IIM में बिना CAT के सीधा दाखिला? सच में होगा या फिर…
अरे भाई, IIMs ने तो हाल ही में एक बम्पर खबर छोड़ी है! अब कुछ कोर्सेज में CAT के बिना ही दाखिला मिल सकेगा। सुनकर अच्छा लगा न? पर सवाल यह है कि ये सुविधा किनके लिए है? असल में, ये उन लोगों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है जो:
- जॉब की वजह से CAT की तैयारी नहीं कर पाते
- प्रतियोगी परीक्षाओं के चक्कर में पड़कर थक चुके हैं
- पैसे कमाने और सीखने का एक साथ मौका चाहते हैं
मतलब साफ है – अब बिना रट्टा मारे भी IIM का सपना पूरा हो सकता है। लेकिन…हमेशा की तरह कुछ शर्तें तो होंगी ही!
पुराने नियमों को कहें गुडबाय?
देखिए, अब तक तो IIM = CAT वाला फॉर्मूला चलता आया था। MBA हो या कोई और कोर्स, बिना CAT स्कोर के एडमिशन की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। पर अब? डिजिटल युग में IIMs भी अपडेट हो रहे हैं।
हालांकि ये नया ट्रेंड पूरी तरह नया नहीं है। पहले से ही कुछ एक्जीक्यूटिव कोर्सेज (जैसे Data Science वाले प्रोग्राम) में वर्क एक्सपीरियंस को ज्यादा अहमियत दी जाती रही है। लेकिन अब तो ग्रेजुएट फ्रेशर्स को भी मौका मिलेगा। बस…कुछ शर्तों के साथ!
कौन-कौन से कोर्स? क्या हैं योग्यताएं?
अब आते हैं मजेदार हिस्से पर। IIMs ने कई नए प्रोग्राम लॉन्च किए हैं, जैसे:
- एक्जीक्यूटिव MBA (जिसमें आपको ऑफिस छोड़ने की जरूरत नहीं)
- शॉर्ट-टर्म सर्टिफिकेट कोर्सेज (3-6 महीने वाले, सीधे इंडस्ट्री फोकस्ड)
- स्पेशलाइज्ड पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम्स
अब सवाल यह कि इनमें दाखिला कैसे? तो जान लीजिए:
- CAT की जगह ले सकते हैं आपके ग्रेजुएशन के मार्क्स
- या फिर वर्क एक्सपीरियंस (2-3 साल वाले लोगों के लिए तो ये गोल्डन चांस है)
- कुछ IIMs अपनी अलग एंट्रेंस एग्जाम भी ले सकते हैं
मेरा मानना है कि ये खासकर उन लोगों के लिए बढ़िया ऑप्शन है जो पढ़ाई के साथ-साथ कमाना भी चाहते हैं। सच कहूं तो आजकल के जमाने में यही चलता है न?
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?
इस नए सिस्टम पर अलग-अलग राय हैं:
- स्टूडेंट्स: “यार, finally कोई तो रास्ता निकला!” (खुशी-खुशी नाचते हुए)
- प्रोफेसर्स: “अच्छा कदम है, पर पढ़ाई का स्तर न गिरे इसका ध्यान रखना होगा” (थोड़ा चिंतित)
- इंडस्ट्री: “वाह! हमें तो स्किल्ड लोग चाहिए, चाहे वो किसी भी तरह आएं” (पूरा सपोर्ट)
एक दिलचस्प बात – कुछ लोगों का मानना है कि इससे प्राइवेट बिजनेस स्कूलों पर दबाव बढ़ेगा। अब उन्हें भी अपने नियम ढीले करने पड़ सकते हैं। Competition बढ़ेगा, फायदा होगा स्टूडेंट्स को!
आगे क्या होगा?
मेरी निजी राय? ये तो बस शुरुआत है। आने वाले समय में:
- और भी IIMs इस मॉडल को अपना सकते हैं
- ज्यादा प्रैक्टिकल और इंडस्ट्री-रिलेवेंट कोर्सेज आएंगे
- एडमिशन प्रोसेस और भी फ्लेक्सिबल हो सकता है
तो अगर आप भी IIM का सपना देख रहे हैं पर CAT की तैयारी में दिक्कत हो रही है, तो निराश न हों। IIMs की वेबसाइट चेक करते रहिए। कौन जाने, आपके लिए ही कोई परफेक्ट कोर्स तैयार हो!
आखिर में बस इतना कहूंगा – शिक्षा का ये नया रास्ता वाकई सराहनीय है। ज्यादा लोगों को मौका मिलेगा, स्किल्स बढ़ेंगे, और देश को बेहतर प्रोफेशनल्स मिलेंगे। विनर-विनर सिचुएशन!
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com