ग्रीनलैंड शार्क 392 साल तक जीती है? और हम इंसानों की उम्र इतनी छोटी क्यों?
अरे भाई, कल ही मैंने एक ऐसी खबर पढ़ी जिसने मेरा दिमाग हिला दिया! वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि Greenland Shark नाम की ये शार्क 392 साल तक जिंदा रह सकती है। सच कहूं तो पहले तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ – ये तो हमारे दादा-परदादा से भी ज्यादा पुरानी हो सकती है! अब सवाल यह है कि जब एक मछली सैकड़ों साल जी सकती है, तो हम इंसानों की जिंदगी इतनी छोटी क्यों?
ग्रीनलैंड शार्क: समुद्र का वो बुजुर्ग जिसकी उम्र का राज़ अभी तक पता नहीं
देखिए, ये शार्क आर्कटिक के बर्फीले पानी में रहती है। असल में तो ये इतनी धीमी है कि साल में सिर्फ 1 सेंटीमीटर बढ़ती है! मतलब जब हम 18 साल में एडल्ट हो जाते हैं, ये तब तक बच्ची ही रहती है। वैज्ञानिकों ने carbon dating से पता लगाया कि कुछ शार्क तो 400 साल से भी पुरानी हैं। सोचो जरा, ये शार्क मुगल काल से भी जिंदा हो सकती हैं!
मजे की बात ये है कि इनका metabolism इतना स्लो है कि ये बिना ज्यादा मेहनत के सैकड़ों साल जी लेती हैं। हमारे शरीर की तरह इनकी कोशिकाएं जल्दी खराब नहीं होतीं। पर सच पूछो तो, क्या हम वाकई इतने लंबे समय तक जीना चाहेंगे? मेरे ख्याल से 100 साल की उम्र तक ही ठीक है, नहीं तो पेंशन का पैसा खत्म हो जाएगा!
वैज्ञानिकों की प्रतिक्रिया: क्या हम भी ऐसे ही लंबे जी सकते हैं?
इस रिसर्च ने तो वैज्ञानिकों को पागल कर दिया है। कुछ का कहना है कि अगर हम इन शार्क के जीन्स को समझ लें, तो शायद हम भी 200-300 साल जीने लगें। पर सच बात तो ये है कि अभी तक हम 120 साल का टारगेट भी नहीं हिट कर पाए हैं!
दूसरी तरफ, पर्यावरणविदों को चिंता है कि global warming की वजह से ये प्राचीन जीव खतरे में पड़ सकते हैं। सोचो जरा, जो शार्क सैकड़ों साल से जिंदा है, उसे हमारी वजह से खत्म होना पड़े तो कितनी शर्म की बात होगी?
सोशल मीडिया पर तो मजाक चल रहा है – “इन शार्क्स ने तो रिटायरमेंट प्लानिंग का टेंशन ही खत्म कर दिया!” पर असल में, क्या हम वाकई इतने लंबे समय तक काम करना चाहेंगे? मुझे तो 60 साल की उम्र में ही छुट्टी मिल जाए तो बस!
आगे क्या? क्या हम भी 400 साल जी पाएंगे?
अब वैज्ञानिक इन शार्क के डीएनए पर गहरी रिसर्च कर रहे हैं। शायद एक दिन हमें भी लंबी उम्र का राज़ पता चल जाए। पर मेरा सवाल ये है – क्या सच में हमें इतना लंबा जीना चाहिए? मेरे ख्याल से जिंदगी की क्वालिटी ज्यादा जरूरी है क्वांटिटी से।
एक तरफ तो ये रिसर्च बहुत एक्साइटिंग है, पर दूसरी तरफ हमें ये भी सोचना चाहिए कि प्रकृति ने हर चीज के लिए एक सही समय तय किया है। शायद हमारी छोटी सी जिंदगी ही हमें इसे वैल्यू करना सिखाती है। वैसे भी, अगर 400 साल जीने का ऑप्शन मिले तो क्या आप लेने के लिए तैयार होंगे? मैं तो नहीं!
आखिरी बात
ये Greenland Shark हमें बहुत कुछ सिखा सकती है – patience, adaptation और survival के बारे में। पर सबसे बड़ा सबक ये है कि लंबी उम्र से ज्यादा जरूरी है अच्छी उम्र। वैसे भी, क्या फायदा 400 साल जीने का अगर हर दिन बोर हो रहा हो?
तो आप क्या सोचते हैं? क्या आप भी ऐसी लंबी उम्र चाहेंगे? कमेंट में जरूर बताइएगा!
Source: Dow Jones – Lifestyle | Secondary News Source: Pulsivic.com