ट्रम्प और वॉन डेर लेयेन की मीटिंग: क्या यह US-EU ट्रेड वॉर को टाल पाएगी?
अरे भई, रविवार को होने वाली यह मीटिंग तो हलचल मचा रही है! डोनाल्ड ट्रम्प और उर्सुला वॉन डेर लेयेन के बीच यह बैठक सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है – यह तो वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हो सकती है। देखा जाए तो अटलांटिक के दोनों ओर से जो trade war की आहट सुनाई दे रही है, उसे रोकने का यह शायद आखिरी मौका है।
असल में बात यह है कि पिछले कुछ सालों से US और EU के बीच जो तनाव चल रहा है, वह अब खुलकर सामने आ गया है। ट्रम्प प्रशासन ने EU products पर नए टैरिफ की बात की है, और यूरोप वाले? उन्होंने तो साफ कह दिया – “हम भी पीछे नहीं हटेंगे!” सच कहूं तो यह ठीक वैसा ही है जैसे दो बच्चे एक खिलौने को लेकर झगड़ रहे हों, पर असली नुकसान तो पूरे परिवार (यानी ग्लोबल इकॉनमी) को हो रहा हो।
बोइंग और एयरबस वाला मामला तो जैसे आग में घी डालने का काम कर रहा है। आपको याद होगा कि यह विवाद कितने सालों से चल रहा है? और अब जबकि दोनों तरफ से cars और agriculture products को लेकर नए टैरिफ की बात हो रही है, स्थिति और गंभीर हो गई है।
मजे की बात यह है कि दोनों तरफ के लोग बड़े-बड़े बयान दे रहे हैं। अमेरिका कहता है – “हमें fair deal चाहिए!” EU का जवाब – “हम किसी के दबाव में नहीं झुकेंगे!” बीच में फंसे हैं trade experts, जो चेतावनी दे रहे हैं कि अगर यह बैठक फ्लॉप हो गई तो… खैर, आप समझ ही गए होंगे कि कितना बड़ा आर्थिक भूचाल आ सकता है।
तो अब सवाल यह है – क्या होगा आगे? दो संभावनाएं हैं:
1. अगर सब कुछ ठीक रहा (जो कि मुश्किल लग रहा है), तो शायद नया trade deal हो जाए
2. और अगर नहीं? तो टैरिफ वॉर शुरू, मार्केट्स में उथल-पुथल, और पूरी दुनिया पर असर
एक बात तो तय है – इस बैठक के नतीजे सिर्फ US और EU तक सीमित नहीं रहेंगे। हमारे जैसे देशों पर भी इसका सीधा असर पड़ेगा। सोचिए, अगर ये लोग लड़ेंगे तो हमारे exports पर क्या असर होगा? हमारी करेंसी पर क्या असर होगा?
रविवार का इंतज़ार कीजिए। यह मीटिंग शायद हमारे लिए किसी थ्रिलर मूवी से कम नहीं होगी – बस अंतर यह है कि इसमें हम सब स्टेकहोल्डर्स हैं!
Source: Financial Times – Global Economy | Secondary News Source: Pulsivic.com