हो जाएगी जिन्हें हम हर साल देखते हैं।
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दिल्ली-NCR का प्रदूषण… सच कहूं तो अब यह मज़ाक से ज़्यादा एक ट्रैजेडी लगने लगा है। CAQM की तरफ से आए ये नए नियम निस्संदेह सही दिशा में एक कदम हैं – खासकर पुरानी गाड़ियों पर रोक जैसे उपाय। पर सवाल यह है कि क्या सिर्फ सरकारी फैसले काफी होंगे? हमारी सोच भी तो बदलनी होगी ना!
असल में देखा जाए तो ये सभी प्रयास तभी काम करेंगे जब आम लोग भी अपनी ज़िम्मेदारी समझें। वैसे भी, क्या हम सच में चाहते हैं कि हमारे बच्चे ऐसे हवा में सांस लें जहां सुबह-सुबह धुंध ही धुंध हो? थोड़ा सा भी सहयोग करें तो स्थिति बदल सकती है।
एक बात और – नियम बनाना आसान है, लेकिन उन्हें फॉलो करवाना? वही असली चैलेंज है। अगर हम सच में clean और green भविष्य चाहते हैं, तो सिर्फ कागज़ों पर नहीं, ज़मीन पर भी काम करना होगा। क्या आप तैयार हैं?
(ध्यान दें: HTML टैग्स को ऐसे ही रखा गया है)
दिल्ली-NCR में पुरानी गाड़ियों पर बैन – वो सारे सवाल जो आपके दिमाग में घूम रहे होंगे
1 नवंबर से दिल्ली-NCR में कौन-कौनसी गाड़ियां बैन होंगी?
तो खबर ये है कि 1 नवंबर से दिल्ली-NCR में BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल वाली गाड़ियों पर रोक लग जाएगी। असल में, CAQM (यानी Commission for Air Quality Management) ने ये फैसला लिया है। अब सवाल ये उठता है कि क्या ये सिर्फ सर्दियों के लिए है या फिर परमानेंट? फिलहाल तो ये सीजनल मूव लग रहा है।
क्या ये रोक आम लोगों की गाड़ियों पर भी लगेगी या सिर्फ ट्रक-टैम्पो वालों पर?
देखिए, यहां कोई भेदभाव नहीं चलेगा! चाहे आपका पर्सनल कार हो या फिर गोदाम वाला ट्रक – अगर वो BS-III (पेट्रोल) या BS-IV (डीजल) में आती है तो बाइ-बाइ। हालांकि, एक छोटी सी राहत की बात – अगर आपकी गाड़ी NCR के बाहर रजिस्टर्ड है तो शायद थोड़ी छूट मिल जाए। लेकिन पक्का नहीं कह सकते।
अगर गलती से भी पाबंदी वाली गाड़ी चला ली तो?
अरे भई! ऐसी गलती करने की कीमत बहुत भारी पड़ सकती है। सुना है कि जुर्माना ₹20,000 तक का हो सकता है – यानी आधे से ज्यादा तो मेरे महीने का किराया ही हो गया! हालांकि, ये रकम बदल भी सकती है। मेरी सलाह? बिल्कुल जोखिम न लें।
इलेक्ट्रिक या CNG वालों को क्या फायदा मिलेगा?
अच्छा सवाल पूछा! जी नहीं, ये पाबंदी सिर्फ पेट्रोल-डीजल वालों के लिए है। अगर आपके पास इलेक्ट्रिक, CNG या फिर नए BS-VI वाली गाड़ी है तो आप बिल्कुल सेफ हैं। असल में, अब तो ये और भी मजबूत कारण हो गया है इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की तरफ शिफ्ट होने का। क्या कहते हैं आप?
एक बात और – अगर आपकी गाड़ी इस लिस्ट में आती है तो जल्दी से कोई अरेंजमेंट कर लें। वरना फिर… आप समझ ही गए होंगे!
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com