PAK की ब्रह्मोस मांग पर DRDO वैज्ञानिक का जवाब – हॉल में ठहाके, और पाकिस्तानी प्रतिनिधि का मुँह लटकाना!
अरे भई, दुबई डिफेंस शो में तो मज़ा आ गया! एक ऐसा मौका जब भारत-पाकिस्तान के बीच की तकनीकी खाई साफ-साफ दिख गई। जब DRDO के डॉ. पिल्लई ने पाकिस्तानी प्रतिनिधि के ब्रह्मोस मांगने पर कहा, “फ्री में दे देंगे!”, तो सीन क्या था… पूरा हॉल हंसी से लोटपोट हो गया। सच कहूँ तो, यह कोई साधारण जवाब नहीं था – यह तो भारत के बढ़ते हुए confidence का ऐसा mirror था जिसमें पाकिस्तान की तकनीकी हताशा साफ झलक रही थी।
ब्रह्मोस: सिर्फ एक मिसाइल नहीं, हमारा गर्व
देखिए, इस पूरे मजाक को समझने के लिए ब्रह्मोस की अहमियत जानना ज़रूरी है। यह भारत-रूस की joint venture से बनी वो सुपरसोनिक मिसाइल है जिसकी speed और precision के आगे दुनिया की कई बड़ी ताकतें भी फेल हो जाती हैं। 500 km से ज़्यादा की रेंज? वाह! पर सच तो यह है कि पाकिस्तान के पास ऐसी कोई तकनीक नहीं… और यही तो उनकी सबसे बड़ी weakness है। क्या करेंगे अब? चीन से माँगेंगे क्या?
वह मशहूर मिनट जब पाकिस्तानी प्रतिनिधि का चेहरा उतर गया
कल्पना कीजिए उस scene की – डिफेंस शो में पाकिस्तानी प्रतिनिधि DRDO के स्टॉल पर पहुँचा और बड़ी मासूमियत से पूछ बैठा ब्रह्मोस के बारे में। और डॉ. पिल्लई? उन्होंने तो जैसे ही कहा:
“आपको फ्री में दे देंगे… बस भारत आकर मांग लेना!”
अरे बाप रे! उसके बाद तो हॉल में जो हंसी का तूफ़ान आया, वो शायद दुबई तक सुनाई दे गया होगा। पाकिस्तानी प्रतिनिधि? वो तो बिना बोले ही स्लिप हो गया। और social media पर तो #BrahmosOnRent ट्रेंड करने लगा – लोगों के मिम्स और जोक्स का तो कोई अंत ही नहीं था!
एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं? और जनता की क्या राय?
हमारे defence experts तो इस जवाब पर फूले नहीं समा रहे। एक ने तो बड़ी सटीक बात कही: “यह कोई मजाक नहीं, बल्कि एक साफ मैसेज है कि ब्रह्मोस जैसी चीज़ें trusted partners को ही मिलती हैं।” और पाकिस्तानी मीडिया? उन्होंने तो इस पूरे मामले को ignore करने की कोशिश की, पर उनके own social media users ने ही अपनी army और government को खूब खरी-खरी सुनाई। क्या करें, सच तो सच है!
आगे क्या होगा? क्या पाकिस्तान कभी ब्रह्मोस जैसी तकनीक बना पाएगा?
ईमानदारी से कहूँ तो, यह incident भारत-पाकिस्तान के बीच के technological gap को crystal clear कर देता है। हम फिलीपींस जैसे देशों को ब्रह्मोस export कर रहे हैं, और पाकिस्तान? उनका नाम तो waiting list में भी नहीं है। analysts का मानना है कि पाकिस्तान चीन की मदद से कुछ similar बनाने की कोशिश करेगा, पर ब्रह्मोस जैसा performance? नामुमकिन नहीं, पर बहुत मुश्किल ज़रूर है।
अंत में बस इतना ही – यह घटना साबित करती है कि भारत अब defence technology में न सिर्फ self-reliant है, बल्कि sense of humor में भी किसी से पीछे नहीं। जहाँ पाकिस्तानी प्रतिनिधि को awkwardly खिसकना पड़ा, वहीं भारत के लिए यह उसकी technological superiority का एक और golden chapter था। जय हिन्द!
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PAK की Brahmos मांग और DRDO वैज्ञानिक का जवाब – जानिए सबकुछ (FAQs)
1. PAK ने Brahmos मिसाइल की मांग क्यों की? सच में जानना चाहते हैं?
देखिए, PAK को Brahmos चाहिए… पर क्यों? सीधी बात है – ये मिसाइल दुनिया भर में अपनी speed और precision के लिए मशहूर है। सोचिए, जब आपके पास दुनिया की सबसे तेज़ cruise missile हो तो क्या दिल नहीं करेगा उसे हासिल करने का? लेकिन यहाँ मज़ा तब आया जब DRDO के वैज्ञानिकों ने जवाब दिया। और क्या जवाब दिया, ये तो आपको हैरान कर देगा!
2. DRDO वैज्ञानिक ने PAK की मांग पर क्या जवाब दिया? सुनकर हंसी नहीं रुकेगी!
अब ये सुनिए… DRDO के एक सीनियर वैज्ञानिक ने बड़े ही शानदार अंदाज़ में कहा – “भई, Brahmos हमारी बेटी जैसी है। और क्या कोई अपनी बेटी किसी और को दे देता है?” सच कहूँ तो, ये जवाब सुनकर पूरा room हंसी से गूँज उठा। एकदम सटीक जवाब, है न?
3. क्या भारत कभी PAK को Brahmos मिसाइल बेचेगा? सच जान लीजिए
ईमानदारी से कहूँ तो… नहीं। बिल्कुल नहीं। ये कोई mobile phone तो है नहीं जो exchange offer दे देंगे! भारत ने साफ़ कर दिया है कि Brahmos जैसी advanced technology हम किसी को नहीं देंगे – खासकर PAK को तो बिल्कुल नहीं। ये सिर्फ़ हमारे और हमारे कुछ खास दोस्त देशों के लिए ही है। समझ गए न?
4. Brahmos मिसाइल की खासियत क्या है? जानकर दंग रह जाएंगे!
अरे, ये तो एकदम ज़बरदस्त चीज़ है! सुनिए – Mach 2.8 की speed… मतलब आवाज़ से भी तेज़। 400-500 km तक मार करने की क्षमता। और सबसे मजेदार बात? ये जमीन से, समुद्र से या हवा से – कहीं से भी launch हो सकती है। सच में, अगर missiles में कोई superstar हो तो वो Brahmos ही है। क्या कहते हैं आप?
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com