ट्रंप का 30% टैरिफ वाला बम: EU ने कहा – “यह तो बिल्कुल नहीं चलेगा!”
अरे भई, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो यूरोपीय संघ (EU) पर अचानक 30% टैरिफ का बम फोड़ दिया! जैसे ही यह खबर आई, अंतरराष्ट्रीय व्यापार जगत में हड़कंप मच गया। और EU का रिएक्शन? सीधे-सीधे “बिल्कुल अस्वीकार्य” का ठप्पा लगा दिया। सोमवार को ब्रसेल्स में आपातकालीन बैठक बुलाई गई, जहाँ मंत्रियों ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। सच कहूँ तो, यह टैरिफ सिर्फ अमेरिका और EU के बीच नहीं, पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को हिला कर रख देगा।
असल में देखा जाए तो यह कोई एक दिन की बात नहीं। पिछले कुछ सालों से अमेरिका और EU के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ता ही जा रहा था। ट्रंप प्रशासन तो बार-बार EU पर अमेरिकी उद्योगों को नुकसान पहुँचाने का आरोप लगाता रहा है। लेकिन यह 30% वाला टैरिफ? यह तो अब तक का सबसे बड़ा धमाका है! विशेषज्ञों की मानें तो EU के स्टील, ऑटोमोबाइल और कृषि उत्पादों को भारी झटका लगेगा – जो कि अमेरिकी बाजार में काफी बड़ी हिस्सेदारी रखते हैं।
ब्रसेल्स की उस आपात बैठक की कुछ मुख्य बातें? EU ने ट्रंप के इस कदम को अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों की धज्जियाँ उड़ाने वाला बताया। और तो और, उन्होंने साफ-साफ इशारा कर दिया कि अमेरिकी सामानों पर भी टैरिफ लगाने की तैयारी चल रही है। असर तो तुरंत दिखा भी – यूरोपीय और अमेरिकी शेयर बाजारों में जैसे भूचाल आ गया।
अब सुनिए दिग्गजों की प्रतिक्रियाएँ। EU के वाणिज्य मंत्री ने इसे “एकतरफा और बेईमानी” बताया, और WTO में शिकायत दर्ज कराने की बात कही। वहीं अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि का कहना है कि यह अमेरिकी कार्यकर्ताओं की रक्षा के लिए जरूरी था। जर्मन चांसलर ने तो चेतावनी दे डाली – “यह पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक है!”
तो अब सवाल यह है कि आगे क्या? विश्लेषकों की मानें तो अगले कुछ दिनों में EU जवाबी टैरिफ लगा सकता है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय संगठन दोनों पक्षों को बातचीत की मेज पर लाने की कोशिश करेंगे। लेकिन अगर यह तनाव बढ़ता गया तो? तब तो पूरी दुनिया में व्यापार युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। और उसका असर? सीधा आपके-हमारे जेब पर!
इस मामले पर नजर रखना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि यह सिर्फ अमेरिका और EU का झगड़ा नहीं रह गया है। देखा जाए तो यह तो पूरी वैश्विक व्यापार प्रणाली को प्रभावित करने वाला है। आने वाले दिनों में और भी तेजी आने वाली है – जहाँ दोनों पक्षों की चालें और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका निर्णायक साबित होगी। एकदम धमाकेदार मामला। सच में।
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ट्रंप का 30% टैरिफ और EU का गुस्सा – जानिए पूरा माजरा
1. ये 30% टैरिफ वाली स्टोरी क्या है? और EU को इतना तिलमिला क्यों रहा है?
देखिए, ट्रंप साहब ने अचानक ही EU से आने वाले कुछ खास सामानों पर 30% का भारी-भरकम import duty लगा दिया। अब सोचिए, जब आपके business पर ऐसा बोझ पड़े तो कैसा लगेगा? EU के exporters तो मानो आग बबूला हो गए हैं। और हां, ये trade war की शुरुआत भी हो सकती है – वो भी तब जब global economy पहले से ही संघर्ष कर रही है।
2. “बिल्कुल अस्वीकार्य” – EU ने इतना सख्त शब्द क्यों इस्तेमाल किया?
असल में बात ये है कि EU को लगता है ये टैरिफ तो सीधे-सीधे WTO के rules को धता बता रहा है। ईमानदारी से कहूं तो, ये वाकई में unfair लगता है। EU के leaders का कहना है – “हमारी economy के साथ ये खिलवाड़ है!” और सच कहूं तो, उनका गुस्सा जायज भी लगता है।
3. अब EU क्या जवाबी चाल चलेगा? कुछ तो करेगा ही न?
बिल्कुल! EU भला चुप कैसे बैठेगा? उन्होंने साफ-साफ कह दिया है कि जवाबी टैरिफ आने वाले हैं। अमेरिकी whiskey से लेकर Harley Davidson की बाइक्स तक – सब पर extra charges लगने वाले हैं। कृषि उत्पाद? उनका तो खैर बुरा हाल होगा। ये trade war अब शुरू हो चुकी है, दोस्तों!
4. आम यूरोपियन लोगों पर क्या असर पड़ेगा? हमें क्यों परवाह करनी चाहिए?
सीधी सी बात – अगर EU ने जवाबी कार्रवाई की तो आपके पसंदीदा American products की कीमतें आसमान छूने लगेंगी। iPhone से लेकर Kentucky Fried Chicken तक – सब महंगा हो जाएगा। और भूलिए मत, जब trade war होती है तो आखिरकार आम consumer ही तो झेलता है। थोड़ा सोचिए… क्या ये सब सही है?
Source: PBS Newshour | Secondary News Source: Pulsivic.com