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अमेरिका का घमंड तोड़ा! भारतीय IACCS ने F-35B जेट को सेकेंडों में पकड़ा – बड़ा खुलासा

अमेरिका का घमंड तोड़ने वाला वो पल! जब भारतीय IACCS ने F-35B को चुटकियों में पकड़ लिया

सुनकर थोड़ा अजीब लगता है ना? पर ये सच है! हमारे देश की IACCS (Integrated Air Command and Control System) ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसने अमेरिका के मशहूर F-35B स्टील्थ जेट को बेनकाब कर दिया। और सबसे मजेदार बात? ये सब कुछ सेकंडों में हुआ। अब सवाल यह है कि क्या अमेरिकी टेक्नोलॉजी वाकई में इतनी ‘अजेय’ है जितना वो दावा करते हैं?

F-35B vs IACCS: जब डेविड ने गोलियथ को मात दी

असल में बात ऐसी है – F-35B को तो दुनिया का सबसे खतरनाक स्टील्थ जेट माना जाता था। लॉकहीड मार्टिन का ये बच्चा रडार पर दिखाई ही नहीं देता था… ये तो कहानी थी अब तक की। हमारे IACCS ने, जो प्रोजेक्ट कुश के तहत बना है, उसे ऐसे पकड़ा जैसे कोई चोर पकड़ा जाता है। इसमें जो रडार और सेंसर लगे हैं, वो तो जैसे चुपके से आने वाले हर खतरे को सूंघ लेते हैं।

और सुनिए – DRDO और वायुसेना वालों का तो मानो दिवाला ही निकल गया खुशी से! उन्होंने इसे आत्मनिर्भर भारत का जीता-जागता उदाहरण बताया है। पर सच कहूं तो, ये सिर्फ शुरुआत है।

दुनिया की क्या प्रतिक्रिया? जमकर बवाल हुआ!

अंतरराष्ट्रीय मीडिया तो जैसे इस खबर से उछल पड़ा। हमारे रक्षा मंत्रालय ने इसे तकनीकी क्षमता का प्रमाण बताया, वहीं अमेरिकी विशेषज्ञ सिर खुजाते रह गए कि आखिर उनका ‘अदृश्य’ जेट दिख कैसे गया? मजे की बात ये है कि अब तक जो देश अमेरिकी हथियारों को ही सब कुछ मानते थे, वो शायद अब भारत की तरफ देखने लगें।

एक तरफ तो अमेरिका अब अपने F-35B की जांच में जुट गया होगा, वहीं हमारे वैज्ञानिक IACCS को और भी ताकतवर बनाने में लगे हैं। सच कहूं तो ये तो जैसे बॉलीवुड फिल्म का प्लॉट लगता है – छोटा सा देश बड़े दादा को मात दे दे!

आगे क्या? भारत अब नए मुकाम पर

अब तस्वीर ये है कि विकासशील देश, जो अमेरिकी हथियारों के दाम से परेशान हैं, वो हमारी तकनीक को गंभीरता से लेने लगे हैं। और क्यों न लें? जब गुणवत्ता भी अच्छी और दाम भी ठीक, तो फिर किस बात की हिचक?

अंत में बस इतना कि ये घटना हमारे रक्षा इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखी जाएगी। भारत अब सिर्फ हथियार खरीदने वाला देश नहीं रहा – हम तो अब निर्यातक और तकनीकी नेता बनने की राह पर हैं। और ये सफर अभी बस शुरुआत है, दोस्तों!

क्या सोचते हैं आप? क्या भारत वाकई में अब वैश्विक रक्षा बाजार में बड़ा खिलाड़ी बन सकता है? कमेंट में बताइएगा जरूर!

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Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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